लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान होने के ग्यारहवें दिन भाजपा ने 182 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है, इसमें राजस्थान के 16 प्रत्याशी शामिल हैं. श्रीगंगानगर से निहालचंद मेघवाल, बीकानेर से अर्जुनराम मेघवाल, झुंझुनूं से नरेंद्र खींचड़, जयपुर ग्रामीण राज्यवर्धन सिंह राठौड़, जयपुर से रामचरण बोहरा, सीकर से सुमेधानंद सरस्वती और पाली से पीपी चौधरी को टिकट मिला है.
जबकि जोधपुर से गजेंद्र सिह शेखावत, जालौर-सिरोही से देवजी पटेल, अजमेर से भागीरथ चौधरी, उदयुपर से अर्जुनलाल मीणा, चित्तौड़गढ़ से सीपी जोशी, टोंक-सवाई माधोपुर से सुखवीर सिंह जौनपुरिया, भीलवाड़ा से सुभाष बहेड़िया, बारां-झालावाड़ से दुष्यंत सिंह और कोटा से ओम बिरला को मैदान में उतारा गया है.
कयासों के उलट जाते हुए भाजपा ने राजस्थान में मौजूदा सांसदों को ही मौका दिया गया है. सिर्फ झुंझुनूं सांसद संतोष अहलावत का टिकट कटा है. पार्टी ने उनकी जगह मंडावा विधायक नरेंद्र खींचड़ को मैदान में उतारा है. जबकि अजमेर से भागीरथ चौधरी को टिकट मिला है. 2014 में इस सीट पर प्रो. सांवरलाल जाट चुनाव जीते थे, लेकिन उनके निधन के बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस के रघु शर्मा ने जीत दर्ज की थी.
बारां-झालावाड़ से दुष्यंत सिंह का नाम सामने आने के बाद यह साफ हो गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगी. पार्टी राजे को लोकसभा चुनाव के मैदान में उतारना चाहती थीं, लेकिन वे इसके लिए तैयार नहीं हुईं. ‘पॉलिटॉक्स’ ने इस बारे में 20 मार्च को विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की थी.
वहीं, केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को बीकानेर सीट से ही टिकट दिया गया है. दिग्गज नेता देवी सिंह भाटी ने उन्हें यहां से उम्मीदवार बनाने को विरोध करते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. यह भी चर्चा थी कि खुद मेघवाल बीकानेर की बजाय श्रीगंगानगर से चुनाव लड़ना चाहते हैं, लेकिन यहां से मौजूदा सांसद निहालचंद मेघवाल को टिकट मिला है.
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को फिर से जोधपुर से मैदान में उतारा गया है. कहा जा रहा था कि उन्हें राजसमंद भेजा जा सकता है. जबकि सीकर से सुमेधानंद सरस्वती और जयपुर से रामचरण से बोहरा का टिकट कटने की चर्चा थी, लेकिन पार्टी ने इन्हें ही मैदान में उतारा है.