पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. प्रदेश युवा कांग्रेस के चुनाव पर शुरूआत से ही सवाल उठाए जा रहे है. सबसे पहले इस चुनाव की आॅनलाइन प्रक्रिया पर सवाल उठाये गए. उसके बाद मतदान की तारीखो को बदला गया. जब मतदान हुए तो पहले दिन सेल्फ वोटिंग ऐप क्रेश हो जाने से मतदान बाधित हुआ वहीं दूसरे दिन बिना किसी परेशानी के वोट डाले गए. ताजा मामला युवा कांग्रेस के चुनाव परिणामों की घोषित तिथि को लेकर है, जिसके लिए 27 और 28 फरवरी का दिन मुकर्रर किया गया था लेकिन अब बताया जा रहा है कि परिणामों की घोषणा 3 मार्च को होगी. सेल्फ वोटिंग ऐप के जरिए हुए हाईटेक चुनाव के परिणामों की घोषणा एक क्लिक पर ही हो सकती है तो इतना समय परिणामों की घोषणा में क्यों लिया जा रहा है, ये समझ से परे है. ऐसे में चुनाव के परिणामों में बडा फर्जीवाडा होने की संभावना भी बढ़ गई है.
युवा कांग्रेस के इस चुनाव में चुनाव कराने वाले पर्यवेक्षक के साथ ही मतदान के लिए बनाए गए वोटिंग एप को भी संदेह की दृष्टि में ला दिया है. इस चुनाव में मतदान के समय ओटीपी किसी का, मोबाइल नंबर किसी ओर का तो सेल्फी किसी ओर की अपलोड की गई. इस फर्जीवाडे को ना तो चुनावी पर्यवेक्षक रोक पाये और ही वोटिंग के लिए बनाया गया एप. अब चुनाव के परिणाम भी संदेह की दृष्टि से देखे जा रहे हैं.
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युवा कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी और जिला कार्यकारिणी के लिए 22 और 23 फरवरी को मतदान हुआ था. 22 फरवरी को प्रदेश के 106 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हुआ था. इस दिन वोटिंग एप के क्रेश हो जाने के कारण मतदान बेहद कम हुआ था और पूरे दिन में करीब 17 हजार वोट ही डल पाये थे. दूसरे दिन 23 फरवरी को इस वोटिंग एप को बदला गया और प्रदेश के सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान कराया गया. एक दिन पहले जहां 106 विधानसभा क्षेत्र में के मतदान में ही वोटिंग एप क्रेश हो गई थी वहीं दूसरे दिन 200 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान आसानी हुआ और करीब एक लाख तेरह हजार वोट डाले गए. इसके साथ ही कुछ जिलों में इस दौरान वोटिंग एक दम से बढ़ी जो भी मतदान प्रकिया पर सवाल उठाती है.
प्रदेश युवा कांग्रेस की चुनाव प्रक्रिया को लेकर राष्ट्रीय कार्यकारिणी को अनेकों शिकायतें भी मिली हैं. इन शिकायतों के बाद गुरूवार को दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित हुई. इस बैठक में निर्णय लिया गया कि फर्जी वोटों की आॅडिट कि जाएगी. इसके साथ ही डेटा लीक की शिकायत भी इस बैठक में पहुंची जिसके बाद निर्णय लिया गया कि चुनाव परिणाम 3 मार्च को घोषित किए जाएंगे. अब वोट गिनने से पहले मतदाताओं की फोटो आईडी से ओटीपी व फोन नंबर का मिलान किया जाएगा. ऐसे में इस चुनाव बडी संख्या में डाले गए फर्जी वोट अयोग्य कर दिए जाएंगे. अब जो परिणाम सामने आएंगे वो काफी रोचक व चौंकाने वाले हो सकते हैं.