तेलंगाना के साथ पांच राज्यों में हुई मतदान प्रक्रिया अब संपन्न हो चुकी है. बीते दिवस तेलंगाना में 119 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग हुई जिसमें 70.60 फीसदी मतदान रिकॉर्ड किया गया. बीती शाम आए एग्जिट पोल के नतीजे कांग्रेस के लिए खुशी देने वाले साबित हुए हैं. यहां केसीआर के नेतृत्व वाली बीआरएस को तगड़ा झटका लगा है. अधिकांश एग्जिट पोल के नतीजे कांग्रेस को पूर्ण बहुमत की सरकार बता रहे हैं. तेलंगाना विधानसभा की कुल 119 सीटों के लिए 2,290 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं.
एग्जिट पोल में कांग्रेस को 60 से 65 सीटें
दक्षिणी राज्य तेलंगाना में जारी एग्जिट पोल में कांग्रेस ने बीआरएस को पीछे छोड़ा है. सत्ताधारी बीआरएस को कांग्रेस से सत्ता को चुनौती मिलते दिख रही है. यहां कांग्रेस को 48-64 सीटें जबकि केसीआर की पार्टी को 40-45 सीटें मिल सकती हैं. भरतीय जनता पार्टी को 7-13 और अन्य को 4-7 सीटें दी जा रही है. यह आंकड़े जन की बात एग्जिट पोल ने जारी किए हैं.
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एबीपी-सी वोटर ने अपने एग्जिट पोल में बीआरएस को 38-54 सीटें, कांग्रेस को 49-65 सीटें, भाजपा को 5-13 सीटें और अन्य को 5-9 सीटें दी हैं.
न्यूज 24- टुडेज चाणक्या ने अपने एग्जिट पोल में बीआरएस को 33 सीटें, कांग्रेस को 71 सीटें, भाजपा को 7 सीटें और अन्य को 8 सीटें दी हैं.
इंडिया टीवी-सीएनएक्स के अनुसार, यहां कांग्रेस को 63-79 सीटें मिल सकती हैं. वहीं बीआरएस को 31-47 सीटें मिल सकती हैं. भाजपा को 2-4 और अन्य को 5-7 सीटें मिल सकती हैं.
टाइम्स नाऊ- ईटीजी ने एग्जिट पोल में बीआरएस को 37-45 सीटें, कांग्रेस को 60-70 सीटें, भाजपा को 6-8 सीटें और अन्य को 5-7 सीटें दी हैं.
रिपब्लिक- मैट्रिज के अनुसार, यहां कांग्रेस को 58-68 सीटें मिल सकती हैं. वहीं बीआरएस को 46-56 सीटें मिल सकती हैं. भाजपा को 4-9 और अन्य को 5-8 सीटें मिल सकती हैं.
टीवी 9- पोलस्ट्रैट के अनुमान में बीआरएस को 48-58 सीटें, कांग्रेस को 49-56 सीटें, भाजपा को 5-10 सीटें और अन्य को 6-8 सीटें दी हैं.
रिपब्लिक- पी मार्क ने एग्जिट पोल में बीआरएस को 37-51 सीटें, कांग्रेस को 58-71 सीटें, भाजपा को 2-6 सीटें और अन्य को 6-9 सीटें दी हैं.
सभी एग्जिट पोल के आंकड़े एक जैसे
गौर करने लायक बात ये है कि करीब करीब सभी एग्जिट पोल के नतीजे एक जैसे हैं. यहां सभी ने कांग्रेस को पूर्ण बहुमत दिया है. यानी सीधे सीधे बात ये है कि कांग्रेस सत्ता वापसी कर रही है. दक्षिण भाषी राज्यों में अब कांग्रेस के खाते में कर्नाटक के बाद तेलंगाना भी शामिल हो गया है. बीजेपी ने तेलंगाना में काफी जोर लगाया था लेकिन किसी बड़े लोकल चेहरे की कमी के चलते बीजेपी का दक्षिण भाषी राज्यों में सरकार बनाने की कवायत में अभी कुछ समय लगेगा. कर्नाटक उनके हाथों से पहले ही फिसल चुका है. वैसे साल 2023 कांग्रेस के लिए काफी अच्छी खबर लेकर आया है. इस साल कांग्रेस को हिमाचल और कर्नाटक जैसे बड़े राज्यों में सफलता हाथ लगी है. हाल में हुए 5 राज्यों में से भी कांग्रेस के हाथ छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और तेलंगाना सहित तीन राज्य आने वाले हैं. राजस्थान में टक्कर कांटे की है. जबकि मिजोरम में स्थानीय पार्टी की सरकार बनते दिख रही है.