Politalks.News/RahulGandhi. नेशनल हेराल्ड केस में कथित मनी लॉन्ड्रिंग केस को लेकर देश की सियासत गर्म है. नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की ईडी दफ्तर में पूछताछ की जा रही है. एक तरफ जहां कांग्रेस नेताओं ने सड़क पर उतरकर मार्च किया तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने भी कांग्रेस पर जोरदार निशाना साधा है. वहीं करीब सवा तीन घंटे तक चली पहले चरण की पूछताछ के बाद राहुल गांधी करीब डेढ़ घंटे के लंच ब्रेक के लिए बाहर निकले. इस दौरान राहुल ने सर गंगाराम अस्पताल पहुंच सोनिया गांधी से भी मुलाकात की और वापस पूछताछ के लिए ED दफ्तर पहुंच गए. वहीं पूछताछ से पहले कांग्रेस कार्यकर्त्ता एवं नेता सोमवार सुबह राहुल गांधी के साथ पैदल मार्च के लिए रवाना हुए लेकिन पुलिस ने उन्हें ED के दफ्तर से एक किलोमीटर पहले ही रोक दिया. वहीं पैदल मार्च और प्रदर्शन पर अड़े कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और उन्हें तुगलक रोड स्थित थाने लेकर पहुंची है. हालांकि प्रियंक गांधी के तुगलक रोड पहुंचने पर तमाम दिग्गजों को पुलिस ने रिहा कर दिय है. पुलिस द्वारा प्रदर्शन की अनुमति ना दिए जानें पर कांग्रेस ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
सोमवार को दिल्ली की सड़कों पर कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी को मिले ED के समन के विरोध में प्रदर्शन किया. ED के दफ्तर में पेश होने से पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की और उसके बाद कांग्रेस मुख्यालय पहुंच वहां मौजूद कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की. इस बैठक के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, सचिन पायलट, रणदीप सुरजेवाला सहित पार्टी के सभी सांसद और अन्य नेता राहुल गांधी के साथ पैदल ही ED ऑफिस के लिए निकल पड़े. हालाँकि पुलिस ने कांग्रेस नेताओं को बैरिकेड लगाकर प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर से पहले ही रोक लिया और नेताओं को आगे नहीं जाने दिया था. यहां राहुल गांधी और प्रियंका गांधी कार से ED मुख्यालय पहुंचे.
जिसके बाद कांग्रेस नेता बैरिकेड को हटाकर आगे जानें की कोशिश करने लगे लेकिन पुलिस ने उन्हें वहीं रोक लिया और सीएम गहलोत, भूपेश बघेल, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, बीवी श्रीनिवास, कन्हैया कुमार, मुकुल वासनिक सहित कई दिग्गजों को गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जानें पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो शेयर करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि, ‘आज जिस तरह कांग्रेस पार्टी के शांतिपूर्ण मार्च को रोका जा रहा है. यह तानाशाही पूरा देश देख रहा. कांग्रेस मुख्यालय की घेराबंदी कर दी गई है. चारों तरफ पुलिस लगा दी गयी है. नेता-कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया जा रहा है. मुझे भी ईडी ऑफिस जाते समय साथियों के साथ हिरासत में लिया है.’ हालांकि कुछ देर बाद जब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी तुगलक रोड स्थित थाने पर पहुंची तो पुलिस ने सभी कांग्रेसी नेताओं को रिहा कर दिया.
पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि, ‘गोडसे के वंसज एक बार फिर गांधी को डराने चले हैं, ना महात्मा गांधी डरे थे और ना उनके उत्तराधिकारी डरेंगे. अगर इस देश में अखबार के पत्रकारों की तनख्वाह देना, हाउस टैक्स देना, बिजली का बिल देना अपराध है तो हम ये अपराध बार-बार करेंगे. कायर मोदी सरकार हमें गिरफ्तार करे और हमें आजीवन कारावास दे पर अंग्रेज भी हारा था और मोदी भी हारेगा. वहीं कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बीजेपी भी हमलावर हो गई है. पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, दुनिया देख रही है कि कैसे भ्रष्टाचार भी ‘सत्याग्रह’ कर सकता है. महात्मा गांधी ने दुनिया को सच्चाई के लिए लड़ना सिखाया जबकि कांग्रेस ने दुनिया को भ्रष्टाचार का जश्न मनाने और उसके लिए लड़ने की शिक्षा दी. जमानत पर बाहर हैं गांधी परिवार, यह राजनीतिक मामला नहीं.’
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पार्टी मुख्यालय से पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए पार्टी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि, ‘जो बेल पर हैं उन्होंने घोषणा की है कि आओ दिल्ली को घेरो, क्योंकि हमारा भ्रष्टाचार पकड़ा गया है. एक इन्वेस्टिगेशन एजेंसी पर दबाव डालने के लिए कांग्रेस शासित वरिष्ठ नेताओं को विशेष आमंत्रित किया गया है. एक इन्वेस्टिगेशन एजेंसी पर खुलेआम दबाव डालने वाली कांग्रेस की इस रणनीति को आप क्या नाम देंगे? भ्रष्टाचार के मुद्दों पर राहुल गांधी को तलब किया गया है, उन विषय पर विचार करें?’ गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए ईरानी ने कहा कि, ‘कंपनी बनाई जाती है समाज की सेवा के लिए, लेकिन समाज की सेवा नहीं बल्कि वो कंपनी केवल गांधी परिवार की सेवा तक सीमित हो जाती है.’
स्मृति ईरानी ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘आज जो लोग इन्वेस्टिगेशन एजेंसी पर दबाव डालना चाहते हैं, उनका ध्यान आकृष्ट करूंगी, दिल्ली हाई कोर्ट के 2019 एक जजमेंट के वाक्य पर, ‘AGL के ऊपर राहुल और सोनिया गांधी जी का मालिकाना हक गैरकानूनी तौर पर संपत्ति पर अधिकार जमाने का एक प्रयास है. आज जो गतिरोध कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता राहुल गांधी के बुलावे पर कर रहे हैं, मैं देश को बताना चाहूंगी कि ये लोकतंत्र को बचाने का प्रयास नहीं, बल्कि गांधी परिवार की 2,000 करोड़ की संपत्ति को बचाने का प्रयास है.’
वहीं राहुल गांधी से फिलहाल पूछताछ जारी है. सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी से तीन चरणों में पूछताछ होगी जिसके तहत पहले चरण की पूछताछ पूरी हो चुकी है. सियासी जयकारों का कहना है कि पहले चरण के तहत ED ने राहुल से उनकी निजी जानकारियों से जुड़े सवाल पूछे जिनमें उनके बैंक अकाउंट से जुड़े सवाल भी उपस्थिति थे लेकिन राहुल ने कई सवालों का जवाब नहीं दिया. वहीं राहुल गांधी से ED कुछ महत्वपूर्ण सवाल कर सकता है जो निम्न प्रकार है:-
- यंग इंडियन कंपनी बनाने का निर्णय किसका था? क्या आप उस बैठक में शामिल थे यदि शामिल थे तो डिटेल?
- आपने यंग इंडियन की शुरुआती कितनी बैठकों में भाग लिया? इस कंपनी में आप डायरेक्टर कैसे बने?
- आपने शेयर किस तरह से खरीदें?
- शेयर खरीद के लिए कोई पैसा दिया था?
- यदि दिया था तो किस बैंक खाते से किस तरह?
- राहुल गांधी से सवालों के पहले बंच में पूछा जाएगा कि आपके कितने बैंक अकाउंट हैं ?
- किस किस बैंक में एकाउंट है ?
- क्या कोई बैंक अकाउंट विदेश में भी है?
- यदि है तो उसकी जानकारी?
- आपकी जायदाद कहां कहां हैं? क्या विदेश में भी जायदाद हैं ? यदि हां तो उनकी डिटेल