Amit Shah and JP Nadda targeted Rahul Gandhi: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी को नसीयत देते हुए अपनी दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी से कुछ सीखना चाहिए. बीजेपी नेता और मंत्री शाह ने राहुल गांधी के कैम्ब्रिज (लंदन) में दिए बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें विदेशों में जाकर भारत का अपमान नहीं करना चाहिए. संसद में न बोलने देने के राहुल गांधी के आरोपों पर शाह ने कहा कि सभी को नियमों का पालन करना होगा. यदि उनके पास यह बुनियादी समझ नहीं है, तो हम क्या कर सकते हैं. वहीं बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी हमलावर होते हुए राहुल गांधी को मानसिक दिवालिया कहकर संबोधित किया है. साथ ही साथ आगामी चुनावों में राहुल गांधी को घर बिठाने की बात कही.
बीजेपी अध्यक्ष नड्डा ने कहा कि राहुल विदेश में जाकर भारत की संप्रभुता पर सवाल उठा रहे हैं. यह निंदनीय और दर्दनाक है. राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए. जेपी नड्डा ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र पर सवाल उठाकर कांग्रेस मानसिक दिवालियापन की ओर बढ़ रही है. विजय संकल्प यात्रा के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि कांग्रेस नेता भ्रष्टाचार, कमीशनखोरी, अपराधीकरण में लिप्त हैं और उनकी नीति फूट डालो और राज करो की रही है. अब तो उन्होंने सारी हदें पार कर दी हैं. उन्होंने कहा कि देश में कांग्रेस पार्टी खतरे में है न कि लोकतंत्र. हाल के विधानसभा चुनावों के दौरान नागालैंड में कांग्रेस को शून्य, मेघालय में पांच और त्रिपुरा में तीन सीटें मिलीं हैं. अब कांग्रेस पतन की ओर है.
जेपी नड्डा ने आगे कहा कि आजादी के बाद से भारत के इतिहास में, यहां तक कि सबसे कठिन समय में भी, भारत के किसी भी नेता ने कभी भी विदेशी शक्तियों से भारत सरकार के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील नहीं की. स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह एक बहुत ही गंभीर मामला है. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि चुनावी राज्य की जनता से ऐसे लोगों को घर बैठा देना चाहिए.
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भाजपा नेता ने राहुल के कैम्ब्रिज वाले बयान पर कटाक्ष भी किया. उन्होंने कहा कि राहुल को विदेशों में जाकर भारत का अपमान नहीं करना चाहिए. शाह ने कहा कि कुछ ऐसे मुद्दे हैं जो राजनीति से ऊपर हैं और यहां तक कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी विदेशी धरती पर घरेलू राजनीति पर चर्चा करने से इनकार कर दिया था.
कुछ ऐसे मुद्दे हैं जो राजनीति से ऊपर हैं – शाह
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी के कैम्ब्रिज वाले बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल को विदेशों में जाकर भारत का अपमान नहीं करना चाहिए. शाह ने कहा कि कुछ ऐसे मुद्दे हैं जो राजनीति से ऊपर हैं और यहां तक कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी विदेशी धरती पर घरेलू राजनीति पर चर्चा करने से इनकार कर दिया था. उन्हें अपनी दादी और पिता से कुछ सीखना चाहिए.
एक कॉन्क्लेव में भाग लेते हुए शाह ने राहुल गांधी को पूर्व प्रधानमंत्री स्व.इंदिरा गांधी की याद दिलाई। शाह ने कहा कि इमरजेंसी के बाद राहुल की दादी इंदिरा गांधी इंग्लैंड गईं थीं. उस समय वे विपक्ष में थीं और सरकार ने उन्हें जेल भेजने की तैयारी कर रही थी, तब इंग्लैंड में उनसे सवाल पूछा गया कि आपका देश कैसे काम कर रहा है. इसके जवाब में इंदिरा ने कहा कि मेरा देश अच्छे से काम कर रहा है, कुछ मुद्दे हैं लेकिन मैं उनके बारे में यहां काम नहीं करना चाहती, यहां मैं भारतीय हूं और मैं अपने देश के बारे में कुछ नहीं कहूंगी.
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राहुल गांधी के संसद में न बोलने देने के आरोपों पर पर अमित शाह कहा कि सभी को नियमों का पालन करना होगा. उन्होंने कहा कि संसद में बोलना फ्रीस्टाइल नहीं हो सकता और सभी को नियमों का अध्ययन करना चाहिए और उन्हें समझना चाहिए. गृह मंत्री ने कहा कि संसद कुछ नियमों के तहत काम करती है और ये नियम मौजूदा सरकार ने नहीं बनाए हैं. ये नियम उनकी दादी या पिता के समय में भी मौजूद थे. वे इन नियमों के साथ बहस में भाग ले रहे थे. हम भी इन नियमों के अनुसार भाग ले रहे हैं.
अमित शाह ने कहा कि राहुल को नियमों के बारे में कोई जानकारी नहीं है और फिर आरोप लगाते हैं कि उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि संसद में बहस नियमानुसार होती है, आप संसद में उस तरह से बात नहीं कर सकते जैसे कोई सड़क पर कर सकता है. यदि उनके पास यह बुनियादी समझ नहीं है, तो हम क्या कर सकते हैं?
संसद में गतिरोध दूर करने का फॉर्मूला बताया
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने के लिए विपक्ष को एक सुझाव दिया है. शाह ने कहा कि अगर विपक्ष बातचीत के लिए आगे आता है तो संसद में मौजूदा गतिरोध को सुलझाया जा सकता है. अगर विपक्ष ‘दो कदम आगे’ बढ़ता है तो सरकार भी ‘दो कदम आगे’ बढ़ने को तैयार है. बीजेपी नेता ने कहा कि संसदीय प्रणाली केवल सत्ता पक्ष या केवल विपक्ष से नहीं चल सकती क्योंकि दोनों को एक-दूसरे से बात करनी होती है. हमारी पहल के बावजूद, विपक्ष की ओर से वार्ता का कोई प्रस्ताव नहीं आया है, तो हम किससे बात करेंगे. शाह ने कहा कि विपक्ष अगर चाहे तो दोनों पक्ष अध्यक्ष के सामने बैठकर चर्चा कर सकते हैं. उन्हें दो कदम आगे आना चाहिए और हम दो कदम आगे बढ़ेंगे. फिर संसद चलना शुरू हो जाएगी.