बेनागा कोरोना विस्फोट के बीच CM गहलोत ने माना 30 अप्रैल तक स्थिति विकट, वॉरियर्स का जताया आभार

एक वर्ष से अधिक समय हो गया है फिर भी इस विकट समय में पूरी मेहनत से कार्य कर रहे समस्त मेडिकल स्टाफ, फार्मास्यूटिकल स्टाफ, पुलिसकर्मियों, होमगार्ड, सफाईकर्मियों, ऑक्सीजन टैंकर चालकों, एंबुलेंसकर्मी एवं कोविड प्रबंधन से जुड़े सभी कर्मचारियों का आभार व्यक्त करता हूं- सीएम गहलोत

ashok gehlot 26 jul1
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Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान में जन अनुशासन पखवाड़ा के पांच दिन बीत जाने के बाद भी कोरोना संक्रमितों की संख्या बेनागा दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है. गुरुवार को आई स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट की अनुसार प्रदेश में बीते 24 घण्टों में 14468 नए कोरोना पॉजिटिव मिले, जबकि कोरोना संक्रमण के चलते 59 लोगों की मौत हो गई. सबसे ज्यादा 11 मौत जयपुर में हुई तो वहीं जोधपुर में 10 लोगों की जान चली गई. इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या 107157 पहुंच गई है. कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण अस्पतालों में व्यवस्थाएं चरमरा रही हैं, लोगों को बेड नहीं मिल पा रहे हैं. ऐसे में चितिंत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेशवासियों से चिरंजीवी योजना में पंजीयन करवाने के साथ ही प्रदेश के तमाम कोरोना वॉरियर्स की हौसला अफजाई करते हुए उनको धन्यवाद दिया है.

प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन और जीवनरक्षक दवाओं की भी किल्लत ने गहलोत सरकार और प्रशासन की चिंता और बढ़ा दी है. इसलिए सीएम गहलोत ने राज्य के सभी सांसदों से अपील की है कि वे केंद्र सरकार के सामने ऑक्सीजन और दवाइयों के मामले में राजस्थान की बात गंभीरता से रखें. सीएम अशोक गहलोत ने खुद माना है कि आगामी 30 अप्रैल तक का समय राज्य के लिए बहुत मुश्किलों भरा है. मुख्यमंत्री गहलोत ने एक ट्वीट करते हुए कहा कि, ‘जितनी तेजी से कोविड फैल रहा है ऐसा लगता है कि कोई भी इसकी चपेट में आ सकता है. इसलिए सभी प्रदेशवासियों से अपील है कि 30 अप्रेल से पहले मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना में पंजीकरण करवाएं जिससे आपके पूरे परिवार को पांच लाख रुपये तक के बीमा का लाभ मिल सके. इस योजना में कोविड के इलाज को भी शामिल किया गया है.’

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इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में 13 महीनों से संक्रमण की परवाह किए बिना लोगों की जान बचा रहे वॉरियर्स का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि, ‘एक वर्ष से अधिक समय हो गया है फिर भी इस विकट समय में पूरी मेहनत से कार्य कर रहे समस्त मेडिकल स्टाफ, फार्मास्यूटिकल स्टाफ, पुलिसकर्मियों, होमगार्ड, सफाईकर्मियों, ऑक्सीजन टैंकर चालकों, एंबुलेंसकर्मी एवं कोविड प्रबंधन से जुड़े सभी कर्मचारियों का आभार व्यक्त करता हूं. आपकी मेहनत और सेवा से ही हजारों जानें बच रही हैं.’

इधर, प्रदेश सरकार ने केंद्र से ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाने की मांग की है. वर्तमान में केंद्र सरकार से राज्य को 125 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 200 मीट्रिक टन का काेटा निर्धारित करने की मांग की है. इधर भिवाड़ी प्लांट से भी कल राज्य को लगभग 8 मीट्रिक टन ऑक्सीजन कम आने पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने नाराजगी जताते हुए केंद्र से पूरा कोटा (65 मीट्रिक टन) तरल ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने की मांग की है. इसके अलावा केंद्र सरकार ने आज जो रेमडेसिविर इंजेक्शन का कोटा राज्यों का निर्धारित किया है, उसको लेकर भी राजनेताओं में नाराजगी है. केंद्र सरकार ने राजस्थान को 30 अप्रैल तक 26 हजार 500 इंजेक्शन की खेप देने का कोटा तय किया है.

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आपको बता दें, प्रदेश में हर दिन 10 हजार से ज्यादा नए मरीज मिल रहे हैं, जिसकी तुलना में ठीक कम हो रहे हैं. यही कारण है की एक्टिव मामलों की संख्या स्थिर नहीं हो पा रही है. गुरुवार को जहां 14468 मरीज बढ़े, उसकी तुलना में सिर्फ 3618 मरीज ही रिकवर हो पाए. बता दें, कोरोना के सबसे ज्यादा मामले जयपुर में 2317, जोधपुर में 1921, कोटा में 1126, उदयपुर में 1215, अलवर 623, भीलवाड़ा 602, बीकानेर 333 , सिरोही 281, चूरू 350, सवाई माधोपुर 133, सीकर 395, अजमेर 623, डूंगरपुर 287, राजसमंद 306, दौसा 301, बारां 292, चित्तौडगढ़ 270, झालावाड़ 149, बांसवाड़ा 235, बाड़मेर 333, हनुमानगढ़ 127, धौलपुर 148, पाली 345, टोंक 216, भरतपुर 132, श्रीगंगानगर 160, नागौर 168, करौली 164, जालोर 115, बूंदी 127 , झुंझुनूं 49, जैसलमेर 106, प्रतापगढ़ में 85 नए मामले सामने आए हैं.

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