राजस्थान में फिर से उठ रहे बगावती सुर! अब विधायक बाबूलाल बैरवा ने लगाए गहलोत सरकार पर ये आरोप

सचिन पायलट का मेरे ऊपर बड़ा एहसान, पायलट ने ही टिकट दिया और पायलट ने ही वोट दिलवाये, अशोक गहलोत के सैनी और माली वोट मुझे नहीं मिले, रघु शर्मा और बीडी कल्ला पर लगाया दलितों विधायकों की सुनवाई न करने का आरोप, विपक्ष ने भी कसा तंज

Babulal Berwa Mla Rajasthan
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Politalks.News/Rajasthan. सचिन पायलट व उनके समर्थक विधायकों और सीएम अशोक गहलोत के बीच पिछले महीनों मचा सियासी घमासान कहने को थम सा गया है, लेकिन किसी न किसी बहाने बगावत को कोई न कोई आहट प्रतिदिन सुनाई दे जाती है. ऐसे में गहलोत कैम्प के माने जाने वाले अलवर से कठूमर विधायक बाबूलाल बैरवा ने अपनी ही सरकार के खिलाफ गम्भीर आरोप लगाकर और साथ ही सचिन पायलट को अपना नेता बताकर फिर से नई चिंगारी को सुलगा दिया है.

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अब यह चिंगारी कब ज्वाला बन जाए और सब राख कर दे

विधायक बाबूलाल ने साफ और स्पष्ट शब्दों में कहा कि मैं चुनाव गुर्जरों के वोटों से जीता हूं. अशोक गहलोत के सैनी और माली वोट मुझे नहीं मिले थे. इसके साथ ही बाबूलाल ने अपनी ही गहलोत सरकार के कुछ ब्राह्मण मंत्रियों पर दलित विधायकों की सुनवाई न करने के गंभीर आरोप भी लगाए. कांग्रेस विधायक के अपनी ही सरकार पर आरोप लगाने पर उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि ‘अब ये चिंगारी कब ज्वाला में भड़क जाए और फिर सब राख कर दें…’

पायलट का अहसानमंद हूं, उन्होंने ही टिकट दिलाया था, उन्होंने ही जिताया था

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मीडिया से बात करते हुए विधायक बाबूलाल बैरवा ने पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट का जमकर गुणगान किया और कहा, ‘सरकार बचाने के लिए हमने सचिन पायलट का साथ छोड़कर अशोक गहलोत का साथ दिया था जबकि सचिन पायलट का मेरे ऊपर बड़ा एहसान था. पायलट ने ही टिकट दिया था और पायलट ने ही वोट दिलवाये थे. मैं गुर्जरों के वोट से ही जीता हूं..अशोक गहलोत के सैनी और माली वोट मुझे मिले ही नहीं थे.

ब्राह्मण मंत्री नहीं करते दलितों के काम

विधायक बाबूलाल बैरवा ने अपनी ही सरकार और मंत्रियों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. विधायक ने मंत्रियों पर आरोप जड़ते हुए कहा कि सरकार में जो ब्राह्मण मंत्री बैठे हुए हैं वह दलितों के काम नहीं करते हैं और न ही दलितों की बात सुनी जाती है. स्वास्थ्य विभाग में हाल में हुए ट्रांसफर को लेकर भी विधायक ने सवाल उठाए. ऐसा करके उन्होंने सीधे सीधे चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा पर निशाना साधा है, साथ ही उर्जा एवं जलदाय मंत्री बीडी कल्ला पर भी सुनवाई न करने की बात कही. विधायक बैरवा के इन आरोपों से लगने लगा है कि राजस्थान सरकार में एक बार फिर बगावती सुर उठ रहे हैं.

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कांग्रेस विधायक बैरवा ने कहा कि सरकार में न तो दलित विधायकों की बात सुनी जाती है और न ही कर्मचारियों की कोई सुनवाई होती है. अशोक गहलोत सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए विधायक बैरवा ने कहा कि सरकार में जो ब्राह्मण मंत्री बैठे हुए हैं वह दलितों के काम नहीं करते हैं. बैरवा ने चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा और उर्जा एवं जलदाय मंत्री बीडी कल्ला को निशाने पर लेते हुए कहा कि दोनों मंत्री दलित विधायकों की नहीं सुन रहे. जब भी मैं दलितों के काम के लिए कोई कागज देता हूं, वह काम नहीं होता है.

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हाल की घटना बताते हुए विधायक बैरवा ने कहा कि उन्होंने 5 एएनएम तबादले के लिए चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा को कहा था. इनमें से एक ब्राह्मण थे और चार दलित थे. ब्राह्मण का टाइटल देखकर उसका ट्रांसफर कर दिया गया, जबकि चारों दलितों का ट्रांसफर नहीं हुआ. विधायक यहीं नहीं रूके. उन्होंने रघु शर्मा पर निशाना साधते हुए कहा कि एससी के विधायक और कर्मचारियों पर वे बिलकुल ध्यान नहीं दे रहे और सैंकड़ों बार आज कल ही करते रहते हैं. विधायक ने यहां ये भी कहा कि जब मेरे कार्यकर्ता के तबादले नहीं होंगे तो मैं पंचायत और निकाय चुनाव में पार्टी को वोट कैसे दिलाउंगा.

इधर मंत्री बीडी कल्ला पर भी विधायक ने गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि वे भी सुनवाई नहीं करते. कई एईएन और जेईएन क्षेत्र में काम नहीं कर रहे. उन्हें हटाने और अच्छे लोगों को लगाने को कहा लेकिन वे सुनवाई नहीं कर रहे हैं. छह बार के विधायक परसराम मोरदिया ने भी कुछ इसी तरह की बात मंत्रियों के लिए कही है.

कांग्रेस से चार बार के विधायक बैरवा ने आगे कहा, ‘राहुल गांधी कहते हैं कि बीजेपी दलितों और अल्पसंख्यकों को इंसान नहीं समझती है मगर यहां भी कांग्रेस सरकार में यही हाल है तो क्या कहेंगे. दो दिन पहले राहुल गांधी ने कही कहा था कि भाजपा सरकार में दलित, आदिवासी और मुसलमान के काम नहीं होते. अब यही हालात राजस्थान में देखने को मिल रहे हैं.’ विधायक बैरवा ने इतने सालों में भी मंत्री न बनाए जाने का दुख जाहिर करते हुए कहा कि मुझे 43 साल की राजनीति का अनुभव है. मैं चौथी बार विधायक बनकर सदन में आया हूं. इंदिरा गांधी जब जेल गईं थी, तब मैं भी गया था. दो बार के विधायकों को केबिनेट मंत्री बनाया जा रहा है लेकिन दलितों के साथ भेदभाव किया गया है.

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कांग्रेस विधायक बाबूलाल द्वारा अपनी ही सरकार को घेरने की घटना को विपक्ष ने भी दोनों हाथों से लिया है. विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने इस खबर से जुड़ी एक पोस्ट ट्वीटर पर शेयर करते हुए लिखा है- कांग्रेस विधायक बाबूलाल बैरवा का अपनी ही सरकार के मंत्रियों के खिलाफ असंतोष दिख रहा है. जब कांग्रेस विधायक की ही सुनवाई नहीं हो रही तो आमजन का क्या हाल होगा? अब ये चिंगारी कब ज्वाला में भड़क जाए और फिर सब राख कर दें…

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