प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 से 26 अगस्त तक फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन के दौरे पर हैं. फ्रांस के राष्ट्रपति एमानुएल मैक्रॉन ने उन्हें 45वें जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए न्योता भेजा था, जो 24 से 26 अगस्त तक बियारेट्ज में हो रहा है. मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने से पहले फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉन और प्रधानमंत्री फिलिप से भी मुलाकात करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में गुरुवार को पेरिस पहुंच गए, जहां उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति एमानुएल मैक्रॉन से द्विपक्षीय वार्ता की. इसमें दोनों देशों के द्विपक्षीय रणनीति संबंधों को आगे बढ़ाने पर बातचीत होगी. एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत विदेश मंत्री ज्यां-इवेस ले द्रेयान ने किया. इसके साथ ही उनके मंत्रालय ने ट्वीट भी किया, जिसे विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने रिट्वीट किया है.
ट्वीट का हिंदी अनुवाद इस प्रकार है. बोनजौर पेरिस (फ्रांसीसी अभिवादन). प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का फ्रांस के विदेश मंत्री जेवाई ले द्रेयान ने उनकी विदेश यात्रा के पहले चरण में पेरिस आगमन पर गर्मजोशी से स्वागत किया. प्रधानमंत्री फ्रांस के राष्ट्रपति एमानुए मैक्रॉन से और प्रधानमंत्री ई फिलिप से मुलाकात करेंगे और रणनीतिक भागीदारी के मुद्दे पर बातचीत करेंगे.
नरेन्द्र मोदी का फ्रांस में दो दिन रुकने का कार्यक्रम है. राष्ट्रपति एमानुएम मैक्रॉन और प्रधानमंत्री एडुअर्ड फिलिप से मुलाकात के अलावा वे भारतीय समुदाय को लोगों को संबोधित भी करेंगे. मोदी शुक्रवार को एक स्मारक का उद्घाटन भी कर रहे हैं, जो फ्रांस में 1950 और 1960 के दशकों में हुई दो विमान दुर्घटनाओं की याद में बनाया गया है. इसमें एयर इंडिया के विमान नष्ट हुए थे.
दिन दो विमान दुर्घटनाओं की याद में स्मारक बनाए गए हैं, उनमें एक तीन नवंबर 1950 को हुई थी. एयर इंडिया की उड़ान एआई-245, मलाबार प्रिंसेस बंबई से लंदन के लिए रवाना हुई थी. वह विमान रास्ते में मोंट ब्लांक मासिफ में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इसमें 48 लोगों की मौत हुई थी. इसके 16 साल बाद दूसरी विमान दुर्घटना 24 जनवरी 1966 को हुई, जिसमें एयर इंडिया की उड़ान 101 कंचनजंगा का विमान भी उसी जगह दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, जिसमें 117 लोगों की मौत हो गई थी. यह विमान भी बंबई से लंदन के लिए रवाना हुआ था. इस दुर्भाग्यशाली विमान में प्रसिद्ध परमाणु वैज्ञानिक डॉ. होमी जहांगीर भाभा भी सवार थे.
दशकों बाद अब मोंट ब्लांक में प्रधानमंत्री मोदी स्मारक का उद्घाटन कर रहे हैं. यह स्मारक फ्रेंच आल्प्स पहाड़ियों की तलहटी पर सेंट गरवाइस में बनाया गया है. यहां तक पहुंचने में पेरिस से करीब पांच घंटे लगते हैं. मोदी शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इस स्मारक का उद्घाटन कर रहे हैं. फ्रांस के अधिकारियों का कहना है कि यह स्मारक दोनों देशों के बीच जीवंत रिश्तों का उदाहरण है.
फ्रांस रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने बयान जारी किया है कि उनकी यात्रा दोनों देशों के बीच मजबूत रणनीतिक भागीदारी का संकेत है. भारत और फ्रांस के बीच बहुत अच्छे द्विपक्षीय संबंध हैं. दोनों के आपसी सहयोग से ये संबंध और आगे बढ़ेंगे. दोनों देश शांति और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए काम करते रहेंगे.
शुक्रवार को मोदी संयुक्त अरब अमीरात पहुंचेंगे, जहां उन्हें यूएई सरकार के सर्वोच्च सम्मान ऑर्डर ऑफ जायेद से सम्मानित किया जाएगा. मोदी अबू धाबी के शहजादे शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाह्यान से मुलाकात करेंगे. इसके बाद मोदी अबू धाबी से बहरीन पहुंचेंगे जहां सुल्तान शेख हमद बिन इसा अल खलीफा से उनकी मुलाकात होगी. मोदी बहरीन की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं. बहरीन से मोदी जी-7 सम्मेलन में भाग लेने वापस फ्रांस चले जाएंगे.