सीएम खट्टर को फिर करना पड़ा किसानों के जोरदार विरोध का सामना, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

किसानों ने बैरिकेडिंग हटाकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का किया विरोध, ऐसे में पुलिस की तरफ से किसानों पर हुआ लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले भी बरसाए गए, पुलिस ने किसानों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, जिसके जवाब में किसानों ने भी पुलिस पर पथराव किया

सीएम खट्टर को फिर करना पड़ा किसानों के जोरदार विरोध का सामना (File Photo)
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Politalks.News/HaryanaPolitics. हरियाणा में कोरोना के महासंकटकाल के बीचकृषि कानूनों के विरोध में जारी किसान आंदोलन एकाएक कभी उग्र हो जाता है. ऐसे में एक बार फिर किसानों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के दौरे का विरोध किया और बदले में उन्हें पुलिस की लाठियां खानी पड़ी. दरअसल, हरियाणा के हिसार में कोविड अस्पताल का उद्घाटन करने पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा है. किसानों के विरोध को देखते हुए पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाए थे, लेकिन किसानों ने बैरिकेडिंग हटाकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का विरोध किया, ऐसे में पुलिस की तरफ से किसानों पर लाठीचार्ज हुआ और आंसू गैस के गोले भी बरसाए गए. पुलिस ने किसानों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, जिसके जवाब में किसानों ने भी पुलिस पर पथराव किया.

आपको बता दें, रविवार को सीएम मनोहर लाल खट्टर को हिसार और पानीपत में 500-500 बेड के दो अस्थाई कोविड अस्पतालों का उद्घाटन करना था. सीएम खट्टर के हिसार दौरे से एक दिन पहले ही किसान नेताओं की ओर से वीडियो जारी कर इस दौरे का विरोध करने का ऐलान किया गया था. आज तयशुदा कार्यक्रम के तहत सीएम के उद्घाटन कार्यक्रम के बाद सैकड़ों किसान जमा हुए और नारेबाजी शुरू कर दी. इसके बाद पुलिस ने किसानों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े.

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मुख्यमंत्री ने की थी किसानों से अपील
कोविड अस्पताल का उद्घाटन करने जाने से पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किसानों से महामारी के कारण अपने घरों को वापस लौटने और सरकार द्वारा वायरस को रोकने के लिए की जा रही कोशिशों को मजबूत करने की अपील की थी. खट्टर ने कहा कि स्थिति सामान्य होने पर किसान आंदोलन कर सकते हैं.खट्टर ने कहा कि कोविड की पहली लहर में प्रतिदिन अधिकतम 3,000 मामले सामने आए.इस बार रोजाना करीब 16,000 मामले सामने आ रहे हैं. इससे स्वास्थ्य व्यवस्था को शुरू में भारी दबाव का सामना करना पड़ा.लेकिन जल्द ही स्थिति पर काबू पा लिया गया.

घटना के दौरान मुख्यमंत्री खट्टर के दौरे का विरोध करने पहुंचे एक किसान नेता ने बताया कि मुख्यमंत्री के चले जाने के बाद विभिन्न इलाकों से आए किसान प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान पुलिस ने किसानों पर अचानक लाठियां बरसानी शुरू कर दी. किसानों पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी बरसाए. इसके जवाब में किसानों ने भी पुलिस के ऊपर पथराव किया. सड़क पर पड़े पत्थर उठाकर किसानों ने पुलिस को जवाब दिया. किसानों के ऊपर पुलिस लाठीचार्ज का वीडियो सोशल मीडिया में भी वायरल हो रहा है.

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