पावर, जाती और अनुभव के बीच संतुलन वाली पीसीसी की नई टीम में नहीं मिली वैभव गहलोत को जगह

प्रदेश कांग्रेस के तीन पावर सेंटर गहलोत, पायलट और सीपी जोशी गुट को साधने की कोशिश की गई है तो वहीं जातीय संतुलन, क्षेत्रवाद और अनुभवी व वरिष्ठ नेताओं के साथ युवाओं को भी बराबर जगह दी गई है, संगठन महासचिव और प्रवक्ताओं के नामों की घोषणा अगली लिस्ट में

डोटासरा की टीम नहीं मिली गहलोत को जगह
डोटासरा की टीम नहीं मिली गहलोत को जगह

Politalks.News/Rajasthan. लगभग 6 महीने के लंबे इंतजार के बाद आखिर एआईसीसी ने पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की नई टीम के 39 नामों की पहली सूची का ऐलान कर दिया. इनमें 7 उपाध्यक्ष, 8 महासचिव और 24 सचिवों की घोषणा की गई है. पहली सूची में संगठन महासचिव और पार्टी के प्रवक्ताओं के नाम पर सहमति नहीं बनीं, लिहाजा इन नामों की घोषणा अभी नहीं हुई है. पीसीसी कार्यकारिणी की इस लिस्ट को देखकर इस बात को समझा जा सकता है कि इसमें इतना वक़्त क्यों लगा और बार-बार डोटासरा दिल्ली जाकर अजय माकन से क्यों मिल रहे थे.

दरअसल, प्रदेश प्रभारी अजय माकन और प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा की इस टीम में कई तरह के संतुलनों को साधने की कोशिश की गई है. सबसे पहले तो प्रदेश कांग्रेस के तीन पावर सेंटर सीएम अशोक गहलोत, सचिन पायलट और साथ ही सीपी जोशी गुट को साधने की कोशिश की गई है तो वहीं जातीय संतुलन, क्षेत्रवाद और अनुभवी व वरिष्ठ नेताओं के साथ युवाओं को भी बराबर जगह दी गई है, इसके साथ ही चुनाव हारे हुए और पूर्व विधायकों और मंत्रियों को भी सूची में स्थान मिला है. इस बार वरिष्ठ उपाध्यक्ष और कोषाध्यक्ष नहीं बनाए गए हैं तो वहीं संगठन महासचिव और प्रवक्ताओं के नामों को घोषणा अगली सूची में होगी.

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हालांकि, पीसीसी की नई टीम में सभी तरह के संतुलन को साधने की कोशिश की गई है लेकिन कार्यकारिणी में सीएम अशोक गहलोत गुट का दबदबा साफ दिख रहा है. तो वहीं कार्यकारिणी के 25 फीसदी यानी 9 पद सचिन पायलट समर्थकों को दिए गए हैं. जातीय, क्षेत्रीय और पार्टी के अंदरुनी समीकरण साधने की कवायद में 11 विधायकों को संगठन में जगह दी गई है. संगठन में एक भी मंत्री को जगह नहीं दी गई है. विधायक का चुनाव हार चुके 6 नेताओं और 5 पूर्व विधायकों को जगह दी गई है. सबसे बड़ी बात की डोटासरा की नई टीम में वैभव गहलोत को जगह नहीं मिली है, जबकि सचिन पायलट की टीम में वैभव गहलोत शामिल थे.

इस टीम की घोषणा के होने से पहले सबसे बड़ा सवाल यह था कि प्रदेश संगठन की सूची में सचिन पायलट के कैंप को कितनी अहमियत दी जाएगी. अब सूची जारी होने के बाद माना जा रहा है कि संगठन में भले ही अशोक गहलोत गुट हावी रहा हो, लेकिन सचिन पायलट गुट के भी नजदीकियों को प्रदेश संगठन में जगह मिली है. सचिन पायलट कैंप के तीन नेता महासचिव, दो उपाध्यक्ष बने हैं. आपको बता दें, महासचिव बनने वाले वेदप्रकाश सोलंकी, राकेश पारीक और जीआर खटाणा पायलट कैंप के हैं. वे बगावत के दौरान सचिन पायलट के साथ मानेसर में मौजूद रहे थे. इसी तरह, सचिन पायलट कैंप के पूर्व चिकित्सा राज्य मंत्री राजेंद्र चौधरी व पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री नसीम अख्तर को उपाध्यक्ष तथा प्रशांत सहदेव शर्मा, शोभा सोलंकी और महेंद्र सिंह खेड़ी को सचिव बनाया गया है.

वहीं, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी के नजदीकी माने जाने वाले पूर्व वित्त राज्य मंत्री हरिमोहन शर्मा और विधायक रामलाल जाट को भी प्रदेश संगठन में शामिल किया गया है. 24 सचिवों की पूर्व सूची में चार पूर्व सचिव भी शामिल हैं. संगठन के गठन में सोशल इंजीनियरिंग को भी बैलेंस रखा गया है. इसमें 6 जाट, 5-5 दलित और ब्राह्मण, 1 राजपूत, 4 गुर्जर, एसटी के 5, 3 मुस्लिम, पटेल और सिरवी समाज के 3, कुम्हार समाज के 2 और यादव समाज से 3 पदाधिकारियों को पार्टी की नई टीम में जगह दी गई है. वहीं, बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए लाखन मीणा को भी संगठन में जगह दी गई है. लाखन मीणा को प्रदेश कांग्रेस महासचिव का अहम जिम्मा दिया है. लेकिन पीसीसी इस नई टीम में सिर्फ 5 महिला पदाधिकारियों को ही तवज्जो दी गई है.

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ये है प्रदेश कांग्रेस की नई टीम उपाध्यक्ष 1. गोविंद राम मेघवाल – उपाध्यक्ष 2. हरिमोहन शर्मा – उपाध्यक्ष 3. जितेंद्र सिंह – उपाध्यक्ष 4. महेन्द्रजीत सिंह मालवीय – उपाध्यक्ष 5. नसीम अख्तर इंसाफ – उपाध्यक्ष 6. राजेंद्र चौधरी – उपाध्यक्ष 7. रामलाल जाट – उपाध्यक्ष

महासचिव:1. जी आर खटाना – महासचिव 2. हाकिम अली – महासचिव 3. लाखन मीना – महासचिव 4. मांगीलाल गरसिया – महासचिव 5. प्रशांत बैरवा – महासचिव 6. राकेश पारीक – महासचिव 7. रिटा चौधरी – महासचिव 8. वेद सौलंकी- महासचिव

सचिव:- 1. भूराराम सिरवी – सचिव 2. देशराज मीना – सचिव 3. गजेंद्र सांखला – सचिव 4. जसंवत गुर्जर – सचिव 5. जिया उर रहमान – सचिव 6. ललित तुनवाल – सचिव 7. ललित यादव – सचिव 8. महेंद्र खेडी- सचिव 9. महेंद्र सिंह गुर्जर – सचिव 10. मुकेश वर्मा- सचिव 11. निम्माराम गरसिया – सचिव 12. फूलसिंह ओला – सचिव 13. प्रशांत शर्मा- सचिव 14. प्रतिष्ठा यादव – सचिव 15. पुष्पेन्द्र भारद्वाज – सचिव 16. राजेंद्र मूंद – सचिव 17. राजेंद्र यादव – सचिव 18. राखी गौतम – सचिव 19. राम सिंह कसावन- सचिव 20. रवि पटेल- सचिव 21. सचिन सरवते- सचिव 22. शोभा सौलंकी – सचिव 23. श्रवण पटेल – सचिव 24. विशाल जांगिड- सचिव

आपको बता दें, प्रदेश कार्यकारिणी की पहली सूची के बाद आने के बाद अब वआने वाले दिनाें में पीसीसी की एक और सूची जारी होगी जिसमें संगठन महासचिव और प्रवक्ताओं के नामों की घोषणा होगी. तो वहीं हर जिले में नए कांग्रेस जिलाध्यक्ष बनाए जाएंगे. इसके बाद जिले स्तर पर कार्यकारिणी बनाई जाएगी. ऐसे में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं काे एडजस्ट किया जाएगा.

गौरतलब है कि बागी तेवर अपनाने के बाद 14 जुलाई काे कांग्रेस ने तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट काे बर्खास्त कर दिया था और उसके अगले दिन कांग्रेस के सभी प्रकाेष्ठ और विभागाें काे भंग कर दिया गया था. इसके बाद गोविंद सिंह डोटासरा को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का जिम्मा दिया गया था लेकिन उनको अपनी टीम के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा.

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