पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. देश में बढती पेट्रोल-डीजल को कीमतों को लेकर कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है. राजस्थान के उपमुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने केंद्र की मोदी सरकार और निशाना साधते हुए कहा कि, “पेट्रोल-डीजल में जो वृद्धि हुई है वो 70 साल में एक अप्रत्याशीत है. जब किसी चीज की ज्यादा मांग होती है तब उसके दामों में वृद्धि होती है. कोरोना के कारण पूरी दुनियां भर में पेट्रोल-डीजल की मांग नहीं है, दाम गिर गए हैं. पेट्रोल-डीजल के भण्डार भरे हुए है जब केंद्र सरकार ने ज्यादा महंगाई कर दी है. तेल की डिमांड नहीं होने के बावजूद कीमतें बेवजह बढाना समझ से परे है. इसमें कहीं ना कहीं केंद्र सरकार की बडी साजिश हो सकती है.”
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आहवान पर सोमवार को कांग्रेस ने देशभर में पेट्रोल-डीजल की बढती हुई कीमतों के विरोध में धरना प्रदर्शन आयोजित किए. इसके बाद सभी जिला मुख्यालयों पर जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम कांग्रेस नेताओं की ओर से ज्ञापन दिया गया. इसी के साथ कांग्रेस नेताओं ओर कार्यकर्ताओं द्वारा तेल की बढी कीमतों को लेकर डिजिटल अभियान #SpeakUpAgainstFuelHike भी चलाया गया जो कि ट्वीटर पर देश के टॉप ट्रेन्ड में शुमार रहा.
पेट्रोल-डीजल की बढी कीमतों के विरोध को लेकर राजस्थान में भी सभी जिला मुख्यालयों पर कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया. पीसीसी चीफ व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की अगुवाई में राजधानी जयपुर स्थित प्रदेश युवा कांग्रेस कार्यालय पर धरना दिया गया. इसके बाद कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया गया. धरने को संबोधित करते हुए सचिन पायलट ने पेट्रोल-डीजल की बढती कीमतों को लेकर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. पायलट ने कहा कि पेट्रोल-डीजल की बढी कीमतों के खिलाफ आज केंद्र सरकार को संदेश देने में कांग्रेस देशभर में कामयाब हुई है.
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पायलट ने आगे कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढने से समाज का हर तबका प्रभावित होता है. केंद्र सरकार अपना खजाना भरने के चलते आम जन की जेब काट रही है. पेट्रोल-डीजल की बढी हुई कीमतें सरकार को वापस लेनी होनी. ऐसी कोई सरकार नहीं है जो जनता के दबाव को सहन कर सकती है. केंद्र सरकार की आंख हम खोलेंगे. कांग्रेस के कार्यकर्ता मोदी सरकार को बढी हुई कीमतें वापस लेने के लिए मजबूर कर देंगे.
केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए सचिन पायलट ने कहा कि केंद्र सरकार बडे बडे उद्योगपतियों का 2 लाख करोड रूपया माफ कर सकती है. केंद्र सरकार नोटबंदी कर सकती है, जीएसटी थोप सकती है, अर्थव्यवस्था चौपट कर सकती है. सरहद पर केंद्र सरकार लगातार फेल होती जा रही है जवाब देने के लिए कोई तैयार नहीं है. प्रधानमंत्री कार्यालय कुछ बोलता है, रक्षा मंत्रालय कुछ ओर बोलता है. लेकिन आज के युग में कुछ छुपता नहीं है सेटेलाइट से फोटो खिंच रही है. राहुल गांधी जी जो बोल रहे है उसे दुनियां देख रही है. हमारी सरहदों पर अतिक्रमण हो रहा है. यह समय केंद्र सरकार को जबाब देने का समय है. हमारे 20 जवान शहीद हो गए हैं उनकी शहादत व्यर्थ नहीं जानी चाहिए. केंद्र सरकार को उचित कदम उठाना चाहिए. देश की जनता और कांग्रेस सरकार के साथ खडी है.
पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने धरने को संबोधित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले 20 दिनों में पेट्रोल डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी की है. ऐसे हालात में जब अर्थव्यवस्था बिल्कुल चरमरा गई है, उद्योग धंधे बंद हैं, रोजगार नहीं है, मध्यमवर्ग व गरीब तबके पर केंद्र सरकार बेतहाशा प्रहार कर रही है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी जी ने आज केंद्र सरकार से सवाल पूछने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आह्वान किया है. देशभर के सभी जिलों में आज हमने धरना दिया है और एक ज्ञापन हम राष्ट्रपति महोदय को दे रहे हैं. सरकार को वह कहें कि पेट्रोल डीजल के दाम जो बढ़ाए गए हैं उसको वापस केंद्र सरकार वापस ले.
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पायलट ने आगे कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम कम हो चुके हैं. जब मांग नहीं है तो खपत कम हो गई है, कोई वजह नहीं है कि सरकार लगातार दाम बढ़ाए. केंद्र सरकार 20 दिन तक लगातार बेइंसाफी करती आई है. यह वही लोग हैं जो 10 से 20 पैसे दाम बढ़ते थे तो पूरे देश में हाहाकार मचा देते थे. आज इतने दाम बढ़ा दिए गए हैं पिछले 1 महीने में, जिसका जवाब तक देने के लिए कोई तैयार नहीं है. केंद्र सरकार का फाइनेंसियल मैनेजमेंट बिल्कुल चरमरा गया है, वहां पर बैठे लोग गरीबों का दर्द समझ नहीं सकते इसलिए कांग्रेस पार्टी ने बीड़ा उठाया है कि पूरे देश में जाकर केंद्र सरकार के खिलाफ जन आंदोलन करेंगे. आने वाले समय में हम इतना दबाव केंद्र सरकार पर कायम कर देंगे कि उन्हें मजबूरन बढे हुए दाम वापस लेने पड़ेंगे.
राज्य सरकार की ओर से पेट्रोल-डीजल में राहत देने के सवाल पर पायलट ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से जो राहत हम दे सकते थे वो पहले भी दी है और आगे भी देंगे. लेकिन क्रूड ऑयल का आयात केंद्र सरकार करती है. जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत एक डॉलर से भी कम हो गई थी तब भी केंद्र सरकार ने जनता तक कोई राहत नहीं पहुंचाई. जनता तक राहत पहुंचनी चाहिए लेकिन केंद्र सरकार उल्टा कर रही है, लगातार दाम बढ़ा रही है. राज्य सरकार जो कर सकती है वह करेगी, यह मुद्दा केंद्र सरकार का है. केंद्र सरकार को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए.
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पीसीसी की ओर से आयोजित धरना प्रदर्शन में उड़ी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियों को लेकर उठे सवाल पर पायलट ने कहा कि मैं मानता हूं आज हम अनुशासन में रहकर धरना प्रदर्शन नहीं कर पाए, क्योंकि लोगों में उत्साह था. इस धरने को लेकर जो मापदंड तय करके हमने कार्यक्रम तय किया था उस पर हम खरा नहीं उतर पाए. मुझे खेद है कि सोशल डिस्टेंसिंग हम पूरी तरह मेंटेन नहीं कर पाए. भविष्य में हम एहतियात बरतेंगे आने वाले समय में जो कार्यक्रम होंगे ब्लॉक लेवल पर उसमें हम कोशिश करेंगे कि वर्चुअल रैली ही करें और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान भी रखें. हमारी कोशिश होगी कि आम नागरिक के सामने एक अच्छा उदाहरण पेश कर सकें.