Politalks.News/Bharat. देश के विभिन्न राज्यों में खाली हुईं 56 विधानसभा सीटों व एक बिहार की वाल्मीकि नगर की संसदीय सीट पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. बिहार की एक लोकसभा सीट और मणिपुर की दो विधानसभा सीटों पर 7 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. अन्य सभी सीटों पर 3 नवंबर को उपचुनाव होंगे और 10 नवंबर को चुनाव के नतीजे घोषित होंगे. इन सभी में मध्यप्रदेश की 28 सीटों पर होने वाला उपचुनाव सबसे हॉट केटेगिरी में हैं जिस पर देशभर की नजरें गढ़ी हुई हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित 22 कांग्रेसी समर्थित विधायकों के बीजेपी में शामिल हो जाने के बाद यहां सत्ता पलट गई और कमलनाथ सरकार गिर गई. इसके बाद बीजेपी के शिवराज सिंह चौहान फिर से मुख्यमंत्री बने. इसके बाद तीन अन्य कांग्रेसी विधायक भी इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए. तीन विधायकों की मौत होने से तीन सीट खाली हो गई हैं.
यहां टक्कर बीजेपी और कांग्रेस में बराबर की है लेकिन सर्वे रिपोर्ट में कांग्रेस सत्ताधारी पक्ष के उम्मीदवारों पर भारी पड़ रही है. कमलनाथ को सत्ता में आने के लिए करीब करीब सभी सीटों पर जीत दर्ज करनी होगी, जबकि बीजेपी बहुमत से केवल 9 अंक दूर है. मुकाबले में बहुजन समाज पार्टी भी है जिन्होंने 9 सीटों पर उम्मीदवार पहले ही उतार दिए हैं. कांग्रेस 24 उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है. जल्दी ही चार नाम की घोषणा कर दी जाएगी. कांग्रेस से बीजेपी में गए 25 विधायकों का चुनावी दंगल में उतरना पक्का माना जा रहा है. ऐसे में भाजपा तीन नामों पर मंथन करने में जुटी है.
चुनाव आयोग की जारी सूचना के मुताबिक, 9 अक्टूबर को उपचुनावों के लिए अधिसूचना जारी की जाएगी. 16 अक्टूबर को नामांकन करने की अंतिम तिथि होगी और 19 अक्टूर तक नाम वापसी हो सकेगी. 3 नवंबर को सभी सीटों पर एक साथ उपचुनाव कराए जाएंगे. 10 नवंबर को मतगणना होगी और इसी दिन परिणाम घोषित होंगे. 12 नवंबर तक सभी चुनावी प्रकिया पूरी कर ली जाएंगी.
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मध्यप्रदेश की 28 विधानसभा सीटों के साथ ही देशभर के 11 राज्यों की 57 सीटों पर भी उपचुनाव होने हैं. इनमें बिहार की वालमिकी नगर संसदीय सीट पर भी उपचुनाव होगा. बिहार की एक लोकसभा सीट और मणिपुर की दो विधानसभा सीटों पर 7 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. इसके अलावा, छत्तीसगढ़, हरियाणा व तेलंगाना की एक-एक, झारखंड, कर्नाटक, मणिपुर, नागालैंड, ओडिसा की दो-दो, यूपी की 7 और गुजरात की 8 वि.स. सीटों पर भी 3 नवंबर को मतदान होगा. अधिसूचना, नामांकन, नाम वापसी और मतगणना की तारीखें मध्यप्रदेश उपचुनाव की तरह ही यथावत रहेंगे. मतदान के समय वोटर को वोटर पर्ची के साथ एक परिचय पत्र भी लाया अनिवार्य होगा. आधार, पैन कार्ड के साथ 11 अन्य परिचय पत्र इसमें शामिल होंगे.