पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. वैश्विक आपदा घोषित हो चुका कोरोना वायरस का मुद्दा बुधवार को प्रदेश विधानसभा में भी छाया रहा. शून्यकाल के दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने सदन में बताया कि प्रदेश की जनता को इससे डरने की आवश्यकता नहीं है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग इसकी रोकथाम के लिए पूरी तरह सजग और चौकन्ना है. वहीं आमतौर पर विधानसभा में उठने वाले मुद्दों पर भले ही सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ते हों, लेकिन कोरोना वायरस के मुद्दे पर इस संक्रमण से लडऩे के प्रति दोनों ही पक्षों के बीच असामान्य एकजुटता देखने को मिली.
विपक्ष ने खुले शब्दों में इस मुद्दे पर राज्य सरकार के साथ डट कर खड़े रहने का ऐलान किया. कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के वक्तव्य के बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि यह समय कमियां निकालने का नहीं है, हमें मिल कर भविष्य की तैयारी करनी चाहिए. कटारिया ने एलानिया लहजे में कहा कि प्रदेश के हित में मैं, मेरी पार्टी और पूरी जनता प्रदेश सरकार के साथ खड़ी हैं. बीमारी को लेकर फैल रहे भय के माहौल को रोकने के इंतजाम करने हैं. इटली यात्री कहां-कहां गए, इसकी पूरी रिपोर्ट लेनी होगी. उपनेता प्रतिपक्ष राठौड ने भी केन्द्र की गाइडलाइन के अनुसार आईसोलेशन वार्ड का प्रोटोकॉल पूरा करने की बात कही. राठौड़ ने चिकित्सा मंत्री से कहा कि सर्वदलीय बैठक बुलानी हो तो बुलाएं, दिल्ली चलना हो तो हम आपके साथ चलेंगे.
चिकित्सा मंत्री डॉ. रधु शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से कोरोना की जांच के लिए 2 फरवरी से जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलोजी विभाग में जांच सुविधा प्रारंभ करवा दी थी. अब प्रदेश के सभी छह राजकीय मेडिकल कॉलेज के अलावा झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में भी कोरोना की जांच की व्यवस्था शुरू कर दी है. डॉ शर्मा ने बताया कि एसएमएस लैब में अब तक 113 नमूनों की जांच की गई. जांचे गए नमूनों में से 98 नेगेटिव और 1 पॉजिटिव पाया गया तथा 1 की प्रारम्भिक जांच में पॉजिटिव पाए जाने पर कन्फर्म जांच के लिए पुणे लैब में रक्त का नमूना भेजा गया है, जबकि 13 का परिणाम आना शेष है.
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सदन को जानकारी देते हुए चिकित्सा मंत्री ने बताया कि कोरोना वायरस के संदिग्ध रोगियों को उपचार करने के लिए जयपुर के एसएमएस अस्पताल में अलग से 30 बेड्स का आइसोलेशन वार्ड की सुविधा है. इसके अलावा सभी मेडिकल कॉलेजों व जिला अस्पतालों में आइसोलेशन बेड्स की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है. डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि कोरोना वायरस की रोकथाम व नियंत्रण और बचाव के लिए सांगानेर अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर आने वाली सभी अन्तराष्ट्रीय उड़ानों में आए यात्रियों की स्क्रीनिंग 28 जनवरी से की जा रही है. एयरपोर्ट पर 5 चिकित्सक व 5 नर्सिग स्टाफ का दल स्क्रीनिंग में जुटा है. वर्तमान में सांगानेर एयरपोर्ट पर शारजाह, दुबई, क्वालालम्पुर, मस्कट, ओमान, थाईलैंड व बैंकाक देश से डायरेक्ट फ्लाइट आती है, उनकी भी नियमित स्क्रीनिंग की जा रही है.
इससे पहले सांगानेर से बीजेपी विधायक अशोक लाहोटी ने सवाल उठाया कि संदिग्ध मरीजों को प्रताप नगर के आरयूएचएस की जगह कहीं और भी शिफ्ट किया जा सकता था. लाहोटी ने इस अस्पताल में संदिग्ध मरीजों को रखे जाने से प्रतापनगर की सघन आबादी को खतरा बताया. इस पर रघु शर्मा ने अपने वक्तव्य में कहा कि नौ संदिग्ध मरीजों को आरयूएचएस के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इसे लेकर कई तरीके की बातें चल रही हैं, लेकिन अगर मरीज बढ़े तो क्या रातोंरात अस्पताल बनाएंगे?
वहीं सभापति राजेन्द्र पारीक ने आसन से एक वाकया सुनाते हुए चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा से इस बारे में होम्योपैथी चिकित्सक की सलाह लेने की नसीहत दी. लेकिन रघु शर्मा ने कहा कि वह विश्व स्वास्थ्य संगठन और केन्द्र की एडवायजरी से नहीं हट सकते.