IPS Dinesh MN Latest News – देश में कई आईपीएस अधिकारी राष्ट्रीय स्तर पर विख्यात हुए है. अपनी पहचान राष्ट्रीय स्तर पर बना चुके है. भले ही वे किसी एक राज्य में प्रमुख पद पर तैनात रहे हो पर दूसरे राज्यों के लोग भी उन्हें उनके नाम से तुरंत पहचान जाते है. ऐसे ही एक अधिकारी है भारत के विख्यात आई पी एस दिनेश एम एन. दिनेश एम एन ऐसे आई पी एस अधिकारी है जो अपने जीवन के सात वर्ष जेल में काट चुके है. पर वर्ष 2017 में कोर्ट ने उन्हें सबूतों के अभाव में बरी कर दिया. दिनेश एम एन ऐसे आई पी एस अधिकारी रहे है जिनके नाम से माफिया और डकैत से लेकर आईएएस अधिकारी तक भय से खौप खाते रहे है. माफिया को कौन कहे ये तो ऐसे अधिकारी है जो कलेक्टर तक को जेल भिजवा चुके है. ईमानदारी के लिए यह अधिकारी पुरे भारत में विख्यात रहे है. 1995 बैच के राजस्थान कैडरके आई पी एस अधिकारी दिनेश एम एन को 15 फरवरी, 2023 को एडीजी पुलिस क्राइम जयपुर राजस्थान (Additional Director General of Police) के पद पर नियुक्त क्या गया. बदमाशों को जेल में डालने और पुरे प्रदेश के अपराध को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी एडीजी क्राइम की होती है. एसीबी Anti-Corruption Bureau के एडीजी बनते ही दिनेश एम एन ने बदमाशों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया और प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने की मुहीम में लग गए. इस लेख में हम आपको आईपीएस अधिकारी दिनेश एमएन की जीवनी (IPS Dinesh MN Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
आईपीएस दिनेश एमएन की जीवनी (IPS Dinesh MN Biography in Hindi)
नाम | दिनेश एमएन |
उम्र | 53 साल |
जन्म तारीख | 6 दिसंबर 1971 |
जन्म स्थान | मुनगनहल्ली, कर्नाटक |
शिक्षा | बीई |
कॉलेज | विश्वविद्यालय बी.डी.टी. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग |
वर्तमान पद | एडीजी – क्राइम |
व्यवसाय | आईपीएस अधिकारी |
बैच | 1995 |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पिता का नाम | नारायण स्वामी |
माता का नाम | गौरा अम्मा |
पत्नी का नाम | विजयलक्ष्मी |
बच्चे | दो बेटी |
स्थाई पता | मुंगनहल्ली |
वर्तमान पता | जयपुर |
फोन नंबर | – |
ईमेल | – |
आईपीएस दिनेश एमएन का जन्म और परिवार (IPS Dinesh MN Birth & Family)
आईपीएस दिनेश एमएन का जन्म 6 सितंबर 1971 को कर्नाटक राज्य के चिक्काबल्लापुर जिले के मुंगनहल्ली (Munganhalli) में हुआ था. दिनेश एमएन के पिता पेशे से बैंगलोर में तहसीलदार थे जबकि माता एक गृहणी थी. इनका पूरा नाम मुंगनहल्ली नारायणस्वामी दिनेश है. इनके नाम में एम का अर्थ मुंगनहल्ली है जबकि एन का अर्थ नारायणस्वामी है. इनके पिता का नाम नारायण स्वामी और माता का नाम गौरा अम्मा था. पत्नी का नाम के विजयलक्ष्मी है, जिनसे उनकी 25 फरवरी, 1999 को शादी हुई थी. उनकी दो बेटियां है. दिनेश एम एन की पत्नी के विजयलक्ष्मी पेशे से व्याख्याता है.
आईपीएस दिनेश एमएन की शिक्षा (IPS Dinesh MN Education)
आईपीएस दिनेश एमएन 1993 में देवणगेरे से इलेक्ट्रॉनिक्स एन्ड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में बैचलर (बीई) की डिग्री हासिल की. इसके बाद पिता के कहने पर उन्होंने यूपी एस सी की तैयारी करनी शुरू की और अपने पहले ही अटेम्प्ट में सिविल सेवा परीक्षा क्रैक करके आई पी एस बन गए.
दिनेश एमएन का आईपीएस करियर (Dinesh MN IPS Career)
1995 बैच के आईपीएस अधिकारी दिनेश एम एन कई जिलों के एस पी रह चुके है. सबसे पहले वर्ष 2000 में करौली एसपी रहे. बाद में सवाई माधोपुर और झुंझनू, उदयपुर और अलवर के भी एसपी रहे. 26 नवंबर 2005 को अंबाजी के पास हुए सोहराबुद्दीन एनकाउंटर को फर्जी मानते हुए दिनेश एम एन को 24 अप्रैल 2007 को गिरफ्तार कर लिया गया था. इसके बाद वे सात वर्षो तक जेल में रहे. दरअसल उदयपुर एसपी रहते हुए आई पी एस दिनेश एम एन ने गुजरात पुलिस के साथ मिलकर हिस्ट्रीशीटर सोहराबुद्दीन शेख का एनकाउंटर किया था जिसके बाद कांग्रेस समेत कई विरोधी पार्टियों ने इसपर आवाज उठाई और इसे फर्जी बतलाया था. बाद में उन्हें सात वर्षो तक इसी के चलते जेल में कैदी बनकर रहना पड़ा पर अंत में, मई 2014 में कोर्ट ने उनके विरोध में कोई ठोस सबूत नहीं होने के कारण उन्हें बरी कर दिया. बरी होने के बाद उन्हें फिर से पद भार दे दिया गया.
दिनेश एम एन ने जब वापसी की तो उनके वही अंदाज, वही तेवर और वही ईमानदारी का भूत उन पर सवार था. रिहाई के बाद उन्होंने खनन विभाग में प्रमुख भ्रष्ट्राचार रैकेट का पता लगाने के लिए एसीबी राजस्थान के आईजी के रूप में नेतृत्व किया, जिसके तहत उन्होंने 1983 बैच के आई ए एस अधिकारी अशोक सिंघवी को गिरफ्तार किया. अशोक सिंघवी प्रदेश में खान सेक्रेटरी के पद पर तैनात थे. बाद में 2016 में SOG की कमान संभाली तो राजस्थान के सबसे बड़े बदमाश आनदपाल सिंह की गैंग पर नकेल कसी. जून 2017 में एसओजी और पुलिस टीमों के साथ एक मुठभेड़ में 5 लाख का इनामी गैंगस्टर आनंदपाल सिंह मारा गया और उसके बाद उसके गिरोह को पूरी तरह से निष्प्रावी कर दिया. उसके बाद दिनेश एम एन को बीकानेर का आईजी बनाया गया.
आईपीएस दिनेश एमएन की उपलब्धियां (IPS Dinesh MN Achievements)
आईपीएस रहते दिनेश एमएन ने राजस्थान एसीबी में रहते हुए कई भ्रष्ट अधिकारीयों को जेल भेजा. इनमे सबसे प्रमुख नाम आई ए एस अधिकारी अशोक सिंघवी का है. सिंघवी को ढाई करोड़ रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. इसके अलावे फ़रवरी 2021 में गुढ़ामालानी के एस डी एम सुनील कुमार के विरुद्ध करवायी की गई थी. इसके अलावे हिस्ट्रीशीटर सोहराबुद्दीन शेख का उन्होंने एनकाउंटर किया जिसके चलते उन्हें सात वर्ष तक जेल में भी रहना पड़ा था.
उदयपुर कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद 28 जून 2022 को दिनेश एम एन ने मोर्चा संभाला. वे लगातार 3 जुलाई तक वही उदयपुर में डटे रहे. इस बीच वे टेलर कन्हैयाकुमार की शवयात्रा में शामिल हुए. मौन जुलुस के दौरान लोगो को सम्बोधित कर शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील की और बाद में शांति तरीके से उदयपुर में भगवान् जगन्नाथ की यात्रा भी निकलवाई.
दरअसल दिनेश एम एन वर्ष 2004 से वर्ष 2007 तक उदयपुर के एसपी रह चुके थे. स्वयं आई पी एस अधिकारी दिनेश एमएन भी मानते है कि उन्हें उदयपुर के लोगो के ऊपर पूरा भरोसा था, वे उनकी बातों को मानते थे. वर्ष 2007 में सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर में अरेस्ट होने पर लोग उनके लिए सड़को पर उतर गए थे और उन्होंने वहां के तात्कालिक एसपी (दिनेश एमएन) के लिए पुरे उदयपुर को बंद रखा था. एक अधिकारी के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है कि जनता में उनकी इतनी अधिक लोकप्रियता है.
वर्तमान में दिनेश एम एन राजस्थान के एंटी करप्शन ब्यूरो (ADG Crime) में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के रूप में कार्यरत है.
इस लेख में हमने आपको आईपीएस अधिकारी दिनेश एमएन की जीवनी (IPS Dinesh MN Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.