Manipur News: मणिपुर में मतैई और कुकी समुदाय में अधिकारों को लेकर हो रही जानलेवा हिंसा के बीच बीजेपी की एन बीरेन सिंह सरकार में टूट हुई है. मणिपुर में NDA की सहयोगी कुकी पीपुल्स अलायंस (KPA) ने सरकार से अपना समर्थन वापिस ले लिया है. हालांकि इससे सरकार के बहुमत पर कोई असर नहीं होगा. पार्टी के नेताओं का कहना है कि हम कभी सरकार का हिस्सा नहीं थे लेकिन बाहर से समर्थन दे रहे थे. अब हम अपना समर्थन वापिस ले रहे हैं जिसके लिए गवर्नर को पत्र लिखकर अवगत करा दिया गया है. दरअसल मणिपुर में सेंट्रल फोर्स की 10 अतिरिक्त कंपनियों की तैनाती के बाद सहयोगी पार्टी ने समर्थन वापसी का फैसला लिया है.
दरअसल, राज्य में कुकी-मैतेई समुदाय के बीच हिंसा के बीच 3 अगस्त को भीड़ ने मोइरंग और नारानसेना थाने पर हमला कर 685 हथियार और 20 हजार से ज्यादा कारतूस लूट लिए थे. लूटे गए हथियारों में AK-47, इंसास राइफल्स, हैंड गन, मोर्टार, कार्बाइन, हैंडग्रेनेड और बम शामिल हैं. इसके अलावा, राज्य में सिर्फ घाटी के पुलिस स्टेशन से नहीं, बल्कि पहाड़ी जिलों से भी लूटे गए थे. सुरक्षा बल इन हथियारों को रिकवर करने के लिए लगातार पहाड़ी और घाटी इलाकों में तलाशी कर रहे हैं. अब तक पहाड़ी जिलों से 138 हथियार और 121 गोला-बारूद बरामद हुए हैं. जबकि घाटी के जिलों से 1057 हथियार और 14,201 गोला-बारूद बरामद हुए हैं. इसके बाद केंद्र सरकार ने सेंट्रल फोर्स की 10 और कंपनियां तैनात करने का फैसला लिया है. इस कड़ी में केंद्र ने CRPF की 5, BSF की 3, ITBP और SSB की एक-एक अतिरिक्त कंपनी तैनात करने का आदेश जारी किया है.
केंद्र सरकार के अतिरिक्त कंपनियों की तैनाती के आदेश के बाद मणिपुर में NDA की सहयोगी कुकी पीपुल्स अलायंस (KPA) ने राज्य की एन. बीरेन सिंह सरकार से समर्थन वापस ले लिया. KPA के राज्य में दो विधायक हैं. हालांकि इससे सरकार के बहुमत पर कोई असर नहीं होगा. 60 सदस्यों वाली विधानसभा में बीजेपी के 37 विधायक हैं. इसके अलावा, तीन अन्य विधायकों का भी बीरेन सरकार को समर्थन प्राप्त है.
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मणिपुर में फिलहाल 114 कंपनियां तैनात हैं, जिनमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की 52 कंपनियां, रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) की 10, बीएसएफ की 43, इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (ITBP) की 4 और सशस्त्र सीमा बल (SSB) की 5 कंपनियां तैनात हैं. इसके अलावा आर्मी और असम राइफल्स के 70 कॉलम की भी मणिपुर में तैनाती की गई है. एक कॉलम में 50-70 जवान होते हैं.
हथियार लूटने की घटना के बाद पुलिस और सुरक्षाबल एक्शन में दिखे. 4 अगस्त को कौट्रुक हिल रेंज में पुलिस ने ऑपरेशन चलाकर सात अवैध बंकरों को नष्ट कर दिया. इसके बाद 5 अगस्त को पुलिस और भीड़ के बीच टेराखोंगसांगबी कांगवे और थोरबुंग में हिंसक झड़प हुई जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई. यह इलाका कुकी-मैतेई के बीच का बॉर्डर है. हमलावर बफर जोन क्रॉस करने की कोशिश कर रहे थे. सुरक्षाबलों ने जब रोका तो इनके बीच झड़प हो गई. इस दौरान फायरिंग भी की गई. क्रॉस फायर में तीन लोगों की मौत हो गई.
इसके बाद शाम को इंफाल पश्चिम जिले में एक फिर हिंसा भड़क गई. उपद्रवियों ने 15 घरों को आग के हवाले कर दिया. नियंत्रण करने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने कई राउंड आंसू गैस के गोले दागे. हिंसा के दौरान एक 45 वर्षीय व्यक्ति को गोली लग गई, जिसकी हालत नाजुक बताई जा रही है.