हरियाणा में दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल (Bhajan Lal) का परिवार ऐसा परिवार है, जो हिसार जिले के आदमपुर विधानसभा क्षेत्र (Aadampur Assembly) से कभी भी कोई भी चुनाव नहीं हारा. इस बार आदमपुर से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में भजनलाल के पुत्र कुलदीप बिश्नोई (Kuldeep Bishnoi) चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन उन्हें BJP की उम्मीदवार सोनाली फोगाट (Sonali Phogat) ने तगड़ी चुनौती पेश कर दी है.
सोनाली फोगाट (40) पहले अभिनेत्री थी और अपने 20 साल के करियर में कुछ फिल्मों और टीवी धारावाहिकों में काम कर चुकी हैं. 12 साल पहले वह भाजपा में शामिल होकर राजनीति में सक्रिय हो गई थीं. फिलहाल वह हरियाणा प्रदेश भाजपा की महिला इकाई की उपाध्यक्ष और हिसार में हरियाणा कला परिषद की निदेशक हैं. सोशल मीडिया पर उसके 1.4 लाख फालोअर हैं और टिकटॉक एप पर इसके एक संक्षिप्त वीडियो को 6.5 लाख लोग पसंद कर चुके हैं. इससे सोनाली फोगाट की लोकप्रियता साबित होती है.
इस लोकप्रियता का उन्हें विधानसभा चुनाव में कहां तक लाभ मिलेगा, कह नहीं सकते, लेकिन उन्हें भरोसा है कि जिस तरह हरियाणा में पहली बार भाजपा की सरकार बनी, उसी तरह इस बार वह आदमपुर विधानसभा क्षेत्र में भजनलाल के परिवार का वर्चस्व समाप्त करने में सफल हो जाएंगी. भाजपा की सरकार से पहले हरियाणा में लंबे समय तक कांग्रेस का शासन रह चुका है.
फतेहाबाद जिले के एक गांव की सोनाली फोगाट इन दिनों हिसार में रहती हैं. भाजपा कार्यकर्ता संजय फोगाट से साथ उनकी शादी हुई थी, जिनका कुछ वर्षों पहले निधन हो चुका है. उनका मुंबई जाना-आना लगा रहता है. भाजपा में शामिल होने के बाद वह पूरी तरह समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय हैं. उन्होंने अभिनय को प्राथमिकता देना बंद कर दिया है, लेकिन रुचि कायम है और मौका मिलने पर फिल्मों और धारावाहिकों में काम कर लेती हैं.
सोनाली ने बताया कि वह टिकटॉक से बहुत प्रभावित हैं, क्योंकि इसके जरिए गीत और अभिनय के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने का मौका मिलता है, इसी लिए टिकटॉक के लिए उन्होंने एक छोटा वीडियो शूट किया है और वह सफलता से उत्साहित हैं. सूत्रों के मुताबिक सोनाली के नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद से टिकटाक पर उसके फालोअर्स की संख्या लगातार बढ़ रही है.
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सोनाली ने बताया कि राजनीति में आने की प्रेरणा उन्हें सुमित्रा महाजन से मिली, जो इंदौर से लगातार लोकसभा सांसद रहने के बाद लोकसभा अध्यक्ष के पद तक पहुंची थी. सोनाली जब अभिनय करती थी, तब एक बार सुमित्रा महाजन से मिली थी. इसके बाद से वह भी किसी दिन सांसद बनने का सपना देखने लगी. इसके बाद से उन्होंने अपने क्षेत्र में जनता के बीच काम करना शुरू कर दिया.
उसने सोचा कि जिस तरह सुमित्रा महाजन में इंदौर में प्रतिष्ठा हासिल की है, उसी तरह वह भी अपने क्षेत्र में नाम कमा सकती है. सोनाली के चुनावी घोषणा पत्र के साथ जो आयकर का विवरण पेश किया गया है, उसके अनुसार 2018-19 में 5.38 लाख रुपए की नकद आय हुई थी और इस समय उसके पास 12.5 लाख रुपए की नकद राशि है.