लोकसभा चुनाव के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. कांग्रेसी नेताओं ने राहुल से इस्तीफा वापस लेने की कई कोशिशें की, लेकिन राहुल अपने फैसले पर अड़िग रहे. राहुल ने कई बार मीडिया में और कांग्रेसी नेताओं से साफ कहा कि अब अध्यक्ष पद पर नहीं रहेंगे. राहुल के फैसले के बाद कांग्रेस के भीतर नए अध्यक्ष की तलाश शुरु हो गई. कभी केसी वेणुगोपाल का नाम सामने आया तो कभी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का, लेकिन दोनों नेताओं ने ही अध्यक्ष पद को लेकर ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई. अब खबर आ रही है कि अब राहुल गांधी के उत्तराधिकारी के नाम पर मुहर लग गई है.
खबरों की माने तो कांग्रेस ने पार्टी की कमान किसके हाथ में देनी है उसके लिए उपयुक्त नेता का चुनाव कर लिया है. कांग्रेस आलाकमान ने गांधी परिवार संग सभी नामों पर विचार-विमर्श करने के बाद मन बनाया है कि पूर्व गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे को पार्टी का अगला अध्यक्ष बनाया जाए. हालांकि, इसकी घोषणा में थोड़ी देरी हो सकती है.
सुशील कुमार शिंदे महाराष्ट्र के जाने-माने दलित नेता हैं. बिखरते दलित वोटबैंक को इकटठा करने के लिए कांग्रेस सुशील कुमार शिंदे को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाकर दलित कार्ड खेल सकती है. शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. आगामी दिनों में महाराष्ट्र में विधानसभा के चुनाव होने वाला है. इन चुनावों को ध्यान में रखते हुए सुशील कुमार शिंदे को अध्यक्ष बनाया जा रहा है.
अध्यक्ष पद के लिए सुशील कुमार शिंदे का चुनाव इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि गांधी परिवार और उनके मुख्य सिपहसलारों में इस मुद्दे पर आम राय है कि राहुल गांधी की जगह पार्टी की जिम्मेदारी ऐसे नेता को दी जाए, जो पार्टी के प्रति वफादार रहे. सुशील कुमार शिंदे की महत्वाकांक्षाओं ने कभी भी लीडरशिप को परेशानी में नहीं डाला है. उन्होंने हमेशा ही पार्टी की सर्वोच्च सत्ता के आदेशों का एक-एक शब्द पालन किया है.