कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित अन्य नेताओं द्वारा केंद्र सरकार पर फोन हैकिंग के आरोपों पर बीजेपी ने विपक्ष को दो टूक जवाब दिया है. विपक्षी नेताओं के शिकायत सामने आने के बाद बीजेपी ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने इस मामले पर कहा कि इस मामले पर एप्पल कंपनी को स्पष्टीकरण देना चाहिए. वहीं, शिकायतकर्ताओं (विपक्ष के नेता) को सलाह दी कि आप लोग इस मामले पर एफआईआर दर्ज क्यों नहीं करवाते हैं. पूर्व केंद्र मंत्री ने कहा कि इन नेताओं को मोबाइल कंपनी से बातचीत करनी चाहिए और पूछना चाहिए कि आखिर क्या माजरा है. मैं अपने अनुभव से साथ कहना चाहता हूं कि कोई भी टेलिकंपनी कंपनी ऐसा नहीं करती है.
रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी सहित अन्य नेताओं के दावों पर कहा, ‘राहुल गांधी ने पहले पेगासस के बारे में दावे किए थे लेकिन सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त समिति के समक्ष आईफोन जमा करने से इनकार कर दिया था. ये एप्पल का काम है कि वह विपक्षी नेताओं और शिकायतकर्ताओं को इस अलर्ट पर स्पष्टीकरण दे.’
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इसी मामले पर केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोगों को केवल आलोचना की आदत है. ये (विपक्षी नेता) देश की उन्नति नहीं पचा सकते हैं. कुछ लोगों को आलोचना की आदत लग गई है.
एप्पल ने इस मामले पर क्या कहा –
विपक्षी नेताओं के आरोप के कुछ मिनटों के बाद ही एप्पल ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया साझा की. कंपनी ने कहा कि हम किसी भी विशेष राज्य-प्रायोजित की सूचना नहीं देते हैं. यह संभव है कि कुछ एप्पल खतरे की सूचनाएं गलत अलार्म हो सकती हैं, या कुछ हमलों का पता नहीं चल पाता है. कंपनी ने आगे कहा कि संभव है कि ये मैसेज एक फॉल्स अलार्म हो, जो इन खतरों की गलत जानकारी दे रहा हो. हमारे पास इस बात की जानकारी नहीं है कि आखिर किस वजह से यह अलर्ट जारी किया गया.
कांग्रेस सहित अन्य नेताओं ने किया फोन टेपिंग का दावा –
बता दें कि इस मामले पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर जासूसी करने का आरोप जड़ा है. राहुल गांधी ने केंद्र पर तंज कसते हुए कहा है कि अगर फोन टैपिंग करनी है या जासूसी करनी है तो मेरा फोन लेकर कर लो लेकिन हम डरेंगे नहीं. इधर, पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में फंसीं तृणमूल कांग्रेस पार्टी की सांसद महुआ मोइत्रा ने कुछ स्क्रीन शॉट शेयर कर दावा किया है कि केंद्र सरकार उनका फोन और ईमेल हैक करने की कोशिश कर रही है. ये एपल ID पर आए अलर्ट मैसेज हैं. इनमें लिखा है कि स्टेट-स्पॉन्सर्ड अटैकर्स आपके आईफोन को रिमोट मोड पर लेकर उसमें सेंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं. इसके बाद महुआ ने बीजेपी नेताओं को अडाणी और प्रधानमंत्री कार्यालय के गुंडे कहकर संबोधित किया है.
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इधर, सोशल मीडिया पर कुछ स्क्रीन शॉट शेयर करते हुए टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा और कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने केंद्र सरकार पर फोन टैपिंग का आरोप जड़ा है. कांग्रेस नेता पवन खेड़ा, AAP सांसद राघव चड्ढा, शिवसेना (उद्धव गुट) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और CPI(M) के जनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी ने भी यही दावा किया है. हालांकि बीजेपी ने इन आरोपों का खंडन किया है.