politalks news

कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला की ओर से यूपीए सरकार के दौरान 6 सर्जिकल स्ट्राइक होने के दावे पर केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने पलटवार करते हुए विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि फौज में तो हम थे न, हमें पता है न क्या हुआ, क्या नहीं हुआ. सारी सेना आज भारतीय जनता पार्टी, मोदी जी के साथ खड़ी है, ऐसे ही नहीं खड़ी हुई, हम जानते हैं वहां क्या होता है. राठौड़ के इस बयान पर विवाद हो सकता है.

आपको बता दें कि कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपीए सरकार और अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में भी सर्जिकल स्ट्राइक हुईं थी, लेकिन हमने कभी छाती नहीं पीटी. उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत ने यूपीए शासन में छह और अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में दो सर्जिकल स्ट्राइक की थी.

राजीव शुक्ला ने कहा कि न तो पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और न ही अटल बिहारी वाजपेयी ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर कभी प्रेस कॉन्फ्रेंस की. लेकिन जिस शख्स ने सिर्फ एक सर्जिकल स्ट्राइक की, वह अपनी पीठ थपथपा रहा है. बता दें, देश में वाजपेयी सरकार ने 1999 से 2004 तक और यूपीए सरकार ने 2004 से 2014 तक शासन की सत्ता संभाली. उन्होंने यह भी बताया कि भारत ने किस तारीख को ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की थी-

  • पहली सर्जिकल स्ट्राइक: 21 जनवरी, 2000 को नाडला एन्क्लेव में – वाजपेयी सरकार
  • दूसरी सर्जिकल स्ट्राइक: 18 सितंबर, 2003 को पुंछ के बरोह सेक्टर में – वाजपेयी सरकार
  • तीसरी सर्जिकल स्ट्राइक: 19 जून, 2008 को जम्मू-कश्मीर के पुंछ स्थित भट्टल सेक्टर में – यूपीए सरकार
  • चौथी सर्जिकल स्ट्राइक: 30 अगस्त से एक सितंबर, 2011 तक केल में नीलम रिवर वैली के पास शारदा सेक्टर में – यूपीए सरकार
  • पांचवीं सर्जिकल स्ट्राइक: 6 जनवरी, 2013 को सावन पत्रा चेकपोस्ट पर – यूपीए सरकार
  • छठी सर्जिकल स्ट्राइक: 27-28 जुलाई, 2013 को नजीरपीर सेक्टर में – यूपीए सरकार
  • सातवी सर्जिकल स्ट्राइक: 6 अगस्त, 2013 को नीलम वैली पर – यूपीए सरकार और
  • आठवी सर्जिकल स्ट्राइक: 14 जनवरी, 2014 को – यूपीए सरकार

बता दें, 2016 में हुए उरी आतंकी हमले के बाद इंडियन पैरा कमांडोज ने पीओके में घुसकर आतंकियों के लॉन्च पैड्स तबाह किए थे. बाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी गई थी. उसके बाद इसी साल पुलवामा में 14 फरवरी को एक बम धमाके में 40 से ज्यादा सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे, जिसके बाद हमले की जिम्मेदारी लेने वाले जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर वायुसेना ने बमबारी की थी.

सरकार ने इस हमले में 250 आतंकवादियों के मारे जाने का दावा किया था. इसके बाद कई विपक्षी नेताओं ने जैश के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक के सबूत मांगे थे.

Leave a Reply