Politalks.News/Rajasthan. पूर्व पीसीसी चीफ और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने जल्दी ही बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों के होने के संकेत देते हुए कहा कि अब देरी का कोई कारण नहीं बचा है, क्योंकि उपचुनाव और पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव अब करीब-करीब निपट चुके हैं. ऐसे में अब कोई कारण नहीं रह जाता है कि इस काम में कोई भी देरी की जाए. यही नहीं पायलट ने विश्वास जताया कि सियासी संकट के समय बनाई गई तीन सदस्यीय समिति द्वारा लिए गए निर्णयों को भी जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा. इस दौरान पायलट ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा और कहा कि भाजपा इन दिनों अंतर कलह से जूझ रही है.
पीसीसी में बुधवार को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जयंती के मौके पर श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे सचिन पायलट बहुत दिनों बाद मीडिया से रूबरू हुए. इस दौरान सचिन पायलट जमकर बोले और मन का गुबार भी निकाल दिया. इस दौरान सचिन पायलट ने जल्द मंत्रिमंडल विस्तार होने और राजनीतिक नियुक्तियों के संकेत भी दिए. सचिन पायलट ने कहा कि हमारी सरकार को बने ढाई साल का वक्त हो चुका है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समय-समय पर नियुक्तियां भी कर रहे हैं, लेकिन अब आने वाले ढाई साल के समय में हमें और तेजी से काम करना चाहिए. पायलट ने आगे कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों व अन्य मुद्दों के लिए जो 3 सदस्य कमेटी बनी थी, उसमें से एक सदस्य अहमद पटेल के निधन के चलते कामकाज आगे नहीं बढ़ पाया था, लेकिन अब मुझे भरोसा है कि सोनिया गांधी के नेतृत्व में जो कमेटी बनी थी और कमेटी में जो फैसले लिए गए थे उन पर जल्द काम पूरा होगा. पायलट ने कहा अब देरी का कोई कारण नहीं बचा है, क्योंकि उपचुनाव और पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव अब करीब करीब निपट चुके हैं. ऐसे में अब कोई कारण नहीं रह जाता है कि इस काम में कोई भी देरी की जाए.
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गहलोत सरकार ने अच्छा काम किया, तीनों सीटों पर जीतेगी कांग्रेस
पूर्व डिप्टी सीएम पायलट ने कहा कि हमारी सरकार ने अच्छा काम किया है. सरकार और पार्टी में समन्वय है, कांग्रेस तीनों उपचुनाव में जीत दर्ज करेगी. उपचुनाव में जुटे सरकार के सभी मंत्री और पार्टी के पदाधिकारी अच्छे से मोर्चा संभाले हुए हैं. सबने अच्छा काम किया है, नेताओं कार्यकर्ताओं, विधायकों और मंत्रियों ने चुनाव में खूब मेहनत की है. सरकार ने ढाई साल में जो काम किए हैं उसके आधार पर भी जनता कांग्रेस को वोट देगी.
पार्टी जहां भेजती है वहां जाता हूँ
इसके साथ ही तीन सीटों पर हो रहे उपचुनाव में प्रचार को लेकर सचिन पायलट ने कहा कि पार्टी जहां-जहां भी उन्हें प्रचार के लिए भेजती है, वे वहां-वहां जा जाते हैं. असम, केरल भी प्रचार के लिए गए थे और प्रदेश में उपचुनाव के नामांकन के दौरान भी तीनों सीटों पर प्रचार के लिए गए थे. नामांकन सभाएं भी की और पार्टी आगे भी जहां भेजेगी वह प्रचार के लिए जाते रहेंगे.
SC-ST विधायकों की नाराजगी नहीं
एससी-एसटी विधायकों की नाराजगी के सवाल पर सचिन पायलट ने कहा कि विधायकों की कोई नाराजगी नहीं है. जनप्रतिनिधि सामाजिक मुद्दे उठाते रहते हैं और मेरा मानना है कि जो मुद्दे जनप्रतिनिधियों ने उठाए हैं उन पर कार्रवाई होनी चाहिए. दलितों पर अत्याचार समाज के लिए आईना है. दलित समाज को मान-सम्मान मिलना चाहिए. प्रदेश में ऐसा सुरक्षा कवच बनना चाहिए जिससे सब लोग सुरक्षित महसूस करें.
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चुनाव को लेकर लोगों में विश्वास कम हुआ
पायलट ने चुनाव आयोग की कार्रवाईयों को लेकर कहा कि चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है और हाल फिलहाल के आयोग के निर्णयों से लोगों में विश्वास कम हुआ है. प्रदेश का उदाहरण देते हुए कहा कि प्रदेश में चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने थे, लेकिन हो तीन सीटों पर रहे हैं. अब लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि आयोग ऐसा क्यों कर रहा है.
कोरोना की स्थिति गंभीर
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि देश प्रदेश में कोरोना की स्थिति गंभीर है हमें अपने अनुभव से सीखना चाहिए. लोगों के मन से डर निकल गया है, लेकिन वायरस अभी गया नहीं है और अब तो गांवों से भी कोरोना के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं. सचिन पायलट ने कहा कि केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है कि हर व्यक्ति को वैक्सीन लगनी चाहिए यह आरोप-प्रत्यारोप का समय नहीं है, सब लोग सख्ती के साथ गाइडलाइन का पालन करें. पायलट ने कहा कि सरकार ने पहले तो वैक्सीन दूसरे देशों को भेज दी, अब आनन फानन में अन्य वैक्सीन को अनुमति दी जा रही है.
इस तरह लम्बे इंतजार के बाद सचिन पायलट ने आज मीडिया के जरिए आलाकमान तक अपना दो टूक सन्देश पहुंचा दिया है कि सियासी संकट के समय जिन मुद्दों को पूरा करने का वादा किया था उनमें देरी का अब कोई कारण बचा नहीं है. अब देखना ये होगा कि पायलट ने जो भरोसा सोनिया गांधी पर जताया है उस पर क्या कुछ होता है और मंत्रिमंडल विस्तार व राजनीतिक नियुक्तियों में पायलट समर्थकों को कितनी तरजीह दी जाती है.