Politalks.News/Rajasthan. लोकसभा (Lok Sabha) में आरएलपी संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने गुरुवार को केंद्रीय सतर्कता आयोग विधेयक-2021 और दिल्ली विशेष पुलिस स्थापन विधेयक- 2021 पर हुई बहस में भाग लिया. इस दौरान सांसद बेनीवाल ने कहा कि, ‘सरकार जब इन अध्यादेशों को लेकर लाई तब सुप्रीम कोर्ट की जो भावना थी वो इस सरकार के निर्णय के पूर्ण रूप से पक्ष में नहीं थी और सदन के साथियों ने इस बात को प्रमुखता से रखा की ईडी के निदेशक के सेवानिवृति से महज 3 दिन पहले यह अध्यादेश लेकर आई’. साथ ही बेनीवाल ने बाड़मेर के कमलेश प्रजापत एनकाउंटर (kamlesh prajapat encounter) मामले में गहलोत सरकार के पूर्व मंत्री हरीश चौधरी(Harish Choudhary)के इनवोल्वमेंट की जांच जल्द से जल्द पूरी करने की मांग उठाई. बेनीवाल ने प्रदेश में लंबित सीबीआई जांच को लेकर सवाल उठाए.
‘केन्द्र सरकार स्पष्ट करें कि क्या था लोकहित?’
सांसद हनुमान बेनीवाल ने केंद्र सरकार को आडे़ हाथ लेते हुए कहा कि, ‘केन्द्र सरकार यह स्पष्ट करें कि इसमें लोकहित क्या था? सुप्रीम कोर्ट जब कह रही है कि दुर्लभ मामलों में ही कार्यकाल को बढ़ाया जा सकता है ऐसे मे ऐसी क्या स्थिति बनी? लोकहित में ऐसा क्यों आवश्यक हुआ की ईडी के निदेशक के कार्यकाल को बढ़ाया गया? बेनीवाल ने कहा कि, ‘यूपीए की सरकार थी तब कोल फील्ड आवंटन मामलों की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने भी केंद्रीय जांच एजेंसी को ‘पिंजरे में बंद तोता’ बताया था ऐसे में जिसको जहां मौका लगा, वहां उसने चौका मार दिया’.
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‘राजस्थान से जुड़े 25 और अन्य राज्यों के 1256 मामले जांच के लिए लंबित’
सांसद बेनीवाल ने सीबीआई के लंबित मामलों को लेकर उनके सवाल के जवाब के आंकड़ों की तरफ सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि, ’25 नवम्बर 2021 तक CBI के पास राजस्थान से जुड़े 25 और अन्य राज्यों से जुड़े 1256 मामले जांच हेतु लंबित है. सांसद बेनीवाल ने राजस्थान में लंबित मामलों का भी जिक्र किया.
कमलेश प्रजापत एनकाउंटर में जल्द हो जांच ताकि आरोपी जाएं सलाखों के पीछे- बेनीवाल
बाड़मेर जिले के कमलेश प्रजापत के एनकाउंटर मामले का जिक्र करते हुए सांसद बेनीवाल ने कहा कि, ‘इस मामले में राजस्थान सरकार के एक पूर्व मंत्री और उनके परिजनों का नाम आया, जिसकी जांच सीबीआई कर रही है, उसी पूर्व मंत्री के इशारे पर पूर्व में मेरे ऊपर और केन्द्र सरकार के एक मंत्री पर जानलेवा हमला हुआ जिसका राजस्थान सरकार में अब तक मुकदमा दर्ज नहीं होने दिया’. बेनीवाल ने कहा कि, ‘कमलेश प्रजापत फर्जी एनकाउटर की जांच जल्द से जल्द हो ताकि आरोपी सलाखों के पीछे जाएं’.
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राजस्थान से जुड़े कई मामलों को सांसद ने लोकसभा में उठाया
सांसद हनुमान बेनीवाल ने पाली जिले के फालना में मनोहर राजपुरोहित नाम के छात्र के अपहरण का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘राजस्थान सरकार की एजेंसिया उस बालक को आज तक ढूंढने में नाकाम रही और उनके परिजनों की माँग पर, जनता के दबाव में राज्य सरकार ने मामले की जांच सीबीआई से करवाने की अनुशंषा भेजी लेकिन आज तक सीबीआई ने उस मामले की जांच शुरू नहीं की है. राजस्थान उच्च न्यायालय ने इस मामले को लेकर सीबीआई से जवाब-तलब किया है. वहीं बेनीवाल ने हनुमानगढ़ जिले में वर्ष 2009 में हुए चक राजासर में लालचंद सुथार और उनकी पत्नी तथा 2 बेटियों की हुई हत्या के मामले की वर्ष 2016 से सीबीआई के पास लंबित जांच का जिक्र करते हुए जल्द से जल्द जांच करके निष्कर्ष निकालने की मांग की. साथ ही राजस्थान के जोधपुर शहर में हुए लवली कंडारा नामक वाल्मीकि समाज के युवक के फर्जी एनकाउंटर प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग उठाई.
बेनीवाल ने बोफोर्स घोटाले का किया जिक्र
सांसद बेनीवाल ने बोफोर्स घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘उस समय हाईकोर्ट ने सीबीआई को टेक्निकल ग्राउंड पर प्रकरण बंद करने के निर्देश दिए और सीबीआई सुप्रीम कोर्ट जाना चाहती थी लेकिन तत्कालीन सरकार ने सीबीआई को सुप्रीम कोर्ट में जाने से रोका. क्योंकि कुछ लोग फ्रीज किये हुए पैसे उठा सके और उस समय भी सीबीआई का दुरुपयोग हुआ.