Politalks.News/Rajasthan. कृषि कानूनों के विरोध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के राजस्थान दौरे के एक दिन पहले अलवर के झालाटाला में किसान सभा को संबोधित करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि, ‘आपको अब रोने की जरूरत नहीं, पूरा देश आपके साथ है. हल चलाने वाला हाथ नहीं जोड़ेगा. हम ही किसान हैं, हम ही जवान हैं. अनाज तिजोरी में बन्द नहीं होगा. रोटी को तिजोरी में बन्द नहीं होने देंगे, बाजार की वस्तु नहीं बनने देंगे. जब तक पूरे देश में एमएसपी पर खरीद नहीं होगी यहां आंदोलन जारी रहेगा.
राकेश टिकैत ने कहा कि किसान चाहते हैं कि सरकार कृषि कानून वापस ले, एमएसपी पर गारंटी कानून बना दे और स्वामीनाथन कमेटी रिपोर्ट को लागू करे. टिकैत ने कहा कि फसलों को आधे रेट में नहीं बेचा जाएगा, भूख पर देश में व्यापार नहीं होने दिया जाएगा. केंद्र सरकार सुनेगी, हमें भी कोई जल्दबाजी नहीं है. आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार किसानों की मांगें नहीं मानेगी.
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राकेश टिकैत ने कहा कि जिस हिसाब से सरकार आई थी वैसे जाएगाी. गुजरात बंधन में है, हमें गुजरात को आजाद कराना है. गुजरात की आवाम पूरी दुनिया से कटी है. हम जाएंगे गुजरात, वहां के किसान सम्पर्क में हैं. वो दहशत में हैं, दिल्ली जाने वाले के घर पुलिस जाती है. हम गुजरात में आगामी बैठक करेंगे. टिकैत ने आगे कहा कि अब तक सरकार व किसानों की बातचीत में कुछ भी आगे नहीं बढ़ सका है. कानून बनाने से पहले देश मे गोदाम बना दिए गए, इसलिए हम कहते हैं एमएसपी पर कानून बनाना जरूरी है. केवल कहने मात्र से किसानों का भला नहीं हो सकता है. टिकैत ने कहा देश में अनाज को कम कीमत पर नहीं बिकने दिया जाएगा. आमजन की रोटी को तिजोरी में बंद नहीं किया जाएगा.
किसान सभा में जबरदस्त भीड़ को इंगित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि अलवर में इतनी दूर दराज ग्रामीण क्षेत्र में यह सभा केवल आठ घण्टे पहले तय की गई थी. जिसमें इतनी बड़ी संख्या में किसान पहुंचे हैं, यह स्पष्ट संदेश है कि किसान कृषि कानून वापस चाहता है. टिकैत ने शाहजहांपुर हरियाणा बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन का भी जिक्र किया.
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इस दौरान मीडिया से बातचीत में राकेश टिकैत ने बताया कि 40 लोग हमारी कमेटी के सदस्य हैं. फसलों के फैसले किसान तय करेगा और सरकार से बातचीत कमेटी करेगी, बाकी कोई राजनीति नहीं है. इस आंदोलन का कोई नेता नहीं है, कोई नेता है तो वो किसान है. किसान वहीं है जो खेत में खुरपा या हल चलाता है.