Politalks.News/MadhyaPradesh. बीते रोज एक दिवसीय प्रवास पर सतना पहुंचे मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा मैहर के रेलवे स्टेशन पर लड़खड़ा गए और चोटिल होने से बाल-बाल बच गए. हालांकि, उनके साथ चल रहे एसडीओपी और टीआई ने मंत्री का हाथ पकड़कर संभाल लिया और उन्हें गिरने से बचा लिया. दरअसल, स्टेशन से बाहर आते समय नरोत्तम मिश्रा का पैर फिसल गया. हालांकि, राहत की बात ये रही कि वे किसी हादसे का शिकार नहीं हुए और स्टेशन पर मौजूद पुलिसकर्मियों और कार्यकर्ताओं ने उन्हें गिरने से पहले ही संभाल लिया.
वहीं सतना पहुंचने पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का उनके समर्थकों ने जोरदार नारेबाजी के साथ स्वागत किया. इस दौरान उनके समर्थकों ने मिश्रा के प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने की कामना जताई. पूरे जोश में नजर आए नरोत्तम मिश्रा के समर्थकों ने मिश्रा के वहां पहुंचते ही ‘प्रदेश का मुखिया कैसा हो, नरोत्तम भैया जैसा हो’ के जमकर नारे भी लगाए. हालांकि, जब मीडियाकर्मियों ने नरोत्तम मिश्रा से मुख्यमंत्री बनने को लेकर सवाल किया तो मिश्रा ने साफ कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हैं और वह ही रहेंगे. वहीं, नरोत्तम मिश्रा ने यहां पुलिस अफसरों के साथ बैठक की और कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक भी की.
CM पद के लिए कोई रेस नहीं: मीडिया से बात करते हुए गृहमन्त्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, “सीएम बनने की कोई दौड़ नहीं हो रही है, हमारे यहां माननीय शिवराज सिंह मुख्यमंत्री हैं, थे और रहेंगे.” सतना जाने से पहले मध्य प्रदेश के गृहमंत्री ने मैहर में स्थानीय विधायक नारायण तिवारी के बेटे से मुलाक़ात की. इससे पहले उन्होंने मैहर के प्रसिद्ध मंदिर में मां शारदा की पूजा-अर्चना भी की.
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इसके साथ ही दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्यपथ करने को लेकर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि, ‘ये आम अवाम का कर्तव्यपथ है. गुलामी के प्रतीक को हटाया जा रहा है. अब भारत की जनता का कर्तव्य पथ होगा. गुलामी के प्रतीक राजपथ का नाम कर्तव्यपथ करना उन लोगों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया.’ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पीएम मोदी का मानना है कि आम आदमी के लिए राजपथ नहीं बल्कि लोकपथ हो और लोकपथ के लिए कर्तव्यपथ होना चाहिए इसलिए उसका नाम कर्तव्य पथ किया गया है.