Dhirendra Krishna Shastri Latest News – पंडित धीरेंद्र शास्त्री 29 नवंबर को अपना 9 दिवसीय ‘सनातन हिन्दू एकता’ पद यात्रा संपन्न करके अपने गृह क्षेत्र बागेश्वर धाम पहुंच गए है. उनके इस पद यात्रा के कई उद्देश्य रहे है. मूल रूप से उन्होंने सनातन धर्म के सोये हुए लोगो को जगाने का बीड़ा लिया है. उन्होंने कहा है कि वे गांव गांव जाकर लोगो को कट्टर हिन्दू बनने के लिए जगायेंगे क्योकि हिन्दू है तो हिंदुस्तान है और संस्कृति भी है अन्यथा कुछ भी शेष नहीं बचेगा. उन्होंने कहा कि वह लोगो से कोई दक्षिणा नहीं बल्कि उनसे कट्टर हिन्दू बनने का वचन लेंगे, जिनका उन्हें जीवन की अंतिम सांस तक पालन करना है. इसके साथ ही वह देश में जात पात, छुआ – छूत जैसी कुरीतियों से भी हिन्दुओ को ऊपर उठने को प्रोत्साहित करेंगे. क्योकि इससे हिन्दू एकता को क्षति पहुंच रही है और नेता रोटी सेंक रहे है. इस लेख में हम आपको बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री की जीवनी (Dhirendra Krishna Shastri Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
धीरेन्द्र शास्त्री की जीवनी (Dhirendra Krishna Shastri Biography in Hindi)
पूरा नाम | धीरेन्द्र शास्त्री |
उम्र | 28 साल |
जन्म तारीख | 4 जुलाई 1996 |
जन्म स्थान | छतरपुर, मध्यप्रदेश |
शिक्षा | बीए |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
पिता का नाम | राम कृपाल गर्ग |
माता का नाम | सरोज गर्ग |
छोटे भाई का नाम | शालिग्राम गर्ग |
बहन का नाम | रीता गर्ग |
धीरेन्द्र शास्त्री का जन्म और परिवार (Dhirendra Krishna Shastri Birth & Family)
धीरेन्द्र शास्त्री का जन्म 4 जुलाई 1996 को मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ा नामक गांव में हुआ था. धीरेन्द्र शास्त्री के पिता का नाम राम कृपाल गर्ग और माता का नाम सरोज गर्ग है. उनके पिता मंदिर में पुजारी के तौर पर नियुक्त थे. जबकि उनकी माता गृहणी है.
धीरेन्द्र शास्त्री के परिवार में पांच सदस्य है. उनके एक छोटे भाई और एक बहन भी है. छोटे भाई का नाम शालिग्राम गर्ग है जबकि उनकी उनकी बहन का नाम रीता गर्ग है. धीरेन्द्र शास्त्री के दादा का नाम दादा का नाम भगवान् दास गर्ग है. पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के दादा भगवान् दास गर्ग चित्रकूट के निर्मोही अखाडा से दीक्षा प्राप्त की थी. उनके दादा ने ही बागेश्वर धाम मंदिर का जीर्णोद्वार करवाया था.
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री अभी अविवाहित है पर भविष्य में वह विवाह करेंगे, ऐसा उन्होंने ही लोगो से कहा है. धीरेन्द्र शास्त्री हिन्दू है और जाति से ब्राह्मण है.
धीरेन्द्र शास्त्री की शिक्षा (Dhirendra Krishna Shastri Education)
धीरेन्द्र शास्त्री ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ा गांव से की है बाद में वह पास के एक सरकारी स्कूल से दसवीं और बारहवीं तक की पढाई पूरी की. उन्होंने छतरपुर के कॉलेज से बीए तक की पढाई की है.
धीरेन्द्र शास्त्री का शुरूआती जीवन (Dhirendra Krishna Shastri Early Life)
धीरेन्द्र शास्त्री का शुरूआती जीवन अपने गांव में ही बीता है. वह एक गरीब परिवार से आते है. शुरूआती दिनों में वह बहुत अभाव से भरा जीवन बिताने को विवश थे. उनका घर मिट्टी का बना था और घर में आय का साधन बहुत कम था. इसी कारण वह पढाई के साथ साथ कथा वाचन के माध्यम से थोड़ी आय प्राप्त करने लगे थे. बताया जाता है वह 12 वर्ष की आयु से ही कथा वाचन का कार्य कर रहे है. एक जानकारी के अनुसार वह वर्ष 2003 से बागेश्वर धाम से जुड़ गए थे. बचपन में वह लोगो को किस्से कहानियां सुनाया करते थे. धीरेन्द्र शास्त्री को कम आयु में आय अर्जित करने के लिए घोर संघर्ष करना पड़ा था. धीरेन्द्र शास्त्री बचपन में आस पास के गांवो में कभी दान मांगकर तो कभी रामचरितमानस का पाठ करके तो कभी सत्यनारायण कथा सुनाकर लोगो से धन प्राप्त किया करते थे. उनके पिता नशे के आदी थे इस कारण वह काम नहीं करते थे और इसलिए बचपन से ही धीरेन्द्र शास्त्री पर घर की जिम्मेदारी आ गई थी.
धीरेन्द्र शास्त्री का धार्मिक जीवन (Dhirendra Krishna Shastri Religious Life)
धीरेन्द्र शास्त्री बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर और देश के सबसे विख्यात कथा वाचक है. वह सनातन धर्म के प्रचारक और धर्म गुरु भी है. पंडित धीरेन्द्र शास्त्री जगद्गुरु रामभद्राचार्य के शिष्य है. जगद्गुरु रामभद्राचार्य को 2015 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा चुका है. धीरेन्द्र शास्त्री की धार्मिक यात्रा बचपन से ही शुरू हो गई थी. वह लोगो को कथा सुनाते थे और बदले में लोग उन्हें दान दक्षिणा दिया करते थे. कथा वाचन की यह कला उन्होंने अपने दादा भगवान् दास गर्ग से सीखा था. इसलिए धीरेन्द्र शास्त्री अपने दादा को भी गुरु मानते है और यही कारण है कि वह प्रायः अपने दादा को भी दादा गुरु के नाम से सम्बोधन किया करते है. बताया जाता है उन्हें भगवान् श्री हनुमान की विशेष कृपा प्राप्त है और इसी कारण वह दुसरो के मन की बातों को जान जाते है.
बागेश्वर धाम सरकार
बागेश्वर धाम मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ा नामक गांव में स्थित है. यह भगवान श्री हनुमान का एक मंदिर है और इसका निर्णोधार का कार्य पंडित धीरेन्द्र शास्त्री के दादा ने करवाया था. पंडित धीरेन्द्र शास्त्री इसी मंदिर के प्रमुख है. यह मंदिर अब धीरेन्द्र शास्त्री के कारण बहुत विख्यात हो चुका है और अब यहाँ देश- विदेश से आने वाले लोगो की अपार भीड़ लगी रहती है. पंडित धीरेंद्र शास्त्री इसी मंदिर के दिव्य दरबार में प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को दिव्य दरबार लगाते है. इस दरबार में आने वाले लोगो की संख्या हजारों में नहीं लाखों में होती है. पंडित धीरेंद्र शास्त्री इनमे से कुछ लोगो की समस्याओ को सुनते है और उन्हें भगवान श्री हनुमान जी की प्रत्यक्ष कृपा से दूर भी करते है. कुछ समय पहले तक देश भर की मीडिया के चुंनिदा पत्रकार भी शास्त्री जी का जाँच कर चुके है पर सभी उनकी शक्ति के सामने नतमस्तक हुए है.
इस लेख में हमने आपको बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री की जीवनी (Dhirendra Krishna Shastri Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.