Wednesday, January 15, 2025
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जनता जानना चाहती है कि यह ‘लाल डायरी’ है क्या, इसमें किस तरीके के राज हैं? पूनियां

लाल डायरी और राजेंद्र गुढ़ा को लेकर राजस्थान की राजनीति में बयानबाजी का दौर जारी है, इसी मामले को लेकर बीजेपी नेता सतीश पूनियां ने गहलोत सरकार पर साधा निशाना, कहा- यह लाल डायरी है क्या, इसमें किस तरीके के राज हैं?, इस मामले में मुख्यमंत्री गहलोत खुद शक के दायरे में हैं.

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Satish Poonia big Statement: देश की सियासत में राजेंद्र गुढ़ा की लाल डायरी का इन दिनों खासा हल्ला है. जयपुर से लेकर दिल्ली तक हर कोई जानना चाहता है आखिर इस डायरी में ऐसे क्या राज है जिसको लेकर राजेंद्र गुढ़ा बड़े बड़े दावे कर रहे है. इस लाल डायरी के मामले को लेकर भाजपा नेता गहलोत सरकार पर जमकर हमलावर है. इस मामले को लेकर आज राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनियां ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कांग्रेस सरकार के 2018 में गठन के बाद से ही भ्रष्टाचार के आरोप लगने लगे थे, कुर्सी बचाने के लिए जितने नैतिक और अनैतिक जो समझौते किए जा सकते थे वह सरकार ने किए, इस मामले में मुख्यमंत्री गहलोत खुद शक के दायरे में हैं.

उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि कल जो प्रकरण हुआ, जिसके बारे में उन्हीं की सरकार के मंत्री ने कहा था कि उसने संकट के समय सरकार बचाई, यह बात खुद मुख्यमंत्री गहलोत ने भी राजेंद्र गुढ़ा के पुत्र के जन्मोत्सव के अवसर पर कही कि मेरी सरकार इनकी वजह से बची है, इसका मतलब मुख्यमंत्री गहलोत और राजेंद्र गुढ़ा दोनों का अलायंस किसी समय रहा होगा. वही राजदार है और वही राज का पर्दाफाश करता है. किसी लाल डायरी के लिए तो जनता यह जानना चाहती है कि यह लाल डायरी है क्या, इसमें किस तरीके के राज हैं?

यह भी पढ़ें: लाल डायरी आम आदमी में चर्चा का विषय है, लाल डायरी खुलेगी तो सरकार के काले चिट्ठे खुलेंगे- अरुण चतुर्वेदी

सतीश पूनियां ने कहा कि आरोप लगाने वाला साबित करे या जिस पर आरोप लगे हैं वह साबित करे, दोनों ही पक्षों की उन चीजों को राजस्थान की जनता जानना चाह रही है, आज नहीं तो कल यह मुद्दा बनेगा. गहलोत सरकार के 5 साल के इस पूरे कालखंड में भ्रष्टाचार शिष्टाचार साबित हुआ है. प्रदेश के 78 प्रतिशत लोगों ने स्वीकार किया कि उनको काम के बदले रिश्वत देनी पड़ती है. ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट कहती है की मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं पब्लिक डोमेन में पूछे गए सवाल के जवाब में भी भ्रष्टाचार की बात सामने आती है. यह साबित हो गया कि राजस्थान में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है.

सतीश पूनियां ने कहा कि उस भ्रष्टाचार की ही एक परिणीति है कि किस तरीके से राजनीतिक भ्रष्टाचार हुआ, राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि राज्यसभा चुनाव से लेकर सरकार बचाने तक बहुत सारे लोगों के लेन-देन का जिक्र उस लाल डायरी में है. आखिर यह जिक्र क्या है, कौन लोग शामिल हैं, सिंडिकेट के कौन-कौन लोग हैं जिन्होंने राजनीतिक भ्रष्टाचार किया, जो जनता के वोटों से चुनकर आए हैं, किस तरीके से लोगों ने यह सब किया.

सतीश पूनियां ने कहा कि भ्रष्टाचार का जो मुद्दा है. कांग्रेस सरकार के खिलाफ हमारा जो अभियान है, उसको लेकर हम सदन में भी और सदन के बाहर भी पुरजोर तरीके से आवाज़ उठा रहे हैं. भ्रष्टाचार का एक पार्ट है लाल डायरी, इस मुद्दे को भी मुखर तरीके से जनता के बीच लेकर जाएंगे.

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