Politalks.News/Rajasthan. करीब तीन सप्ताह पहले वीआरएस के लिए आवेदन दे चुके पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) डॉ. भूपेंद्र सिंह यादव आज अपना पद छोड़ रहे हैं, क्योंकि भूपेंद्र सिंह यादव को राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) अध्यक्ष के रूप में नई जिम्मेदारी सम्भालने जा रहे हैं, जैसा कि पॉलिटॉक्स ने यादव के वीआरएस के लिए आवेदन करने वाले दिन ही बता दिया था. हमने यह भी बता दिया था कि वरिष्ठ आईपीएस एमएल लाठर प्रदेश के नए डीजीपी होंगे.
सियासत- यादव को RPSC का चैयरमैन बनाने के लिए ही पहले वीआरएस का आवेदन और अब पद छोड़ने का फैसला हुआ अचानक
आपको बता दें, आरपीएससी के मौजूदा चेयरमैन दीपक उप्रेती का कार्यकाल बुधवार को यानि आज खत्म हो रहा है, अब क्योंकि दीपक उप्रेती की विदाई के बाद आरपीएससी के वरिष्ठ सदस्य डॉ. शिव सिंह राठौड़ को अध्यक्ष का एडिशनल चार्ज सौंपा जाता और चूंकि शिव सिंह केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और भाजपा के बेहद करीबी हैं. वहीं गहलोत सरकार कब से दीपक उप्रेती का कार्यकाल खत्म होने और अपने किसी विश्वसनीय को आरपीएससी का चैयरमैन बनाने का इंतजार ही कर रही है. ऐसे में डॉ शिव सिंह को अतिरिक्त चार्ज न सौंपना पड़े, इसलिए अचानक डॉ भूपेंद्र सिंह के आज पद छोड़ने का फैसला लिया गया है.
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वहीं, सबसे वरिष्ठ होने के नाते डॉ भूपेंद्र सिंह यादव की जगह डीजीपी का कार्यभार एमएल लाठर को सौंपा जाएगा. बता दें कि डॉ. भूपेंद्र सिंह को गहलोत सरकार ने अगस्त 2019 में दो साल के लिए डीजीपी पद की जिम्मेदारी सौंपी थी. यादव का कार्यकाल 30 जून 2021 को पूरा होना था, लेकिन उन्होंने 20 नवंबर 2020 से ही वीआरएस के लिए आवेदन कर दिया था. ऐसे में वे सात महीने पहले ही डीजीपी पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाले थे. वहीं, एमएल लाठर मई 2021 में रिटायर होने वाले हैं. सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के मुताबिक डीजीपी बनने के लिए सेवानिवृत्ति में कम से कम छह महीने का कार्यकाल बाकी होना चाहिए.