विधायकों की खरीद फरोख्त से जुड़े फोन टैपिंग मामले में आरोपी संजय जैन का वॉइस सैंपल देने से इनकार

यह मामला एसीबी से जुड़ा हुआ है, इसलिए केस की सुनवाई करने का अधिकार भी एसीबी कोर्ट को ही है, लिहाजा संजय जैन वॉइस सैंपल नहीं दे सकता- वकील, उधर गजेन्द्र सिंह वॉइस सैंपल देने को तैयार, एसीबी जाएगी सैंपल लेने

संजय जैन ने किया वॉइस सैंपल देने से इनकार
संजय जैन ने किया वॉइस सैंपल देने से इनकार

Politalks.News/Rajasthan. बीते साल सियासी संकट के समय सरकार गिराने के लिए विधायकों की खरीद फरोख्त को लेकर फोन टैपिंग के मुद्दे पर मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा. फोन टैपिंग के मामले में कांग्रेस और बीजेपी दोनों के दिग्गज फंसे हुए हैं. इसी बीच विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े फोन टैपिंग केस में आरोपी संजय जैन ने कोर्ट में वॉइस सैंपल देने से इनकार कर दिया है. संजय जैन के वकील ने अतिरिक्त मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट कोर्ट में कहा कि उनको राजनीतिक कारणों से फंसाया जा रहा है. ऐसे में आशंका है कि जांच एजेंसी संजय जैन के वॉइस सैंपल का दुरूपयोग कर सकती है.

संजय जैन के वकील ने कहा कि यह मामला एसीबी से जुड़ा हुआ है. इसलिए केस की सुनवाई करने का अधिकार भी एसीबी कोर्ट को ही है. लिहाजा संजय जैन वॉइस सैंपल नहीं दे सकता है. इस पर कोर्ट ने यह भी कहा कि उनका वॉइस सैंपल देने से इनकार ट्रायल के दौरान आरोपी संजय जैन के खिलाफ जा सकता है.

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आपको बता दें, बीते साल गहलोत सरकार गिराने के उद्देश्य से विधायकों की खरीद फरोख्त से सम्बंधित कुछ ऑडियो वायरल हुए थे. इन वायरल ऑडियो में विधायकों की बातचीत की आवाज को मिलाने के लिए एसीबी को करीब 21 दिन पहले वॉइस सैम्पल लेने की कोर्ट से मंजूरी मिली थी. चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट जयपुर सेकेंड ने मोदी सरकार में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह और संजय जैन के वॉइस सैंपल लेने की एसीबी को अनुमति दी थी. बता दें, मामले में एसीबी ने कोर्ट में पिछले साल ऑडियो की जांच के लिए वॉइस सैंपल लेने की जरूरत बताई थी.

गहलोत सरकार गिराने के लिए रची गई थी साजिश
दरअसल, पिछले साल जुलाई में सियासी संकट के समय जब मुख्यमंत्री गहलोत और सचिन पायलट गुट के विधायक होटलों की बाड़ेबंदी में थे, तब सोशल मीडिया पर तीन ऑडियो क्लिप वायरल हुई थीं. जिसमें गहलोत सरकार को गिराने के उद्देश्य से विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर बातचीत की गई थी. आरोप है कि इन क्लिपिंग्स में केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह और संजय जैन की आवाज है. आपको बता दें, इन्हीं ऑडियो क्लिप्स के आधार पर पहले SOG ने विधायक महेश जोशी की शिकायत पर मामला दर्ज किया था.

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हालांकि, SOG ने इस प्रकरण में एफआर पेश कीकर दी है. इस बीच इसी मामले में एसीबी ने केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह, कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा और संजय जैन के खिलाफ मामला दर्ज किया था. आपको बता दें, इससे पहले SOG की ओर से प्रार्थना पत्र पेश कर मामले में अनुसंधान के लिए वॉइस सैंपल की जरूरत बताई थी. तब भी संजय जैन ने वॉइस सैंपल देने से इनकार किया था.

गजेन्द्र सिंह वॉइस सैंपल देने को तैयार, एसीबी जाएगी लेने
वहीं दूसरी और इस मामले में दूसरे आरोपी जोधपुर सांसद और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत एसीबी को वॉइस सैंपल देने को तैयार हो गए हैं. इस मामले में कांग्रेस कई बार केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह पर वॉइस सैम्पल नहीं देने को लेकर लगातार निशाना साधती रही है. पिछले दिनों गजेंद्र सिंह शेखावत कह चुके हैं कि वे मांगे जाने पर वॉइस सैम्पल देने को तैयार हैं. अब कोर्ट की मंजूरी मिलने के बाद एसीबी फिर से गजेंद्र सिंह के पास वॉइस सैम्पल लेने जाएगी.

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गजेन्द्र सिंह की एफआईआर पर दिल्ली क्राइम ब्रांच कर रही जांच
वहीं, इस मामले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने वायरल ऑडियो को आधार बनाकर राजस्थान सरकार पर फोन टैपिंग का आरोप लगाते हुए दिल्ली पुलिस में मामला दर्ज करवाया है. गजेंद्र सिंह की एफआईआर पर दिल्ली क्राइम ब्रांच मामले की जांच कर रही है. इस मामले में मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा समेत कुछ पुलिस अधिकरियों को आरोपी बनाया गया है. मामले में पिछले दिनों सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी और हाल ही में सीएम के ओएसडी लोकेश शर्मा को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन दोनों ने ही ईमेल के जरिए अपने-अपने जवाब क्राइम ब्रांच को भेज दिए, लेकिन वहां पेश नहीं हुए.

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