साल 2024 के सियासी कैलेंडर के 7वें पार्ट में हम लेकर आए हैं जुलाई माह का राजनीतिक हिसाब-किताब, जिसमें उन सभी बड़े सियासी घटनाक्रमों को शामिल किया है, जिन्होंने देश की राजनीति पर गहरा प्रभाव डाला है. इस महीने झारखंड में नेतृत्व परिवर्तन देशभर में चर्चा का विषय रहा. जेल से रिहा हुए हेमंत सोरेन ने तीसरी बार राज्य के सीएम पद की शपथ ली. इससे पहले चंपई सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया. अन्य घटनाक्रम के लिए आगे चलते हैं आगे..
अवैध जमीन घोटाले में गिरफ्तार हुए हेमंत सोरेन ने जेल से बाहर आते ही चंपई सोरेन को उनकी इच्छा के विपरीत मुख्यमंत्री पद से हटा दिया और खुद विधायक नेता के नेता बनकर एक बार फिर सीएम पद की शपथ ग्रहण की. चंपई इस बात से अपमानित होकर बीजेपी में शामिल हो गए. आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव को देखते हुए हेमंत सोरेन के लिए यह एक झटके से कम नहीं था लेकिन शायद उन्होंने झारखंड की राजनीति में संभावित खतरे को पहले ही भांप लिया था. इसके चलते उन्होंने चंपई को साइड लाइन करना ही बेहतर समझा.
यह भी पढ़ें: Year Ender 2024: एग्जिट पोल के अनुमान हुए ढेर, मोदी तीसरी बार बने देश के मुखिया
वहीं इसी महीने सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान हुआ. इनमें सबसे ज्यादा चार सीटें पश्चिम बंगाल की रहीं. वहीं, हिमाचल प्रदेश की तीन तो उत्तराखंड की दो सीटों पर भी वोट डाले गए. लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद पहली बार चुनाव हुए, जिसमें बीजेपी को हर जगह नुकसान उठाना पड़ा. विपक्षी गठबंधन को 13 में से 10 सीटों पर जीत मिली. हिमाचल और मध्य प्रदेश एक-एक सीट पर बीजेपी और बिहार में एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते. हिमाचल में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर भी चुनाव जीतने में सफल रहीं.