पॉलिटॉक्स न्यूज/बिहार. गलवान घाटी में चीन-भारत की खूनी झड़प और उसमें 20 सैनिकों के शहीद होने पर देशभर में आक्रोश है. बदला लेने के लिए एक ओर जहां सरकार पर दवाब है, वहीं देशभर में चीनी सामान के बहिष्कार की अपील और मुहीम चलाई जा रही है. इसी कड़ी में जन अधिकार पार्टी (जाप) के नेता और पूर्व सांसद पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने भी अगुवाई की और लोगों से चीनी प्रोडक्ट का बहिष्कार (Boycott Chinese Products) करने की अपील करने सड़कों पर उतरे. इस दौरान एक चीनी मोबाइल कंपनी के विज्ञापन पर कालिख पोतने के लिए वे जेसीबी के बकेट पर भी सवार होते हुए नजर आए. आखिर में वे पोस्टर पर काली स्याही पोतकर ही नीचे उतरे.
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दरअसल हुआ कुछ यूं, बिहार के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद पप्पू यादव गुरुवार को अपने समर्थकों के साथ सड़क पर उतरे और चीनी कंपनियों द्वारा बनाए गए सामानों के बहिष्कार का नारा बुलंद किया. सड़क पर जब पप्पू और उनके समर्थकों को जब एक चीनी मोबाइल कंपनी का होर्डिंग दिखा तो आखिर वे खुद को कैसे रोक पाते. अब दुबले पतले समर्थक तो आसानी से सीढ़ी लगाकर विज्ञापन तक पहुंच गए लेकिन हष्ट पुष्ट काया के धनी पप्पू यादव भला कैसे ये काम कर पाते.
पप्पू यादव ने इस परेशानी का कुछ अलग हल निकाला. उन्होंने एक जेसीबी मंगाई और जेसीबी के फ्रंट लोडर बकेट में दो सहयोगियों के साथ सवार हो गए. दोनों सहयोगी हाथ में काला रंग भरी बाल्टी और ब्रश लिए हुए थे. इसके बाद जेसीबी के ड्राइवर ने फ्रंट लोडर को उठाया और पप्पू यादव को पोस्टर के पास पहुंचा दिया. पोस्टर के करीब पहुंचने पर पप्पू ने उस पर काली स्याही पोत दी. वहीं अन्य समर्थक जो पहले ही वहां पहुंचे हुए थे, उन्होंने होर्डिंग पर ‘नो चाइनीज प्रोडक्ट’ लिख दिया.
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हालांकि पप्पू यादव का ये कोई चुनाव स्टंट नहीं बल्कि एक जनहित अपील थी, लेकिन चीनी प्रोडक्ट के बहिष्कार की ये अपील लोगों को भी यूनीक लगी. आखिर लगे भी क्यूं न, जेसीबी के फ्रंट लोडर बकेट में सवारी करना हर किसी के बस की और हद की बात थोड़ी ना है. लेकिन पप्पू यादव तो पप्पू यादव ठहरे. ऐसा करके न केवल कार्यकर्ताओं में धोंस जमा दी, वहां खड़े अन्य लोगों में अपने लिए सम्मान भी बढ़वा लिया. इसके कहते हैं…एक पंथ जो काज करना.