प्रदेश में 248 नए केस आए सामने, 7 की हुई मौत, नागौर के लाडनूं में 1 माह की बच्ची की संक्रमण से हुई मौत

प्रदेश के अलग-अलग जिलों में करीब 10 लाख प्रवासी राजस्थानी और श्रमिक राज्य में आए हैं. इनमें से करीब 7.25 लाख लोगों को होम क्वारेंटाइन मेें रखा गया है जबकि 10 हजार संस्थागत क्वारेंटाइन सेंटर्स में करीब 34 हजार लोगों को रखा गया है

Hospital 1565626920
Hospital 1565626920

पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. प्रदेश में बदस्तूर जारी कोरोना कहर के तहत शनिवार को 248 नए केस सामने आए वहीं 7 ओर मरीजों की मौत हो गई. बीते दिन नागौर में सर्वाधिक 40 केस सामने आए, वहीं जिले के लाडनूं उपखंड की महज एक महीने की बच्ची की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई. अब वर्तमान में कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या हुई 2796 जबकि प्रदेश में अब तक कुल 6742 केस सामने आ चुके हैं. वहीं प्रदेश में अब कोरोना से मरने वालों की संख्या 160 हो गई है.

राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से आने वाले प्रवासी राजस्थानियों में कुछ केस ऐसे भी सामने आए हैं जिनमें कुछ प्रवासियों ने डर के कारण बिना मेडिकल जांच करवाये अपने घरों में वापसी की है. जिस वजह से प्रदेश में कई जगहों पर कोरोना का संक्रमण बढ़ गया है. इसको लेकर चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि बाहर से आने वाले प्रत्येक प्रवासी राजस्थानी और कामगारों का मेडिकल चैकअप के साथ उन्हें बेहतरीन क्वारेंटाइन सुविधा देकर मनोचिकित्सकों द्वारा उनकी काउंसलिंग भी करवाई जा रही है, ताकि वे किसी भी तरह का तनाव महसूस ना करें.

चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों में करीब 10 लाख प्रवासी राजस्थानी और श्रमिक राज्य में आए हैं. इनमें से करीब 7.25 लाख लोगों को होम क्वारेंटाइन मेें रखा गया है जबकि 10 हजार संस्थागत क्वारेंटाइन सेंटर्स में करीब 34 हजार लोगों को रखा गया है. इन सभी सेंटर्स में खाने-पीने से लेकर सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं.

बेहतर सुविधाओं के लिए बनाई 3 स्तर पर कमेटी

मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि बाहर से आने वाला प्रत्येक प्रवासी राजस्थानी या श्रमिक क्वारेंटाइन सेंटर्स के प्रोटोकाॅल का पालन करे और सुविधाओं से लाभान्वित हो इसके लिए 3 तरह की कमेटियों का गठन किया गया है. मंत्री शर्मा ने बताया कि ग्राम पंचायत, उपखंड मुख्यालय और जिला स्तर पर कमेटी बनाकर काम किया जा रहा है, ताकि अप्रवासियों को किसी भी तरह की परेशानी ना हो.

प्रतिदिन ली जा रही है रिपोर्ट, दिए जा रहे हैं निर्देश

रघु शर्मा ने बताया कि ग्राम स्तर पर बनी कमेटियों में पंचायत के सरपंच, पूर्व सरपंच, प्रधानाध्यापक, ग्राम सेवक, पटवारी, एनजीओ, समाजसेवियों के अलावा पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को शामिल किया गया है. प्रतिदिन इन कामों की माॅनिटरिंग की जा रही है एवं पल-पल की नजर रखी जा रही है. प्रतिदिन वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए निर्देश दिए जाते हैं ताकि कोई भी व्यक्ति क्वारेंटाइन पीरियड का उल्लंघन ना करे.

होम क्वारेंटाइन में भी रखी जा रही है नजर

होम क्वारेंटाइन के लिए 14 दिनों तक घर में रहने और प्रोटोकाॅल ना तोड़ने के लिए बाॅन्ड भरवाया जा रहा है. होम क्वारेंटाइन में रखे जाने वाले संदिग्ध के दो पड़ोसियों को गवाह बनाया जाता है ताकि वे होम क्वारेंटाइन को तोड़ ना सकें. किसी को भी क्वारेंटाइन प्रोटोकाॅल तोड़ने पर संस्थागत क्वारेंटाइन में भी भेज दिया जाता है. मंत्री शर्मा ने आगे बताया कि डीओआईटी के साॅफ्टवेयर के द्वारा भी होम क्वारेंटाइन पर नजर रखते हैं. इससे हमें पता चल जाता है कि कौन व्यक्ति ने कितनी बार प्रोटोकाॅल को तोड़ा है.

जांच क्षमता में हुआ लगातार इजाफा

चिकित्सा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में दिनोंदिन टेस्टिंग क्षमता में इजाफा किया जा रहा है. जब प्रदेश में पहला पाॅजीटिव केस आया था तब प्रदेश में जांच सुविधा तक नहीं थी. आज प्रदेश भर में 16000 से ज्यादा जांचें प्रतिदिन की जा रही हैं. आने वाले दिनों में इसे 25000 तक पहुंचा दिया जाएगा. प्रदेश में अब तक लगभग 3 लाख सैंपल किए जा चुके हैं. प्रदेश में मृत्युदर भी राष्ट्रीय दर के मुकाबले काफी कम है. प्रदेश में मृत्युदर महज 2.36 प्रतिशत है.

प्रदेश में बीते दिन 248 नए संक्रमित केस सामने आए. जिसमें से नागौर में 40, जोधपुर में 26, पाली में 23, जयपुर में 22, राजसमंद में 19, कोटा और उदयपुर में 14-14, जालोर में 13, डूंगरपुर और भीलवाडा में 12-12, झुंझुनू में 8, झालावाड में 7, अजमेर और बाडमेर में 6-6, अलवर में 5, चुरू और सिरोही में 4-4, बीकानेर और टोंक में 3-3, धोलपुर और सीकर में 2-2, बांसवाडा, भरतपुर और चित्तौडगढ में 1-1 केस सामने आया.

यह भी पढ़ें: राजगढ़ थानाधिकारी आत्महत्या मामले में गरमाई सियासत, विपक्ष के नेताओं ने की निष्पक्ष जांच की मांग

बता दें, प्रदेश के 32 जिलों में कोरोना का संक्रमण फैल चुका है. प्रदेश में शनिवार देर रात तक जयपुर में 1737, जोधपुर-1189, उदयपुर-459, कोटा-373, डूंगरपुर-314, नागौर-296, अजमेर-285, पाली-280, चित्तौढगढ-170, टोंक-159, जालोर-149, भरतपुर-135, भीलवाडा-111, सिरोही-100, राजसमंद-88, बांसवाडा और झुंझुनू 85-85, सीकर-79, बाडमेर-76, बीकानेर-75, चुरू-68, जैसलमेर-64, झालावाड-59, अलवर-45, दौसा-41, धौलपुर-38, सवाई माधोपुर-17, हनुमानगढ-14, प्रतापगढ-12, करौली-10, बांरा-5 और गंगानगर में 1 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ चुका है.

प्रदेश में कोरोना से अब तक 160 लोगों की मौत हो चुकी है. जिसमें जयपुर में 77 (जिसमें चार यूपी से), जोधपुर में 17, कोटा में 16, नागौर में 7, अजमेर और पाली में 5-5, सीेेकर और भरतपुर में 4-4, बीकानेर और चित्तौडगढ में 3-3, करौली, अलवर, भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ 2-2, जालौर, बांसवाड़ा, चूरू, प्रतापगढ़, सवाई माधोपुर, उदयपुर और टोंक में 1-1 की मौत हो चुकी है.

इसके साथ ही जोधपुर में दिल्ली से लौटे बीएसएफ के 50 जवान में से 42 कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव हो चुके है. इससे पहले शुरूआती दौर में जोधपुर और जैसलमेर में ईरान से रेस्क्यू कर लाये गये भारतीयों में से 61, जयपुर में सबसे पहले पॉजिटिव आए इटली के 2 मरीज, इन सभी की रिपोर्ट अब पॉजिटिव से नेगेटिव हो चुकी है ओर इन सभी को डिस्चार्ज किया जा चुका है. इन सभी को मिलाकर अब तक प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 6742 पहुंच गई है. प्रदेश में अब तक सामने आए 6742 कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से 3786 मरीज पॉजिटिव से नेगेटिव हो चुके है जिनमें से 3352 को डिस्चार्ज किया जा चुका है.

Leave a Reply