Pilot’s big statement in Barmer: आज बाड़मेर में वन मंत्री हेमाराम चौधरी के बेटे की याद में वीरेंद्र धाम हॉस्टल का पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने उद्घाटन किया. इसके बाद एक विशाल सभा का आयोजन किया गया जिसमे लोगों का जनसैलाब उमड़ा. वही सभा में सचिन पायलट ने एक बार फिर बिना नाम लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा है. पायलट ने पेपरलीक और करप्शन के मुद्दे पर कहा कि कुछ लोगों को अच्छा लगे या बुरा, भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई लड़ता रहूँगा, वही पेपर लीक मामले को लेकर कहा कि बच्चो के मां-बाप पेट काटकर उनको पढ़ाने भेजते है, और बच्चे एग्जाम देते हैं, पेपरलीक हो जाता है, पेपर कैंसिल हो जाता है. इसके साथ ही पायलट ने पार्टी को फिर याद दिलाई 2013 की हार.वही मंत्री मुरारीलाल मीणा,खिलाड़ीलाल बैरवा, बृजेन्द्र ओळा, राजेन्द्र गुढ़ा, पूर्व मंत्री राजेन्द्र चौधरी सहित कई वक्ताओं ने सभा में अपनी बात रखी.
बाड़मेर में हुई आज की सभा में मंच पर 3 मंत्री 16 विधायक मौजूद थे. इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने इशारों इशारों में पेपरलीक और करप्शन के मुद्दे पर सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधा है. पायलट ने कहा कि आज प्रदेश में कहीं लूटपाट और भ्रष्टाचार होता है तो उसके खिलाफ हमें आवाज बुलंद करनी पड़ेगी, मैंने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद की, हो सकता है किन्हीं लोगों को बात पसंद नहीं आई हो, लेकिन मुझे इसकी कोई परवाह नहीं है, मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ता रहूंगा. पायलट ने आगे कहा कि दीमक की तरह भ्रष्टाचार खा रहा है, ईमानदारी, सादगी और अच्छे आचरण वाले, साफ छवि के लोग राजनीति में आएंगे.अहम पदों पर बैठेंगे, कोई पद हो, अच्छे लोगों का चयन करना है साफ छवि के लोग राजनीति में आएंगे.
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गौरतलब है कि वसुंधरा राजे के कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार की जांच को लेकर धरना देने पर कांग्रेस के कई नेताओं ने सचिन पायलट के खिलाफ नाराज़गी जताई थी.
सचिन पायलट ने आगे पेपर लीक के मुद्दे पर CM गहलोत को घेरते हुए कहा कि आज हमारे बच्चे सालों मेहनत करते हैं, उनके मां-बाप पेट काटकर उनको पढ़ाते हैं, बच्चे एग्जाम देते हैं पेपरलीक हो जाता है, पेपर कैंसिल हो जाता है,आगे पायलट ने जोर देते हुए कहा उस पर कार्रवाई करने में इतना समय क्यों लगता है? न्याय दिलाने में इतने पीड़ा क्यों होती है?, क्योंकि उन कुर्सियों पर वह लोग नहीं बैठे जो यहां से निकल कर गया है.उन्होंने कहा कि ग्रामीण पृष्ठभूमि निकलकर जाने वाले लोग नहीं हैं, उन कुर्सियों पर वे लोग नहीं बैठे जिनका दिल दुखता हो, जिनको 10 हजार और 15 हजार की कीमत पता हो.
आगे सच्ची पायलट ने अपने बयान में कहा कि जब तक किसान का बेटा कुर्सी पर नहीं बैठेगा तब तक गरीबों और किसानों के हक़ में फ़ैसला नहीं हो पाएगा. पायलट ने कहा कि युवाओं को मौक़ा देने की ज़रूरत है, पंजाब के प्रभारी पूर्व मंत्री हरीश चौधरी कह रहे थे कि आज अपनी सरकार में संघर्ष करना पड़ रहा है तो सवाल उठता है कि आख़िर क्यों संघर्ष करना पड़ रहा है?. पायलट ने आगे अपनी जाती को लेकर और जन्मस्थान को लेकर उठाए जाने वाले विवादों पर भी बोलते हुए कहा कि मेरे हाथ में नहीं है कि मैं कहां जन्म लूं और किस जगह पर लूं, मगर जब मैंने आंखें खोली तो देखा कि कहां के लोगों से मेरा रिश्ता है, यह मायने रखता है. पायलट ने कहा बाड़मेर में खान है, तेल है इसके बाद भी ग़रीबी क्यों है? सरकारें ध्यान नहीं देती हैं, जिसकी वजह से बेरोज़गारी है. रेगिस्तान और तेल से दुबई बन सकता है तो फिर बाड़मेर इतना पिछड़ा हुआ क्यों है?
सचिन पायलट ने 2013 के चुनाव में पार्टी की करारी हार के बारे में ज़िक्र करते हुए कहा कि लोकतंत्र में अवाम की ताकत 5 साल तक चलती है, मैंने कम समय में अपने पिताजी को खोया, हेमाराम चौधरी अपनी बोली और कार्यशैली से विरोधियों को का भी दिल जीत लेते हैं. पायलट ने आगे कहा कि 2013 के चुनाव में पार्टी की करारी हार हुई थी, नोटबंदी के दिन जयपुर आए, मेरे घर खाना खाया 2018 के चुनाव में लड़ने से मना कर दिया. उन्होंने कहा कि बाड़मेर में कांग्रेस एकतरफा जीती, हेमराम जी बात मान लेते है जज्बाती आदमी है इस्तीफा दे दिया, मैंने हाथ जोड़कर निवेदन किया इस्तीफा वापस ले लिया, सत्ता और पद का लालच नहीं है, हमारे आग्रह पर हमारी सरकार में मंत्री पद संभाला है