प्रदेश में ओलावृष्टि व तूफान के चलते हुई फसल खराबे, जन व पशु हानि पर तुरन्त सहायता राशि प्रदान करने के निर्देश

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी जिला कलेक्टर्स को जल्द से जल्द फसल खराबे की जानकारी जुटाने और आवश्यकता होने पर विशेष गिरदावरी कराने के दिए निर्देश, टोंक जिले में हुई 4 लोगों की मौत पर 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता के दिए निर्देश, प्रवासियो के आवागमन का खर्चा वहन करेगी सरकार

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के कुछ जिलों में हुई भारी ओलावृष्टि और आंधी-तूफान से फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने और इस कारण हुई मानव हानि के लिए तुरन्त सहायता राशि प्रदान करने के लिए जिला कलक्टरों को निर्देश दिए हैं. सीएम गहलोत ने सभी जिला कलेक्टर्स को जल्द से जल्द फसल खराबे की जानकारी जुटाने को कहा है, ताकि आवश्यकता होने पर विशेष गिरदावरी कराई जा सके. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने सोमवार को टोंक जिले में खराब मौसम के कारण हुई चार लोगों की मृत्यु पर उनके परिजनों को नियमानुसार 4 लाख रूपए तक की सहायता राशि देने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए हैं. वहीं सोमवार को बड़ा फैसला लेते हुए सीएम गहलोत ने प्रवासियों की यात्रा को और सुगम बनाने के लिए प्रवासियों को निःशुल्क रेल यात्रा और सड़क मार्ग द्वारा अपने राज्य जाने वाले प्रवासियों को राजस्थान की सीमा तक निःशुल्क बस यात्रा करवाने के अधिकारीयों को निर्देश दिए हैं.

पिछले दो दिन से प्रदेश के कई हिस्सों में हुई भारी ओलावृष्टि और आंधी-तूफान से किसानों को फसलों का बड़ा नुकसान है और कहीं-कहीं मानव हानि भी प्रदेश में हुई है. इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी जिला कलेक्टर्स को जल्द से जल्द फसल खराबे की जानकारी जुटाने को कहा है, ताकि आवश्यकता होने पर विशेष गिरदावरी कराई जा सके. साथ ही, जिला कलक्टर आंधी-तूफान और ओलावृष्टि से मानव हानि, पशुधन की हानि और भवनों आदि को हुए नुकसान की जानकारी भी राज्य सरकार को भेजें, ताकि प्रभावितों को एसडीआरएफ के नियमों के तहत मुआवजा राशि जारी की जा सके.

इससे पहले सोमवार को देशभर में फंसे प्रवासियों के आवागमन को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर प्रवासियों के आवागमन का किराया कांग्रेस पार्टी द्वारा वहन करने के निर्देश दिए. जिसके बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने भी बड़ा फैसला लेते हुए प्रवासियों की यात्रा को और सुगम बनाने के लिए प्रवासियों को निःशुल्क रेल यात्रा और सड़क मार्ग द्वारा अपने राज्य जाने वाले प्रवासियों को राजस्थान की सीमा तक निःशुल्क बस यात्रा करवाने के अधिकारीयों को निर्देश दिए. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए कोरोना संक्रमण को रोकने के उपायों, लॉकडाउन एवं प्रवासी श्रमिकों के आवागमन को लेकर नोडल अधिकारियों, विभिन्न विभागों के अधिकारियों, जिला कलेक्टर्स-पुलिस अधीक्षकों, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की.

इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया कि ऐसे लोग जो अपने राज्य में रेल से जाना चाहते हैं, उनके रेलवे यात्रा किराये का भुगतान तथा सड़क मार्ग से जाने वालों को राजस्थान की सीमा तक बस से निशुल्क पहुंचाने की व्यवस्था भी राजस्थान सरकार करेगी. आगे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने अपनी नई गाइडलाइन में अन्तर्राज्यीय आवागमन के लिए उन्हीं श्रमिकों और प्रवासियों को अनुमत किया है जो लॉकडाउन के कारण अपने घर से दूर अन्य राज्यों में अटक गए हैं. सीएम गहलोत ने निर्देश दिए कि जिला कलक्टर इस गाइडलाइन की पूरी तरह से पालना सुनिश्चित करें.

वहीं अन्य राज्यों से प्रदेश में आ रहे प्रवासी राजस्थानियों को लेकर सीएम गहलोत ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि संक्रमण से बचाव के लिए दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासियों एवं श्रमिकों को आवश्यक रूप से क्वारेंटाइन में रहना होगा. जिन लोगों में खांसी, जुकाम एवं बुखार के लक्षण हैं, उन्हें संस्थागत क्वारेंटाइन में रखा जाए. अन्य व्यक्ति आवश्यक रूप से अपने घर में होम क्वारेंटाइन में रहें. जिला कलक्टर यह सुनिश्चित करें और इसमें किसी तरह की लापरवाही न हो.

इसके साथ ही मुख्यमंत्री गहलोत ने एक बार फिर उन प्राइवेट हॉस्पिटल पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए जो संकट की इस घड़ी में आम मरीजों का इलाज करने में आनाकानी कर रहे हैं. सीएम गहलोत ने कहा कि ऐसे प्राइवेट हॉस्पीटल्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें जो संकट की इस घड़ी में मरीजों का इलाज नहीं कर मानव सेवा के अपने नैतिक दायित्व का पालन नहीं कर रहे हैं. जिला कलक्टर ऐसे निजी अस्पतालों के खिलाफ शिकायतों पर कड़ी कार्रवाई करें. गैर कोविड रोगियों को उनके घर के नजदीक ही चिकित्सा सुविधा देने के लिए राज्य सरकार ने 428 मोबाइल ओपीडी वैन संचालित की हैं जिनका आमजन को लाभ मिल रहा है. सीएम गहलोत ने गंभीर बीमारियों के मरीजों के उपचार के साथ-साथ संस्थागत प्रसव एवं टीकाकरण पर पूरा ध्यान रखने के निर्देश भी दिए.

आगे सीएम गहलोत ने अधिकारीयों को निर्देश देते हुए कहा कि भीलवाडा में जिस तरह रूथलेस कंटेनमेंट के कारण कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने में सफलता मिली है वही मॉडल चित्तौडगढ़ जिले के निम्बाहेडा में अपनाया जाए क्योंकि वहां एकाएक कई पॉजिटिव केस सामने आये हैं. यहां पूरी प्लानिंग के साथ कंटेनमेंट पर फोकस किया जाए. कर्फ्यू एरिया में इसका पालन सख्ती से कराया जाए और सैंपल कलेक्शन की संख्या बढायी जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि सैंपल टेस्टिंग के परिणाम में देरी नहीं हो और टेस्टिंग के लिए सैंपल उदयपुर की बजाय भीलवाडा भेजे जाएं. निम्बाहेडा एवं आस-पास के क्षेत्रों में घर-घर सर्वे एवं स्क्रीनिंग की जाए.

मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने गृह जिले जोधपुर में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए जोधपुर में भी सैंपल टेस्टिंग रिजल्ट में तेजी लाने के निर्देश अधिकारियों को दिए. सीएम गहलोत ने आगे कहा कि जांच के परिणाम जितने जल्दी आएंगे उतना ही संक्रमण रोकने में हमें कामयाबी मिलेगी. जांच परिणाम आते ही पॉजिटव व्यक्ति एवं उसके संपर्क में आये लोगों को क्वारनटाइन किया जाए.

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लॉकडाउन 3.0 को लेकर सीएम गहलोत ने कहा कि आमजन में यह संदेश जाए कि लॉकडाउन अभी भी पूरी तरह से लागू है और कुछ आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं को छोड़कर इसमें कोई ज्यादा ढील नहीं दी गई है. जरूरी नहीं होेने पर कोई अपने घरों से बाहर नहीं निकले. मुख्यमंत्री गहलोत ने निर्देश दिए कि तीसरे चरण के लॉकडाउन की भी सख्ती से पालना सुनिश्चित की जाए. केन्द्र एवं राज्य की ओर से जारी गाइडलाइन का उल्लंघन नहीं हो. इसके लिए लोगों को लगातार जागरूक किया जाए.

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