Rajasthanupdates. राजस्थान में पेपर लीक मामले को लेकर राज्यपाल कलराज मिश्र ने बड़ा फैसला लेते हुए राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के सदस्य बाबूलाल कटारा को निलंबित किया है. राजभवन की ओर से जारी सूचना के अनुसार राज्यपाल ने राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्य बाबूलाल कटारा को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 317 के उपबंध (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए कदाचार के आधार पर राष्ट्रपति द्वारा उच्चतम न्यायालय को निर्देश किए जाने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है. कटारा पिछले करीब 9 महीने से न्यायिक हिरासत में हैं. इसके बावजूद वह आरपीएससी (राजस्थान लोक सेवा आयोग) के सदस्य जैसे संवैधानिक पद पर काबिज था.
वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा से जुड़े हैं तार
बाबूलाल कटारा ने 24 दिसम्बर 2022 को होने वाली वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा का पेपर अक्टूबर में ही लीक कर दिया था. कटारा के पास विशेषज्ञों से पेपर सेट कराने की जिम्मेदारी थी. पेपर तैयार होते ही वह सभी सेट की मूल प्रति अपने सरकारी आवास पर ले गया और वहां उसके भांजे विजय डामोर से सभी सवाल उतरवा लिए. सवाल उतरवाने के बाद उसने प्रींटिंग के लिए पेपर कार्यालय में जमा करा दिए. विजय के लिखे पर्चे की फोटो पेपर लीक गिरोह के शेर सिंह ने मोबाइल में ली थी. इसके बाद पर्चा कई आरोपियों तक पहुंचा.
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एसओजी ने कटारा को 18 अप्रैल को गिरफ्तार किया था. तभी से कटारा न्यायिक हिरासत में है. जेल में पूछताछ के बाद ईडी ने उसकी सम्पत्ति अटैच की थी. कटारा, भांजे विजय और कुछ अन्य लोगों पर भी कार्रवाई की गई है. मामले में 65 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
वहीं एसीबी ने बाबूलाल कटारा के खिलाफ आय से अधिक सम्पत्ति जुटाने की एफआईआर दर्ज की है. एसीबी ने पड़ताल में माना कि कटारा ने आय से दो करोड़ रुपए से अधिक की सम्पत्ति अर्जित की है. इस मामले के बाद तत्कालीन गहलोत सरकार संदेह के घेरे में कई बार खड़ी हुई थी. शायद इसी का खामियाजा पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को चुकाना पड़ा है.