चुनावी साल में तेज हुई दिग्गजों की राजनीति, रघु शर्मा का दावा- नए जिले बने तो जरूर रिपीट होगी सरकार

गहलोत सरकार में मंत्री राजेन्द्र यादव, विधायक सुरेश मोदी, विधायक बलजीत यादव और विधायक मदन प्रजापत कई बार नये जिलों के गठन का उठा चुके हैं मुद्दा, लेकिन गहलोत सरकार जनप्रतिनिधियों की मांगों को लगातार कर रही है नजरअंदाज

raghu sharma on ashok gehlot
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Raghu Sharma on Political Issues: चुनावी साल में प्रवेश कर चुकी प्रदेश की राजनीति में अब सभी सियासी पार्टियों और पार्टी के दिग्गज नेताओं ने अपने अपने तरीके से अपने क्षेत्र की जनता को लुभाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं. इसी कड़ी में गहलोत सरकार में मंत्री रह चुके केकड़ी विधायक रघु शर्मा ने भी अब केकड़ी को जिला बनाने की अपनी पुरानी मांग को तेज कर दिया है. इसके साथ ही पूर्व मंत्री रघु शर्मा ने दावा किया है कि कांग्रेस सरकार रिपीट करने की स्थिति में है और अगर जनता में कांग्रेस की एकजुटता का मैसेज गया, तो हम चुनाव जरूर जीतेंगे, पार्टी आलाकमान की सब पर नजर है. साथ ही रघु शर्मा ने सचिन पायलट और अशोक गहलोत को लेकर भी जयपुर में बड़ा बयान दिया है जो की काफी चर्चा में है.

आपको बता दें, बुधवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री रघु शर्मा ने प्रेस वार्ता के दौरान CM गहलोत से नए जिलों के गठन की मांग की है जिसके बाद मुख्यमंत्री गहलोत पर एक बार फिर नए जिलों के गठन को लेकर दबाव बन गया है. रघु शर्मा ने केकड़ी को जिला बनाने की मांग सरकार के सामने रखी है, हालांकि केकड़ी को जिला बनाने की मांग काफी लंबे समय से चल रही है लेकिन रघु शर्मा अब खुलकर इस मांग के समर्थन में आ गए हैं. भले ही इसे केकड़ी में राजनीतिक ज़मीन मजबूत करने की कोशिश के रूप में देखा जाए, लेकिन रघु शर्मा का तर्क है कि गुड गवर्नेन्स और सरकार का मैसेज सही तरीके से पहुंचाने के लिए छोटे ज़िले बेहद ज़रूरी हैं. साथ ही शर्मा ने कांग्रेस सरकार रिपीट होने का दावा भी किया है और कहा कि बिना एक जुटता के कांग्रेस का जीतना संभव नहीं है, अगर जनता में यह मैसेज गया, तो हम चुनाव जरूर जीतेंगे, पार्टी आलाकमान की सब पर नजर है, आज हम चुनाव जीतकर सरकार रिपीट करने की स्थिति में हैं

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बता दे अपने सरकारी आवास पर बुधवार को मीडिया से बात करते हुए रघु शर्मा ने कहा कि एक करोड़ लोग सामाजिक सुरक्षा के दायरे में हैं, बजट में एक-एक आदमी को साधने का प्रयास किया है, ये सारी योजनाएं आम आदमी तक पहुंच जाएं तो सरकार रिपीट करने से कोई नहीं रोक सकता. आगे रघु शर्मा ने रघु शर्मा ने केकड़ी को ज़िला बनाने की मांग करते हुए कहा कि तार्किक आधार पर केकड़ी ज़िला बनाने की सभी योग्यताएँ और ज़रूरत पूरी करता है लिहाजा CM अशोक गहलोत जब वित्त और विनियोग विधेयक पर 17 मार्च को विधानसभा में अपना जवाब दें तो केकड़ी को ज़िला बनाने की घोषणा भी करें. पूर्व मंत्री ने आगे कहा कि वे ब्यावर समेत किसी भी अन्य ज़िला बनाने की मांग के खिलाफ़ कतई नहीं हैं लेकिन उनकी इतनी मांग ज़रूर रहेगी कि केकड़ी को भी ज़िला बनाया जाए, जिससे सरकार की गुड गवर्नेन्स का काम पूरा और सुचारू हो सके, नये ज़िले बने तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार ज़रूर रिपीट होगी.

पूर्व मंत्री रघु शर्मा ने अपनी मांग के समर्थन में छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और हरियाणा जैसे राज्यों के आकंड़े भी रखे है और उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ जैसे छोटे से राज्य में 33 ज़िले हैं, जबकि मध्य प्रदेश में 55 ज़िले और उत्तर प्रदेश में 75 ज़िले हैं. शर्मा ने आगे कहा कि राजस्थान क्षेत्रफल के नज़रिये से देश का सबसे बड़ा राज्य है और यहां औसतन 24 लाख की जनसंख्या पर एक ज़िला है, जबकि पड़ोसी राज्य हरियाणा में 15 लाख की जनसंख्या पर एक ज़िला है, छोटे ज़िले प्रशासनिक नज़रिये से अच्छे हैं तो सरकार का मैसेज पहुंचाने के नज़रिये से भी बेहतर साबित होंगे. डॉ रघु शर्मा ने दावा करते हुए कहा कि केकड़ी को नया जिला बनाने की घोषणा होगी तो राजस्थान में फिर से कांग्रेस पार्टी की सरकार रिपीट होगी. उन्होंने कहा कि सरकार अच्छे मार्जिन से बनेगी, क्योंकि लंबे समय से लोग ज़िला बनाने की मांग कर रहे है.

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इसके साथ ही रघु शर्मा ने सरकार रिपीट करने का दावा करते हुए प्रेस वार्ता में कहा कि कांग्रेस सरकार रिपीट करने की स्थिति में है, कांग्रेस फिर से सत्ता में आएगी अगर जनता में कांग्रेस की एकजुटता का मैसेज गया, तो हम चुनाव जरूर जीतेंगे. रघु शर्मा ने आगे कहा कि पार्टी आलाकमान की सब पर नजर है. आगे शर्मा ने प्रेस वार्ता में भाजपा पर जमकर हमला बोला और चुनौती देते हुए कहा कि अगर बीजेपी में हिम्मत है, तो नेता प्रतिपक्ष घोषित करके बताएं, नेता प्रतिपक्ष का चेहरा तय हुआ तो वही आगामी चुनाव में सीएम का चेहरा होगा, मगर चेहरा घोषित होते ही बीजेपी खण्ड -खण्ड हो जाएगी. पूर्व मंत्री शर्मा ने आगे कहा कि बीजेपी में भी आपसी प्रतिस्पर्द्धा है और 8 से 10 सीएम के चेहरे हैं इन सबके बीच होड़ मची हुई है, ये सभी आपी होड़ में चल रहे हैं. शर्मा ने अपनी सरकार के बजट पर बयान देते हुए कहा कि बजट शानदार रहा, बजट न भूतो न भविष्यति, जैसा है हमारे 4 साल में बीजेपी के 5 साल के मुकाबले ज्यादा काम हुआ, सीएम ने जनता को ज्यादा सौगातें दी.

बता दे रघु शर्मा से पहले मंत्री राजेन्द्र यादव, विधायक सुरेश मोदी, विधायक बलजीत यादव और विधायक मदन प्रजापत कई बार नये जिलों के गठन का मुद्दा उठा चुके हैं. लेकिन गहलोत सरकार जनप्रतिनिधियों की मांगों को लगातार नजरअंदाज कर रही है.

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पूर्व मंत्री रघु शर्मा ने आगे अपने बयान में कहा कि अगर पार्टी जनता के बीच अपनी एकजुटता का मैसेज दे पाई तो कांग्रेस को सत्ता में वापसी से कोई नहीं रोक सकता. चुनाव में रघु शर्मा की भूमिका पूछने पर उन्होंने कहा कि उन्हें यह काम करते 40 साल हो गए और पार्टी की ज़रूरत के हिसाब से वे काम करने के लिए तैयार हैं.

आगे रघु शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के सालासर बालाजी में किए प्रदर्शन पर तंज कसते हुए कहा कि वसुंधरा राजे और बीजेपी नेता एक-दूसरे के प्रोग्राम फेल करने में लगे रहे, बीजेपी ने जानबूझकर चार तारीख को जयपुर में प्रदर्शन रखा ताकि वसुंधरा राजे के जन्मदिन का प्रोग्राम फेल हो जाए, नाम युवा मोर्चे का था ओर उसमें नेता बुजर्ग थे. शर्मा ने कहा कि बीजेपी के आपसी झगड़ों का स्तर यह हो गया कि आप तीन बीजेपी नेताओं को एक मंच पर बैठाकर बता दीजिए.

वही जयपुर में पुलवामा शहीदों की वीरांगनाओं का साथ पहले शहीद स्मारक तो अब सचिन पायलट के सरकारी आवास के बाहर धरना जारी है. इस मामले में बीजेपी नेताओं के वीरांगनाओं के समर्थन में राज्यपाल को ज्ञापन देने पर रघु शर्मा ने तंज कसते हुए कहा कि डॉ. किरोड़ी का एजेंडा अलग चलता है, उनका एजेंडा बीजेपी से अलग है, ज्यादा राजभवन जाने से मोदी जी ऐसे नेताओं को फिर राजभवन में ही बैठा देते हैं. पूर्व मंत्री रघु शर्मा ने आगे कहा कि मैं चाहता था कि राजेंद्र राठोड़ नेता प्रतिपक्ष बनें, वे स्वाभाविक नेता हैं, लेकिन उन्हें नहीं बनाएंगे, अब नहीं बनाएंगे तो राठौड़ के पास भी राजभवन के अलावा कोई चारा नहीं है.

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