Politalks.News/UttarpradeshAssemblyElection. उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव (UttarPradesh Assembly Election) का घमासान चरम पर है. यूपी में पहले चरण के लिए 10 फरवरी को मतदान होने है लेकिन इससे पहले प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी भाजपा ने अपना ‘जन घोषणा पत्र’ (BJP Manifesto) जारी कर दिया. भाजपा ने इस जनघोषणा पत्र को ‘लोक कल्याण संकल्प पत्र 2022’ नाम दिया गया. इस मौके पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah), प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath), प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan), अनुराग ठाकुर(Anurag Thakur), प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डॉ दिनेश शर्मा, संकल्प पत्र समिति के अध्यक्ष सुरेश खन्ना सहित अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. संकल्प पत्र जारी करते हुए अमित शाह ने कहा कि, ‘2017 के संकल्प पत्र में 212 संकल्प थे, जिसमें से 92% संकल्प को आज हम पूरा करने के बाद फिर आपके सामने 2022 का संकल्प पत्र लेकर आए हैं.’
मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में भाजपा ने आगामी चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र जारी किया. घोषण पत्र जारी करतेह हुए अमित शाह ने कहा कि, ‘2017 से 2022 तक 5 साल भाजपा की इस प्रदेश में चली और आज मैं बड़े संतोष के साथ कह सकता हूं कि ये 5 साल उत्तर प्रदेश के हर क्षेत्र में विकास और उपलब्धियों के रहे हैं. भाजपा की सरकार ने, योगी जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में खेती के लिए, किसानों के लिए ढेर सारे काम किए हैं.प्रधानमंत्री जी ने किसानों के लिए हर वर्ष 6 हजार रुपये बैंक अकाउंट में भेजने का काम किया है.’
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पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि, ‘5 साल पहले यूपी एक दंगा युक्त प्रदेश माना जाता था. 5 साल की सरकार चलने के बाद आज प्रदेश से माफिया पलायन कर गए हैं और यहां कानून का राज स्थापित हुआ है.’ अमित शाह ने संकल्प पत्र जारी करते हुए कहा कि, ‘2022 के संकल्प पत्र को घोषित करने से पहले मैं फिर से यूपी की जनता को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि 2027 चुनाव में जो भी संकल्प पत्र लेकर आएगा वो हमारे 2022 के संकल्प पत्र के परफॉर्मेंस के रिकॉर्ड से बेहतर करके आएगा.’ भाजपा द्वारा जारी किये गए संकल्प पत्र के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु से हम आपको अवगत करते हैं.
‘लोक कल्याण संकल्प पत्र 2022’ की मुख्य बातें:-
- 5 हजार करोड़ की लागत से मुख्यमंत्री कृषि सिंचाई योजना शुरू की जाएगी. जिसके तहत सभी किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली उपलब्ध कराई जाएगी.
- कानून बनाकर ऐसी व्यवस्था करेंगे कि अगर गन्ना किसान को 14 दिन के अंदर भुगतान नहीं मिलता है, तो उसका ब्याज चीनी मिल किसान को देगा.
- प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के सभी लाभार्थियों को प्रति वर्ष होली और दीपावली को 2 मुफ्त एलपीजी सिलेंडर प्रदान करेंगे.
- सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं स्वास्थ्य सखियों को आयुष्मान भारत के अंतर्गत स्वास्थ्य बीमा प्रदान करेंगे.
- स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत 2 करोड़ टेबलेट और स्मार्टफोन वितरित करेंगे.
- माताओं बहनों के लिए मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना को 15 हजार से बढ़ाकर 25 हजार किया जाएगा. साथ ही मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह अनुदान योजना को 1 लाख तक की वित्तीय सहायता प्रदान करेंगे.
- निराश्रित महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को 1500 की पेंशन.
- प्राथमिक स्कूलों में टेबल बेंच की व्यवस्था की जाएगी.
- हर मण्डल में कम से कम 1 विश्वविद्यालय खोला जाएगा.
- हर परिवार को कम से कम एक रोज़गार प्रदान किया जाएगा.
- एम्बुलेंस और एमबीबीएस की सीटों को दोगुना किया जाएगा.
- लव जिहाद रोकने के लिए 10 साल की सज़ा और 1 लाख का जुर्माने का प्रावधान किया जाएगा.
- माँ अन्नपूर्णा कैंटीन बनाकर ग़रीबों को सस्ता खाना देंगे.
- अगले 5 वर्षों में सभी किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने का वादा किया गया है.
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वहीं बीजेपी द्वारा संकल्प पत्र जारी करने से पहले सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, ‘2012-17 तक प्रदेश में 700 से अधिक दंगे हुए, सैकड़ों लोग मारे गए. महीनों तक प्रदेश में कर्फ्यू रहता था. यूपी में आज कर्फ्यू नहीं, बल्कि धूम-धड़ाके के साथ कावंड़ यात्राएं निकलती हैं. बीजेपी ने अगले पांच वर्षों के लिए 25 करोड़ निवासियों के लिए खाका खींचा है. पांच साल पहले भी हमने जो कहा था वह कर के दिखाया और आगे जो कहेंगे, वह भी कर के दिखाएंगे. सीएम योगी ने कहा कि, ‘पांच साल पहले यूपी में हमने वादा किया था कि राज्य कर्फ्यू से मुक्त होगा और बेटियां सुरक्षित होंगी.’