Politalks.News/Rajasthan. स्वतंत्रता दिवस मनाने के बाद अब शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा एक्शन में हैं. डोटासरा ने आज अचानक शिक्षा संकुल का औचक निरीक्षण किया. सुबह 10 बजे शिक्षा मंत्री डोटासरा के शिक्षा संकुल पहुंचते ही अधिकारियों और कर्मचारियों के हाथ-पैर फूल गए. शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने संकुल के ब्लॉक-3 और ब्लॉक 5 के सभी विभागों में जाकर अधिकारियों और कर्मचारियों से जानकारी ली. साथ ही सोशल मीडिया नहीं चलाने की हिदायत देते हुए सख्ती बरतने के निर्देश दिए. डोटासरा ने कर्मचारियों और अधिकारी के समय पर नहीं पहुंचने पर भी नाराजगी जताई. वहीं प्रदेश के थर्ड ग्रेड शिक्षकों को राहत देते हुए शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने डार्क जोन में पदस्थापित शिक्षकों के तबादलों को भी हरी झंडी दे दी है. इससे अब डार्क जोन में कार्यरत शिक्षकों के भी तबादले हो सकेंगे. इससे पहले इसको लेकर असमंजस की स्थिति थी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कल ही 15 अगस्त को प्रदेश के संबोधित करते हुए कहा था कि, ‘चाहे राजनेता हो या फिर सरकारी कर्मचारी पद ग्रहण करने से पहले वो जो शपथ लेता है क्या उसके अनुरूप ही कार्य करता है. इसी कड़ी में आज सुबह सुबह शिक्षा मंत्री संकुल में औचक निरीक्षण पर पहुंचे. इस दौरान शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि, ‘कांग्रेस सरकार शिक्षा को लेकर प्रारंभ से ही गंभीर है और इसी कड़ी में समय समय पर विभागों का निरीक्षण करता हूं, आज संकुल पहुंचा और संकुल में किए जा रहे कार्यों को देखकर संतुष्ट हूं. हालांकि कुछ कमियां हैं जिनको दूर करने का निर्देश दिए हैं’.
संकुल में कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा किए जा रहे कार्यों से संतुष्ट नजर आए शिक्षा मंत्री ने ऑफिस समय में ऑफिस कार्यों के अलावा अधिकारी और कर्मचारी फेसबुक, ट्विटर, वाट्सअप नहीं चलाने को लेकर सख्त निर्देश दिए हैं. शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि, ‘सोशल मीडिया पर सिर्फ ऑफिस कार्यों के अलावा कोई कर्मचारी व्यक्तिगत उपयोग में सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं करे. इसके साथ ही इसकी मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी भी अधिकारियों की रहेगी.’
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वहीं राजस्थान के शिक्षा विभाग में कार्यरत तृतीय श्रेणी के शिक्षकों के लिये राहतभरी एक और बड़ी खबर आई है. शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने डार्क जोन में पदस्थापित शिक्षकों को भी दी बड़ी राहत देते हुये उनके तबादलों को भी हरी झंडी दे दी है. इससे अब डार्क जोन में कार्यरत शिक्षकों के भी तबादले हो सकेंगे. तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों से जुड़े रविवार के आदेश में पहले इसका खुलासा नहीं किया गया था. लेकिन अब डार्क जोन में पदस्थापित शिक्षकों के लिये भी स्थिति साफ कर दी गई है. इससे बरसों से इन इलाकों में नौकरी कर रहे शिक्षक भी अपने घर या फिर उसके आसपास के स्कूल में स्थानांतरित हो सकेंगे.
शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि तबादलों की इस प्रकिया में प्रतिबंधित जिलों को भी शामिल किया गया है. इन प्रतिबंधित जिलों में कार्यरत तृतीय श्रेणी की शिक्षकों के तबादले अन्य जिलों में किये जायेंगे. लेकिन पहले हम पदों का आकलन करेंगे. उसके बाद इस पूरी प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जायेगा. शिक्षा राज्यमंत्री ने बताया कि, ‘इन प्रतिबंधित जिलों में पश्चिमी राजस्थान में स्थित बाड़मेर, जैसलमेर, सिरोही, जालोर, समेत हाड़ौती का बारां और झालावाड़ तथा वागड़ के टीपीएस जिले डूंगरपुर, बांसवाड़ा व प्रतापगढ़ शामिल हैं. इनके अलावा समेत उदयपुर और बीकानेर का आंशिक भाग, राजसमंद का खमनोर, कुम्भलगढ़ ब्लॉक, सिरोही का आबूरोड व पिंडवाड़ा ब्लॉक, चित्तौड़गढ़ का बड़ी सादड़ी और पाली का बाली ब्लॉक शामिल है’.
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18 से 25 अगस्त तक तबादलों के लिए होंगे ऑनलाइन आवेदन
उल्लेखनीय है कि रविवार को ही राज्य सरकार ने प्रदेश के तृतीय श्रेणी के अध्यापकों के तबादले किये जाने के आदेश जारी किये हैं. राज्यभर के करीब सवा 2 लाख ग्रेड थर्ड टीचर्स हैं. ये टीचर्स 18 से 25 अगस्त, 2021 तक तबादलों के लिये ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. उसके बाद राज्य सरकार तबादला सूची जारी करेगी.
विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों का था बड़ा दबाव
प्रदेश में थर्ड ग्रेड शिक्षकों के तबादले खोलने की मांग विधायक और कांग्रेस के नेता करते रहे हैं. विधायकों का तो इसको लेकर भारी दबाव था. सरकार होने के बावजूद अपने समर्थकों के तबादले नहीं हो रहे थे. रायशुमारी के दौरान भी कई विधायकों और पदाधिकारियों ने ये बात रखी थी, पंचायत चुनाव को देखते हुए भी तबादलों से बैन हटाया गया है.