पॉलिटॉक्स ब्यूरो. गहलोत सरकार के एक साल पूर्ण होने पर मंगलवार को जयपुर में कई कार्यक्रम आयोजित हुए. एक साल पूर्ण होने पर सुबह अल्बर्ट हॉल से त्रिमूर्ति सर्किल तक रन फ़ॉर निरोगी राजस्थान का आयोजन किया गया जिसको मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Gehlot) सहित झंडी दिखाकर रवाना किया. इसके बाद जवाहर कला केंद्र पर मुख्यमंत्री गहलोत ने राज्यस्तरीय प्रदर्शनी का शुभारंभ किया और सरकार के एक वर्ष फैसले अनेक पुस्तक का विमोचन भी किया गया.
एक वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में एक विशाल सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस किसान सम्मेलन में मुख्यमंत्री गहलोत (Chief Minister Gehlot) ने एक हजार करोड के कृषक कल्याण कोष का शुभारंभ करने के साथ साथ राजस्थान कृषि प्रसंस्करण कृषि व्यवसाय, कृषि निर्यात प्रोत्साहन नीति का भी विमोचन किया. इसके साथ ही गहलोत ने स्टेडियम में लगाई गई कृषि ज्ञान धारा कार्यक्रम और प्रदर्शनी का भी शुभारंभ किया. इस सम्मेलन में प्रदेशभर से आये किसानों ने शिरकत की. किसान सम्मेलन के दौरान मंच पर गहलोत के साथ उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को छोडकर लगभग सभी मंत्री मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Gehlot) ने किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आपके आशीर्वाद से मुझे तीसरी बार राजस्थान का प्रथम सेवक बनने का मौका मिला है. मेरे पहले कार्यकाल में 20 साल पहले अकाल के समय हमने काम के बदले अनाज योजना से घर घर गेंहू पहुंचाया. उस समय वसुंधरा राजे जी ने कहा था कि सीएम दिल्ली की सड़कों पर भीख मांग रहा है. यह भी कहा गया प्रदेश के लोग भूख से मरेंगे. उस समय मैने कहा था वसुंधराजी भूख से मरना तो छोड़िए मैं किसी को भूखा सोने तक नहीं दूंगा और उस समय हमने बेहतरीन अकाल प्रबन्धन किया.
आगे मुख्यमंत्री गहलोत (Chief Minister Gehlot) ने कहा कि आजादी के पहले से चली आ रही जागीरदारी प्रथा को कांग्रेस ने खत्म किया और एक झटके में किसान को उसके खेत का मालिक बना दिया. गहलोत ने एक साल में किसानों के लिए एक वर्ष में किेये गये कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार बिजली पर किसानों को 12 हजार करोड़ रूपये की सब्सिडी देती है. पिछली बार जब राहुल गांधी यहां आए थे तब हमने घोषणा की थी कि बिजली की बढ़ी दरों का भार किसानों पर नहीं आएगा. अख़बारबाजी होती रहती है उसकी किसान चिंता नहीं करें, किसानो की बिजली दरों को नहीं बढ़ाया जाएगा.
मुख्यमंत्री गहलोत ने आगे किसानों से कहा कि सरकार का प्रयास है कि आधुनिक तकनीक का फायदा किसानों के खेत तक पहुंचे. प्रदेश का प्रगतिशील किसान अन्य किसानों को जागरूक करें. प्रदेश सरकार ड्रिप इरिगेशन और स्प्रिंकलर पर सब्सिडी देती है. पिछली वसुंधरा सरकार ने ड्रिप पर सब्सिडी कम कर दी जबकि हमारी सरकार के समय 90 फीसदी सब्सिडी दी जाती थी.
मुख्यमंत्री गहलोत ने जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में निरोगी राजस्थान अभियान शुरू हो रहा है. प्रदेश में कोई बीमार हो ही नहीं इस मकसद से निरोगी राजस्थान अभियान शुरू किया गया है. स्वास्थ्य के क्षेत्र में हमने कई योजनाएं बना रखी हैं. पशु भी स्वस्थ रहें इसके लिए हर पंचायत में पशु उपस्वास्थ्य केंद्र खोलने के प्रयास भी सरकार कर रही है.
मुख्यमंत्री गहलोत (Chief Minister Gehlot) ने आगे कहा कि महिलाओं को घूंघट से मुक्त करना जरूरी है. बेटीयों को बचाना जरूरी है मां बाप की ज्यादा सेवा बेटी ही करती है बेटा नहीं, उस बेटी की भ्रूण हत्या कितना बड़ा पाप है. राजीव गांधी ने का(Chief Minister Gehlot) नून में संशोधन कर महिलाओं को पंचायत, पालिका चुनावों में आरक्षण दिया. कई बार हम बैठकों में देखते थे महिला सरपंच नीचे बैठी रहती थी और बैठक में सरपंच पति बैठता था. सरपंच पति, प्रधान पति, के पद हो गए थे. सोनिया गांधी कहती हैं कि 30 फीसदी महिलाएं एमपी एमएलए होनी चाहिए, राहुल गांधी ने हमें निर्देश दिए थे. हमने 30 फीसदी महिला आरक्षण के लिए विधानसभा से प्रस्ताव पारित कर केंद्र को भेजा.
गहलोत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश की आर्थिक हालत खराब है. क्रूड ऑयल के भाव कम होने के बावजूद डीजल पेट्रोल महंगा मिल रहा है. प्याज 150 रुपए किलो बिक रहा गया. नोकरियाँ हैं नहीं और जा रही है. आज किसान, मजदूर, व्यापारी सब दुखी हो गया है तो फिर सुखी कौन है. राज्य सरकारों को केंद्रीय करों का हिस्सा समय पर नहीं मिल रहा है, जब राज्यों का दबाव पड़ा तो कल केंद्र ने एक छोटी सी क़िस्त जारी की है.
मुख्यमंत्री गहलोत (Chief Minister Gehlot) ने यह भी कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के समय अधिकार आधारित युग की शुरुआत हुई थी. भला हो सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह का जिन्होने सामाजिक सुरक्षा, नरेगा, खादय जैसी योजनाएं देश को दी.