sharad pawar
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महाराष्ट्र में कांग्रेस, शरद पवार समर्थित एनसीपी (SCP) और उद्दव ठाकरे समर्थित शिवसेना (UT) में भलें ही कितने भी आपसी मन मुटाव हों या खींचतान हो लेकिन अंत भला तो सब भला. महाराष्ट्र में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं और महाविकास अघाड़ी ने स्पष्ट कर दिया है कि तीनों राजनीतिक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे. ये ऐलान किया है महाविकास अघाड़ी की धूरी एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने. भतीजे अजित पवार द्वारा पार्टी तोड़ने के बाद शरद पवार पहले से अधिक बेहतर तरीके से उभर कर सामने आए हैं. केवल 13 विधायकों के दम पर उन्होंने लोकसभा की 10 सीटों पर चुनाव लड़ा और उनमें से 9 सीटों पर कब्जा जमाया. ऐसे में माना जा रहा है कि शरद पवार के इस ऐलान के बाद MVA के गठबंधन में विधानसभा चुनाव लड़ने की स्थिति एकदम स्पष्ट हो गयी है.

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एनसीपी (SCP) प्रमुख शरद पवार ने रविवार को ऐलान करते हुए कहा कि कांग्रेस, शिवसेना (UT) और उनकी पार्टी मिलकर इस साल अक्टूबर में होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ेंगी. पवार ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में प्रमुख विपक्षी दलों की नैतिक जिम्मेदारी है कि वे राज्य विधानसभा चुनावों में छोटे सहयोगियों के हितों की रक्षा करें, जो 2024 के लोकसभा चुनावों में गठबंधन का हिस्सा थे.

विस चुनाव मछली की आंख की तरह

शरद पवार ने आगे कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में लोगों ने तीनों ही पार्टियों को अच्छा रिस्पॉन्स दिया है. महाभारत में अर्जुन का लक्ष्य मछली की आंख थी, इसलिए हमारी नजरें महाराष्ट्र में होने वाले चुनावों पर टिकी हैं. विपक्ष महाराष्ट्र के लोगों के सामने एक सामूहिक चेहरा रखेगा. राज्य में बदलाव की जरूरत है और इसे पूरा करना विपक्षी गठबंधन की नैतिक जिम्मेदारी है. वामपंथी दल, किसान और श्रमिक पार्टी (PWP) भी गठबंधन का हिस्सा थे, लेकिन उन्हें लोकसभा में सीटें नहीं मिल सकी थी. ऐसे में इन पार्टियों का विधानसभा चुनाव में खासा ध्यान रखा जाएगा. प्रमुख तीन दलों की तरह इन पार्टियों के साथ आगे बढ़ने का प्रयास किया जाएगा.

सरकार के बजट पर साधा निशाना

एनसीपी (SCP) के मुखिया शरद पवार ने NDA वाली शिवसेना (शिंदे गुट), NCP (अजित गुट) और बीजेपी वाली सरकार के महाराष्ट्र विधानसभा में पेश किए गए बजट पर निशाना साधा है. पवार ने कहा कि अगर आप खाली जेब लेकर बाजार जाते हैं तो क्या होता है. उन्होंने कहा कि यह कुछ दिनों की बात है, जल्द ही वास्तविकता सामने आ जाएगी.

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वर्तमान सरकार का कार्यकाल 8 नवंबर 2024 को खत्म हो रहा है. इसी साल अक्टूबर माह में 288 सीटों पर विधानसभा चुनाव होंगे. 4 महीने पहले 28 जून को NDA की एकनाथ शिंदे सरकार ने अपना आखिरी बजट पेश किया था. इसमें किसानों का बिजली बिल माफ, खेती के लिए 5 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर बोनस की घोषणा की गई है.

गरीब परिवारों को हर साल 3 गैस सिलेंडर मुफ्त और 21 से 60 साल की उम्र की महिलाओं को हर महीने 1500 रुपए कैश देने की योजनाओं के साथ पेट्रोल डीजल पर 2 फीसदी की कमी की गयी है जो केवल मुंबई, नवी मुंबई और ठाणे के लोगों के लिए है. ऐसे में विपक्ष हंगामा मचा रहा है. आम चुनावों में 48 सीटों में से एनडीए केवल 17 सीटें जीत पाया था. महाविकास अघाड़ी को 30 और एक सीट निर्दलीय को मिली थी. ऐसे में विधानसभा चुनाव आसान नहीं माना जा रहा है.

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