पूर्व लोकसभा स्पीकर व मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा के पिता स्वर्गीय पीए संगमा द्वारा स्थापित नेशनल पीपुल्स पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल गया है. भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा एनपीपी को यह दर्जा दिए जाने के बाद यह पार्टी पूर्वोत्तर की पहली ऐसी पार्टी बन गई है जिसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिला है. आयोग ने हालिया लोकसभा और अरुणाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय पार्टियों के लिए आवश्यक मानदंडों को एनपीपी द्वारा पूरा करने के बाद यह निर्णय लिया है.
शुक्रवार को भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा पूर्वोत्तर की नेशनल पीपुल्स पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिए जाने के बाद पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने खुशी का इजहार किया. मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा की इस पार्टी को जैसे ही यह दर्जा प्राप्त हुआ तो यह पार्टी आजाद भारत के इतिहास में पूर्वोत्तर की पहली ऐसी पार्टी बन गई जिसे राष्ट्रीय पार्टी घोषित किया गया हो. इसके बाद खुद सीएम संगमा ने अपने पिता की फोटो के साथ ट्विटर पर पोस्ट कर खुशी व्यक्त की.
The recognition of #NPP as National Party status will surely motivate each member of the family of NPP and will further enable us to work for the greater cause of the region and its people. @nppmeghalaya #BefittingTributetoPASangma #NPPForNortheast pic.twitter.com/Ih5QfBqkYA
— Conrad Sangma (@SangmaConrad) June 7, 2019
मेघालय के सीएम कोनराड के संगमा की एनपीपी पार्टी ने हालिया लोकसभा और अरुणाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव के दौरान उस वोट प्रतिशत के आंकड़े को पार कर लिया है जो निर्वाचन आयोग द्वारा राष्ट्रीय पार्टियों के दर्जे के लिए आवश्यक मानदंडों तय किए गए हैं. सीएम संगमा ने खुशी व्यक्त करते हुए लिखा कि यह हम सभी के लिए बहुत ही खुशी का क्षण है कि स्वर्गीय पूर्णो अगितोक संगमा द्वारा स्थापित पार्टी ने अपनी उचित पहचान हासिल कर ली है. यह केवल एनपीपी की उपलब्धता नहीं है बल्कि उत्तर पूर्व के लोगों का भारी समर्थन और साथ है.
बता दें कि नेशनल पीपुल्स पार्टी का गठन साल 2013 में पूर्व लोकसभा स्पीकर स्वर्गीय पुर्णो अगितोक संगमा द्वारा किया गया था. वे मेघालय के वर्तमान मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा के पिता थे. पीए संगमा को पूर्वोत्तर के बड़े राजनेता के तौर पर जाना जाता है. यह पार्टी मेघालय, मणिपुर और नागालैंड में स्थानीय पार्टी के रूप में पहचान रखती है तो वहीं एनपीपी अरुणाचल प्रदेश में एक राज्य पार्टी है. यहां पार्टी ने पांच संसदीय सीटों पर जीत दर्ज की है. सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन का हिस्सा एनपीपी, मेघालय की 60 में से 21 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल कर सबसे बड़ी पार्टी है.
पीए संगमा ने 2013 में कांग्रेस से किनारा कर इस पार्टी को स्थापित किया था. अब राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त कर चुकी एनपीपी का चुनाव चिन्ह किताब है. पूर्वोतर की इस पार्टी का राजस्थान से भी खास नाता रहा है. मौजुदा बीजेपी सांसद किरोड़ीमल मीणा एनपीपी के सह संस्थापक सदस्य हैं. राजस्थान में 2013 विधानसभा चुनाव में पार्टी को चार सीटों पर विजय हासिल हुई थी. सात राजनीतिक पार्टियों को निर्वाचन आयोग ने अब तक राजनीतिक पार्टियों का दर्जा दे रखा है.
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