Politalks.News/Rajasthan. पोस्ट कोविड इंफेक्शन के चलते एंजियोप्लास्टी करवाने के बाद डॉक्टर्स की आराम करने की सलाह के बावजूद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार एक्टिव बने हुए हैं. बीते रोज मंगवालर को सीएम गहलोत ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर न केवल बीजेपी, आरएसएस और मोदी सरकार पर जमकर निशाने साधे बल्कि ओलंपिक विजेता खिलाड़ियों और अन्य बधाई संदेश भी दिए. इसी बीच प्रदेश एक बार फिर सक्रिय हुए मानसून के चलते प्रदेश के विभिन्न जिलों में अल्पवृष्टि के कारण फसलों को हुए नुकसान पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि प्रदेश के अधिकांश जिलों में अल्पवृष्टि के कारण सूखने से फसलों को नुकसान हुआ है. राज्य सरकार इस स्थिति को लेकर गंभीर है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री गहलोत ने अल्पवृष्टि से किसानों को हुए नुकसान का संयुक्त सर्वे दल के माध्यम से आंकलन करने के निर्देश दिए हैं.
मुख्यमंत्री अशोज गहलोत ने निर्देश दिए हैं कि राजस्व विभाग, कृषि विभाग तथा इंश्योरेंस कंपनी संयुक्त रूप से सर्वे कर किसानों को हुए नुकसान का आकलन करें. इसके आधार पर प्रभावित किसानों को राहत देने के लिए फसल बीमा योजना के तहत मुआवजे की कार्यवाही की जाए. सीएम गहलोत ने जानकारी देते हुए बताया कि 31 अगस्त तक प्रदेश में सामान्य औसत से 12.30 प्रतिशत कम वर्षा हुई है. राज्य के 14 जिलों- सिरोही, बांसवाड़ा, बाड़मेर, भीलवाड़ा, बीकानेर, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, श्रीगंगानगर, जालौर, झुंझुनूं, जोधपुर, पाली, राजसमंद एवं उदयपुर में औसत से कम वर्षा हुई है. मात्र पांच जिले- बारां, बूंदी, झालावाड़, कोटा और सवाई माधोपुर में सामान्य से अधिक वर्षा हुई है.
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आगे मुख्यमंत्री गहलोत ने बताया कि बीते दिनों बारां, बूंदी, झालावाड, कोटा, सवाई माधोपुर, धौलपुर, करौली, भरतपुर एवं टोंक जिलों में अतिवृष्टि के कारण फसलों में खराबा हुआ था, उसके आंकलन के लिए राज्य सरकार ने उसी समय विशेष गिरदावरी के निर्देश दे दिए थे. ऐसे में एक बार फिर सीएम गहलोत ने निर्देश देते हुए कहा कि सभी संबंधित जिला कलेक्टर इस काम को जल्द से जल्द पूरा करें. मुख्यमंत्री ने अल्पवर्षा वाले जिलों में पेयजल, चारा डिपो, पशु शिविर आदि के लिए अभी से समस्त अग्रिम तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने मंगलवार को जिला कलेक्टरों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से चर्चा कर वर्षा की कमी के कारण फसलों में खराबे की स्थिति की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर फसल खराबा हुआ है, वहां सर्वे एवं गिरदावरी की कार्यवाही जल्द से जल्द पूरी करवाकर रिपोर्ट भिजवाएं ताकि किसानों को शीघ्र राहत दी जा सके.