राजगढ़ थानाधिकारी आत्महत्या मामले में गरमाई सियासत, विपक्ष के नेताओं ने की निष्पक्ष जांच की मांग

आत्महत्या से पहले थानाधिकारी ने हाईकोर्ट के वकील गोवर्धन सिंह के साथ व्हाट्सएप चैट में कहा, "एमएलए बहुत बकवास है, पुलिस स्टेशन की नई बिल्डिंग बनवाई मैंने, टोटल 41 लाख लगे, एमएलए बोल रही है 5 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया, 1.5 करोड़ लगे, 3.5 करोड़ में कहा गया... आज तक एक रुपया रिश्वत नहीं ली मैंने..."

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पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. कोरोना संकट के कठिन समय में शनिवार सुबह राजस्थान के चुरू जिले से बेहद दुखद खबर सामने आई. बेहद ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ माने जाने वाले वर्तमान में चुरू जिले के राजगढ थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई ने आत्महत्या कर ली. थानाधिकारी विश्नोई के आत्महत्या करने के बाद उनके द्वारा हाईकोर्ट के जुझारू वकील गोवर्धन सिंह के साथ की गई एक वाटसअप चैट सामने आई जिसमें थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई कह रहे हैं कि, “मुझे गंदी राजनीति में फंसाने की कोशिश हो रही है, एमएलए बहुत बकवास है, पुलिस स्टेशन की नई बिल्डिंग बनवाई मैंने, टोटल 41 लाख लगे, एमएलए बोल रही है 5 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया, 1.5 करोड़ लगे, 3.5 करोड़ में कहा गया… आज तक एक रुपया रिश्वत नहीं ली मैंने…”

बता दें, राजगढ़ थाना चुरू की सादुलपुर विधानसभा क्षेत्र में आता है जहां से कांग्रेस की कृष्णा पूनियां विधायक हैं. यहीं नहीं हाईकोर्ट के वकील गोवर्धन सिंह के साथ कि गई व्हाट्सएप चैट में थानाधिकारी विश्नोई ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्त होने की भी ईच्छा जताई…..

इस घटना को लेकर प्रदेश की सियासत गर्मा गई है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा तो भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां, नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल, सांसद किरोड़ी लाल मीणा और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आत्महत्या प्रकरण की सीबीआई या उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की है. वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मृतक थानाधिकारी के परिवार को विश्वाश दिलाया कि दुख की इस घड़ी में राजस्थान सरकार उनके और राजस्थान पुलिस के साथ है.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर थानाधिकारी के आत्महत्या करने पर संवेदना व्यक्त की. सीएम गहलोत ने कहा कि राजस्थान पुलिस के निरीक्षक विष्णु विश्नोई की राजस्थान पुलिस में सेवाएं उल्लेखनीय रही हैं. उनकी सेवा व कर्तव्यनिष्ठा को सदैव याद रखा जाएगा. इस दुख की घड़ी में राजस्थान सरकार व राजस्थान पुलिस उनके परिवार के साथ है.

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि चूरू जिले के राजगढ़ थानाधिकारी विष्णुदत्त बिश्नोई की आत्महत्या का मामला बेहद दुःखद है. इस घटना ने कांग्रेस सरकार के सिस्टम पर बड़ा सवालिया निशान लगा दिया है. राज्य सरकार तुरंत मामले की जांच करवाकर घटना के पीछे की हकीकत से पर्दा हटाए.

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री व जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि विष्णुदत्त विश्नोई के आकस्मिक निधन की सूचना से द्रवित हूं. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और शोकाकुल परिजनों को संबल दे. संदेहास्पद परिस्थितियों में हुई मृत्यु के संबंध में राजस्थान सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग करता हूं.

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि राजस्थान पुलिस के कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी विष्णु दत्त विश्नोई द्वारा आत्महत्या किया जाना बेहद दुखद है. पुलिस के लिए एक सबक है कि अधिकारी किस प्रकार तनाव में काम करते हैं. भविष्य में पुनरावृत्ति न हो विचार किया जाना चाहिए.

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पूनियां ने आगे कहा कि इस गम्भीर घटना की वस्तुस्थिति जांचने के लिए उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ एवं सांसद राहुल कस्वां को राजगढ़ भेजा है. थानाधिकारी की आत्महत्या एक गम्भीर घटना है और यह हमारी व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रही है. सरकार को इसकी जांच करवा कर तथ्यों का पता लगाना चाहिए कि ऐसे क्या कारण रहे की एक थानाधिकारी को आत्महत्या करनी पड़ी.

राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ट्वीट कर कहा कि सादुलपुर थाना प्रभारी विष्णु दत्त विश्नोई जैसे ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी का आत्महत्या करना गले नहीं उतर रहा. आखिरकार ऐसा कौनसा दबाव था कि उन्हें अपना जीवन समाप्त कर लिया? इस मामले की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच होना जरूरी है.

नागौर सांसद व रालोपा मुखिया हनुमान बेनीवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ट्वीट कर मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग की. बेनीवाल ने कहा कि अशोक गहलोत जी आपको बिना किसी देरी के चुरू सहित प्रदेश की जनता व विश्नोई समाज की भावनाओं को देखते हुए राजगढ़ इंचार्ज विष्णुदत्त विश्नोई की आत्महत्या कर लेने के प्रकरण की जांच CBI को देनी चाहिए और आप स्वयं को स्पष्टीकरण देना चाहिए.

उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पुलिस का राजनीतिकरण और पुलिस में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने वाले अधिकारी के हाथ बांधने के कारण से कर्तव्य की बलिवेदी पर चढ़कर चूरू जिले के राजगढ़ थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई ने आत्महत्या कर ली है. यह घटना हमारी पुलिस व्यवस्था पर करारा तमाचा है.

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राठौड़ ने आगे कहा कि वहां के स्थानीय राजनीतिज्ञ लगातार उनकी झूठी शिकायतों का पुलिंदा थाम रहे थे और उनकी रोज जांच हो रही है. वह बार-बार गुहार लगाते रहे कि वह कर्तव्यनिष्ठा से अपनी सेवा करना चाहते हैं. आखिर उन्होंने अपनी जीवन लीला समाप्त कर दी. जिन पुलिस अधिकारियों ने उन पर दबाव बनाया उन सभी अधिकारियों का चेहरा बेनकाब होना चाहिए. मेरी सरकार से मांग है कि इस मामले की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिए.

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