दरअसल, दिल्ली शराब घोटाले में सुप्रीम कोर्ट ने मनीष सिसोदिया की जमानत अर्जी खारिज कर दी है. इस फैसले के कुछ घंटे बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने समन जारी कर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पूछताछ के लिए 2 नवंबर को बुलाया है. इसके तुरंत बाद दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने दावा किया कि 2 नवंबर को प्रवर्तन निदेशालय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर सकती है.
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एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आतिशी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अरविंद केजरीवाल से डर लगता है. भाजपा को पता है कि वह चुनाव में आम आदमी पार्टी को नहीं हरा सकती है. इसलिए AAP के सीनियर नेताओं को एक-एक कर जेल में डाला जा रहा है. वे (BJP) I.N.D.I.A गठबंधन के उन नेताओं को भी टारगेट कर रहे जो राजनीतिक रूप से उन्हें मजबूत दिख रहे हैं.’
दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने ये दावा किया है कि 2 नवंबर को पूछताछ के बाद ईडी सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर सकती है. उन्होंने ये भी कहा कि केजरीवाल के बाद I.N.D.I.A गठबंधन के दूसरे नेता भी गिरफ्तार होंगे. अगला नंबर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और बंगाल सीएम ममता बनर्जी का है.
इन दावों में कितनी सच्चाई है, ये तो 2 नवंबर को ही पता चल पाएगा लेकिन दिल्ली शराब नीति मामले में जिस तरह से दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया 247 दिनों से जेल में बंद हैं और उनकी जमानत तक नहीं हो पा रही है, आतिशी के इन दावों को पूरी तरह से नजर अंदाज भी नहीं किया जा सकता है. दिल्ली शराब घोटाला 338 करोड़ रुपए के लेन-देन से जुड़ा मामला है. आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया के साथ पार्टी सांसद संजय सिंह पर इसी मामले में भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है. हालांकि पुलिस के पास पुख्ता सबूतों का अकाल है लेकिन इसके बाद भी दोनों सलाखों के पीछे हैं. शराब नीति केस में 30 अक्टूबर को ईडी की तरफ से अरविंद केजरीवाल को पहला समन भेजा गया है. इससे पहले सीबीआई ने सीएम केजरीवाल से अप्रैल में करीब साढ़े 9 घंटे तक पूछताछ कर चुकी है.