पॉलिटॉक्स ब्यूरो. बायतु (बाड़मेर) में भजन संध्या में भाग लेने जा रहे रालोपा सांसद हनुमान बेनीवाल (MP Hanuman Beniwal) और केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी (Minister Kailash Choudhary) के काफिले पर मंगलवार देर रात 12 बजे जमकर पत्थर फेंके गए और विरोध की गया. बता दें, बेनीवाल ने मंगलवार को बाड़मेर में मीडिया से बातचीत में राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की चप्पल व कप प्लेट उठाने वाला बताते हुए कहा था कि हरीश एेसा नहीं करें तो गहलोत मंत्रीमण्डल से हटा दिए जाएं. इसके बाद हरीश चौधरी के समर्थकों में रोष फैल गया और तय कार्यक्रम के तहत बायतु पहुंचने पर समर्थकों ने बेनिवाल पर अपना गुस्सा उतारा. बेनीवाल और केंद्रीय कृषि मंत्री दोनों एक ही गाड़ी में ही थे, जिसके शीशे फूट गए.
इससे पहले मंगलवार को बाड़मेर में नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल (MP Hanuman Beniwal) ने मीडिया को सम्बोधित करते हुए हरीश चौधरी पर जमकर निशाना साधा और उन्हें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का चप्पल एवं कप प्लेट उठाने वाला वेटर तक बताया. हनुमान ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी जी के समक्ष बैठता हूं और उनकी सहयोगी पार्टी से हूं, हरीश चौधरी की तरह अशोक गहलोत की चप्पल नहीं उठाता. जब भी अशोक गहलोत आते हैं तो उसकी चप्पल और कप प्लेट उठाने के लिए हरीश चौधरी को तैयार रहना पड़ता है. अगर हरीश ऐसा न करें तो पता नहीं कब गहलाते उन्हें मंत्रीमंडल से हटा दे.
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बाड़मेर में बेनीवाल (MP Hanuman Beniwal) द्वारा राजस्व मंत्री हरीश चौधरी पर की गई टिप्पणी के बाद चौधरी के समर्थकों में जबरदस्त रोष फैल गया और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कार्यालय में बैठक बुलाई. उधर नागौर सांसद बेनिवाल को रात 12 बजे निर्धारित कार्यक्रम अनुसार बायतु में जागरण में शामिल होना था. इससे पहले ही राजस्व मंत्री के करीब सौ से ज्यादा समर्थक बायतु में एकत्रित हो गए और बेनीवाल के खिलाफ़ नारेबाजी करने लगे. जैसे ही समर्थक फलसूण्ड चौराहे पर जमा होने लगे, पुलिस का बड़ा जाब्ता भी वहां पहुंच गया. पुलिस ने समर्थकों से समझाइश भी की लेकिन चौधरी समर्थक बेनीवाल के आने का इंतजार करते हुए नारेबाजी करने लगे.
बायतु में उपखंड मुख्यालय पर आयोजित वीर तेजाजी और खेमाबाबा के जागरण में भाग लेने रात करीब 12 बजे सांसद बेनीवाल और केंद्रीय मंत्री का काफिला जैसे ही फलसूंड चौराहा पहुंचा, विरोध करने वाले चौधरी समर्थकों ने पत्थर फेंकने शुरू कर दिए जो केंद्रीय मंत्री की गाड़ी पर लगे. जिससे गाड़ी के शीशे फूट गए, बेनीवाल और केंद्रीय कृषि मंत्री दोनों एक गाड़ी में ही थे. यहां से गाडि़यां जागरण स्थल पहुंच गई, जहां पुलिस का जाब्ता साथ रहा. इस घटना के बाद इलाके में तनाव बना हुआ है.
हमले के बाद जागरण कार्यक्रम में पहुंचे हनुमान बेनिवाल (MP Hanuman Beniwal) ने राजस्व मंत्री हरीश चौधरी के खिलाफ खुली लड़ाई का एेलान करते हुए कहा कि पत्थर फेंकने वाले राजस्व मंत्री हरीश चौधरी के लोग थे जो पाटोदी इलाके से बुलाए गए थे. बेनीवाल ने कहा, मैं भी इनकी तरह कर सकता हूं लेकिन यहां सभी मेरे अपने हैं, इसलिए मैं ऐसा नहीं कर रहा हूं. राजस्व मंत्री के खिलाफ जमकर बोलते हुए बेनिवाल ने कहा कि हरीश चौधरी को जब तक गहलोत मंत्रीमण्डल से नहीं हटाया जाता मेरा विरोध जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि अब उनकी हरीश चौधरी से खुली लड़ाई है. सांसद बेनिवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और हरीश चौधरी को जगह-जगह काले झंडे दिखाने की बात भी कही.
मामले के बाद से बायतु पुलिस छावनी बन गया और विवाद बढऩे की आशंका के चलते अतिरिक्त जाप्ता भी मंगवाया गया. लेकिन सवाल ये उठता है कि जब घटनास्थल पर विरोध पहले से हो रहा था और पथराव की आशंका भी बनी हुई थी और मौके पर पुलिस का जाप्ता भी पर्याप्त संख्या में वहां मौजूद था, तो क्या इस सुनियोजित हमले को रोका नही जा सकता था. अगर सांसद (MP Hanuman Beniwal) या मंत्री के साथ कोई अनहोनी हो गई होती तो ये विवाद विकराल रूप ले सकता था, फिर इसका जिम्मेदार कौन होता.