आगाज के अनुरूप हंगामेदार हुई विधानसभा में दूसरे दिन की शुरुआत, दो बार स्थगित करनी पड़ी कार्यवाही

कोटा में आरएसएस कार्यकर्ता पर हुए जानलेवा हमले के मामले में बीजेपी विधायकों ने किया जोरदार हंगामा, स्पीकर सीपी जोशी और बीजेपी विधायकों में हुई जबरदस्त नोक-झोंक, स्पीकर ने कहा- आप लोगों में आपस में ही नेता बनने का कंपीटिशन

हंगामेदार हुई विधानसभा में दूसरे दिन की शुरुआत
हंगामेदार हुई विधानसभा में दूसरे दिन की शुरुआत

Politalks.News/Rajasthan. आगाज के अनुरूप राजस्थान की 15वीं विधानसभा के षष्ठम सत्र के दूसरा दिन शून्य काल की शुरुआत ही हंगामे से हुई. हाल ही में कोटा में आरएसएस कार्यकर्ता पर हुए जानलेवा हमले के मामले में बीजेपी विधायकों ने जमकर हंगामा किया. दरअसल, बीजेपी ने इस मामले पर चर्चा करने की मंजूरी मांगी थी, लेकिन अध्यक्ष ने अनुमति नहीं दी. इस पर आपत्ति जताते हुए बीजेपी विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया और वेल में आकर नारेबाजी करने लगे. हंगामे और नारेबाजी के चलते सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी. आखिर समझाइश के बाद में 1.30 बजे गतिरोध टूटा और सदन में अभिभाषण पर बहस शुरू हो सकी.

आपको बता दें, कोटा जिले के रामगंजमंडी कस्बे में बीते दिनों हुए आरएसएस कार्यकर्ता पर जानलेवा हमले के मामले में सियासत गरमा गई है. बीजेपी के प्रदेश महामंत्री और रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर ने इस मामले के मुख्य आरोपी आशु के गहलोत सरकार के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल से कनेक्शन होने के आरोप लगाए हैं. दिलावर का कहना है कि हिस्ट्रीशीटर आशु पाया को मंत्री शांति धारीवाल का संरक्षण है और उन्हीं के संरक्षण से आशु ने अवैध व गैरकानूनी कारोबार के जरिए कोटा में बड़ी संपत्तियां बना ली हैं. गुरुवार को विधानसभा पहुंचने पर मदन दिलावर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आरोपी ने मादक पदार्थ (चरस, स्मैक) बेचकर, सट्‌टा खिलाकर कोटा में बड़ी संपत्तियां बना ली हैं। धारीवाल के संरक्षण के कारण ही ये लोग आज आगे बढ़ते जा रहे हैं. दिलावर ने आरोप लगाया कि आरोपी अक्सर धारीवाल के साथ गाड़ियों में भी घूमता रहता है.

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विधायक मदन दिलावर ने कहा कि मंत्री धारीवाल ऐसे बदमाशों को संरक्षण दे रहे हैं, जो आरएसएस के लोगों पर गोलियों की बौछार कर रहे हैं और ये सब देखकर भी सरकार मौन है. दिलावर ने सरकार से मांग की है कि ऐसे बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और उसकी गैरकानूनी कारोबार से खड़ी की गई संपत्तियों पर बुल्डोजर चलाकर जमींदोज किया जाए. आपको बता दें कि 9 फरवरी को रामगंजमंडी में RSS जिला संघ चालक दीपक शाह पर आशु पाया और उसके दो साथियों ने हमला कर दिया था. बदमाशों ने दीपक शाह पर गोली चलाई थी. वारदात तब हुई जब दीपक शाह श्रीराम मन्दिर निधि समर्पण अभियान के दौरान चंदा जुटाने जा रहे थे.

इस मामले में गुरुवार को विधानसभा में शून्यकाल के दौरान बीजेपी विधायकों के हंगामे पर स्पीकर ने बिना नोटिस किसी पर आरोप लगाने को गलत बताया. हंगामे के कारण पहली बार स्पीकर जोशी ने 12 बजकर 23 मिनट पर सदन की कार्यवाही को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया. इसके बाद 12.30 बजे सभापति राजेंद्र पारीक सदन में आए और दोबारा कार्यवाही को 1.30 बजे तक स्थगित कर दिया.

बीजेपी विधायकों से समझाइश के बाद फिर से कार्यवाही शुरू होने पर गतिरोध टूटा. इसके बाद 1.30 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा भी शांत हो गया. नेता प्रतिपक्ष ने आरएसएस कार्यकर्ता पर हुए हमले में मुख्यमंत्री से सदन में जवाब की मांग की. इस पर विधानसभा स्पीकर जोशी ने मुख्यमंत्री के सामने इस मुद्दे को रखने का आश्वासन दिया. इसके बाद कटारिया ने सभी बीजेपी विधायकों को वेल से अपनी अपनी सीटों पर जाने को कहा. इसके बाद शाम 7 बजे तक चली सदन की कार्यवाही.

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आप लोगों में आपस में ही नेता बनने का कंपीटिशन है- सीपी जोशी
इससे पहले वैल में आकर हंगामा कर रहे बीजेपी विधायकों को स्पीकर सीपी जोशी ने समझाने की कई बार कोशिश की, लेकिन हंगामा जारी रहा तो स्पीकर ने तल्ख तेवर अपनाए. जोशी ने उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ से कहा कि आप स्पीकर की व्यवस्था पर सवाल नहीं उठा सकते. अध्यक्ष ने कहा जब नेता प्रतिपक्ष प्रदेश की कानून व्यवस्था पर स्थगन के जरिए बोलने वाले थे तो सब मुद्दे कवर हो जाते, लेकिन मुझे दुर्भाग्य से कहना पड़ रहा है कि आप लोगों में आपस में ही नेता बनने का कंपीटिशन है.

वहीं इस पूरे मामले पर सदन के बाहर मीडिया से बात करते हुए परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी सदन में बेवजह हंगामा कर रही है. बीजेपी विधायक अध्यक्ष को डिक्टेट करना चाहते हैं. वे सदन में एक मंत्री पर बिना नोटिस आरोप कैसे लगा सकते हैं. अध्यक्ष ने बिना नोटिस आरोप नहीं लगाने दिए.

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