पॉलिटॉक्स न्यूज. कोरोना वायरस का आतंक देशभर में फैलता जा रहा है. देशभर में कोरोना से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़कर 430 के पार पहुंच गई है और 8 मौतें भी हो चुकी हैं. देश के 12 राज्यों में 31 मार्च तक लॉकडाउन का ऐलान हो चुका है और ट्रेन एवं बस सेवा पूरी तरह से रद्द की जा चुकी हैं, फिर भी कोरोना पर काबू पाना मुश्किल होता जा रहा है. वहीं लॉकडाउन के असफल होने के चलते पंजाब ने प्रदेश भर में कर्फ्यू लगा दिया है. ऐसा करने वाला पंजाब देश का पहला राज्य बन गया है. उसके बाद महाराष्ट्र की ठाकरे सरकार ने भी प्रदेशभर में कर्फ्यू का ऐलान कर दिया. वहीं यूपी में महामारी एक्ट को लेकर 17 नामजद सहित 100 लोगों पर मामला दर्ज हुआ है.
दूसरी ओर, भारत की कोरोना गर्ल बनी सिंगर कनिका कपूर की दूसरी कोरोना जांच रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है जिससे राजनीति से जुड़े उन लोगों में फिर से दहशत फैल गई है जो कनिका की पार्टी में शामिल हुए थे. हालांकि 35 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी. कनिका का इलाज लखनऊ के एसजीपीजीई में चल रहा है.
कोरोना वायरस से संक्रमित मामलों में बढ़ते इजाफे के चलते और लॉकडाउन को गंभीर न लेने के चलते पंजाब सरकार ने राज्यसभर में कर्फ्यू का ऐलान किया है. सीएम कै.अमरिंदर सिंह ने आदेश जारी कर दिए हैं. कुछ जरूरी सेवाओं को खुला रखने की इजाजत है. कर्फ्यू में किसी भी तरह की ढील नहीं दी जाएगी. विशेष परिस्थितियों में ही आने जाने की इजाजत है.
After reviewing situation with Chief Secretary & @DGPPunjabPolice, announced full curfew with no relaxations. DCs have been asked to issue orders accordingly. Any person required to be given relaxation will be so allowed specifically for given period & purpose. pic.twitter.com/uX5ZnMTFmB
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) March 23, 2020
वहीं महाराष्ट्र में जनता कर्फ्यू के पूरी दिन बंद रहने के बाद धारा 144 के बावजूद सोमवार को दिन सामान्य जैसा देखा गया. कई शहरों में सड़कों पर गाड़ियों की भीड़ नजर आई. मुंबई एक वेस्टर्न-एक्सप्रेसवे पर भी भारी संख्या में लोग सड़कों पर नजर आये. इसमें ज्यादातर वे लोग थे जो बंदी के चलते घरों का राशन खरीदने के लिए बाहर निकले थे. जिसके बाद महाराष्ट्र की उद्दव ठाकरे सरकार ने सोमवार शाम प्रदेशभर में कर्फ्यू का ऐलान कर दिया. प्रदेश की बॉर्डर सील कर दी गई है और एमरजेंसी सर्विस को छोड़कर सभी सेवाओं को बंद कर दिया गया है.
‘जनता कर्फ्यू’ के मुद्दे पर राज्यसभा सांसद संजय राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र पर निशाना साधा है. वहीं इन स्थितियों पर पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने लिखा, ‘हमारे प्रधानमंत्री की चिंता है कि लॉकडाऊन को अभी भी लोग गंभीरता से नहीं ले रहे है लेकिन डर और चिंता के माहौल में ‘त्यौहार’ जैसी स्थिति पैदा करेंगे तो ऐसा ही होगा’.
हमारे प्रधान मंत्री की चिंता है की,'लाॅकडाऊन' को अभी भी लोग गंभीरतासे नहीं ले रहे है.प्रिय प्रधान मंत्री जी,आपने डर और चिंता के माहोल मे भी तयौहार जैसी स्थिती पैदा कर दि तो ऐसा ही होगा. सरकार गंभीर होगी तो जनता गंभीर होगी
जय हिंद जय महाराष्ट्र— Sanjay Raut (@rautsanjay61) March 23, 2020
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन को गंभीरता पूर्वक न लेने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए राज्य सरकारों से अपील की कि वे नियमों और कानूनों का पालन कराएं.
लॉकडाउन को अभी भी कई लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। कृपया करके अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं, निर्देशों का गंभीरता से पालन करें। राज्य सरकारों से मेरा अनुरोध है कि वो नियमों और कानूनों का पालन करवाएं।
— Narendra Modi (@narendramodi) March 23, 2020
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की चुनौती से निपटने के लिए लखनऊ, कानपुर, नोएडा समेत 16 जिलों को 25 मार्च तक के लिए लॉकडाउन किया गया है. इस दौरान जरूरी सेवाओं को छोड़कर इन जिलों में सब कुछ बंद रहेगा. लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी गई है. प्राइवेट और पब्लिक ट्रांसपोर्ट पूरी तरह बंद रहेगा. यदि कोई नियम तोड़ता है तो उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 188 के तहत कार्रवाई होगी. यूपी में अब तक कोरोना संक्रमण के 32 केस सामने आए हैं जिनमें से 11 इलाज के बाद स्वस्थ्य हो चुके हैं.
वहीं शाहीनबाग की तर्ज पर सीएए के विरोध में लखनऊ के घंटाघर पर पिछले 66 दिनों से चल रहा धरना भी उठा दिया गया है. प्रदर्शनकारी महिलाओं ने महामारी खत्म होते ही फिर से धरने पर बैठने की बात कहकर धरना स्थगित कर दिया. वहीं अलीगढ़, सहारनपुर, खुल्दाबाद और प्रयागराज में सीएए के विरोध में धरना अभी भी जारी है लेकिन कोरोना से बचाव के पुख्ता प्रबंध धरना स्थल पर किए जा रहे हैं. इस पर प्रशासन ने सख्ती करते हुए 17 नामजद व 100 अज्ञात के विरुद्ध महामारी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. धारा 144 के उलंघन के आरोप में 21 नामजद व 250 अज्ञात पर केस दर्ज किया गया है.
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बात करें राजस्थान की तो यहां कोरोना वायरस से पीड़ितों की संख्या 29 पहुंच गई है. भीलवाड़ा और झुंझुनू में कर्फ्यू लगा हुआ है. प्रदेश भर में धारा 144 लगी हुई है. राजधानी जयपुर सहित अन्य शहरों में भी जनता कर्फ्यू का शानदार रेसपोंस मिला. विपक्ष ने भी सत्ताधारी सरकार के साथ मिलकर काम करने में सहमति प्रदान की है. वहीं इसी मुद्दे को लेकर सीएम अशोक गहलोत ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर निम्न, मध्यम और व्यापारी वर्ग के लिए ज़रूरी घोषणाएं करने का अनुरोध किया है.
मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के 6 मामले सामने आने के बाद प्रदेश के 41 जिलों को टोटल लॉकडाउन कर दिया गया है. हालांकि जबलपुर और नरसिंहपुर में 3 दिन पहले से ही लॉक डाउन जारी है. भोपाल एवं जबलपुर में धारा 144 लगाई गई है. प्रदेश में अब तक राज्य से 75 नमूने लिए जा चुके हैं। 48 की रिपोर्ट निगेटिव आई है.
वहीं छत्तीसगढ़ में रविवार को जनता कर्फ्यू की सफलता के बाद सरकार ने रायपुर जिले में कर्फ्यू लगा दिया लेकिन लोग अपने रोजमर्रा कामकाज पर निकले. पुलिस ने बेरिकेट्स लगाकर लोगों को बीच रास्ते में रोक दिया और कुछ लोगों को ही जाने दिया. बाकियों को अपने अपने घर वापस भेज दिया. तीन युवकों के खिलाफ आदेश उल्लंघन का मामला भी दर्ज किया गया है.
बात करें राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की तो यहां सीएम अरविंद केजरीवाल ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पूरे प्रदेश में 31 मार्च तक लॉकडाउन करने का निर्देश जारी किया. कुछ खास विभागों को छोड़कर सभी कार्यलयों को बंद करने को कहा. साथ ही राज्य की सीमा को सील करने का भी आदेश जारी किया है. शहर की सभी मेट्रो, ट्रेन, बस, आॅटो, ओला-उबर एवं ईरिक्शा सेवाओं को 31 मार्च तक के लिए रद्द कर दिया गया है. डीटीसी की केवल 25 फीसदी बसों को चलाने का आदेश है. मेडिकल और राशन की दुकानें खुली रहेंगी. वहीं दिल्ली हाईकोर्ट ने भी बड़ा फैसला देते हुए हाईकोर्ट और निचली अदालतों को 4 अप्रैल तक बंद रखने का आदेश दिया है. वहीं सुप्रीम कोर्ट ने सात साल से कम सजा-ए-आफ्ता कैदियों को 6 माह की पैरोल देने का आदेश दिया है.
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बिहार में न तो जनता कर्फ्यू और न ही लॉकडाउन का कोई असर दिखाई दिया. राजधानी पटना सहित अगमकुआं, कदमकुआं नाला रोड और पटेल नगर में मछली, मांस और पान की दुकानें खुली दिखी. लोग यहां घूमते और गप करते दिखे. मीठनपुर बस स्टैंड पर लोग बस की छत पर सवार होकर सफर करते दिखे. फुलवारी, मसौढ़ी, फतुहा और बख्तियारपुर में भी लॉकडाउन का मामूली असर दिखा. वहीं पटना के कुर्जी के गेट नंबर 74 के पास स्थित मस्जिद में 12 विदेशी नागरिक छिपे थे जिनकी सूचना मिलने पर पुलिस उन्हें अपने साथ ले गई. वहीं मुजफ्फरपुर में सख्ती के बावजूद आॅटो चलते देखे गए और आम नागरिक सड़कों पर निकले तो पुलिस को लाठी भांजनी पड़ी.
झारखंड में फिलहाल कोरोना वायरस का कोई मामला नहीं मिला है लेकिन लॉकडाउन के बावजूद भी बाजारों में आम दिनों की तरह भीड़ देखी गई. हरमू रोड में तो वाहन अधिक निकलने की वजह से लंबा जाम लग गया. बसों का संचालन भी जारी रहा जिसके पास पुलिस प्रशासन चेता और बैरिकेडिंग कर वाहनों को रोका. सतर्क बरतते हुए बजट सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है. पुलिस-प्रशासन लाेगों पर नजर बनाए हुए हैं और घरों में रहने की अपील कर रहे हैं. बिना मास्क और ग्लब्स के सफाई कार्य में जुटे कर्मचारियों को वेतन काटने की चेतावनी दी गई है.
बात करें गुजरात की तो यहां जनता कर्फ्यू के खत्म होने के बाद रात 9 बजे बाजार जैसा माहौल रहा. प्रदेशभर में कोरोना पीड़ितों के 18 से अधिक मामले आ चुके हैं. बावजूद इसके कुछ लोग सड़कों पर तफरी मारने ही निकल पड़े. पुलिस ने कई लोगों को समझाते हुए घर भेज दिया और कुछ पर सख्ती बरतते हुए बल प्रयोग भी किया. वहीं अहमदाबाद में शाम 5 बजे पुलिस,डॉक्टर्स-नर्स और मीडियाकर्मियों को आभार व्यक्त करने के लिए ताली बजाने के दौरान कुछ लोग बिना मास्क गरबा देखते दिखाई दिए. इस पर पुलिस ने धारा 144 का उल्लंघन करने के आरोप में 50 लोगों के समूह के खिलाफ मामला दर्ज किया है.