करीब दो दशकों के बाद अब करीब-करीब यह तय होने वाला है कि कांग्रेस का अध्यक्ष गांधी परिवार से बाहर का कोई व्यक्ति बनेगा. राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद करीब दो महीने से असमंजस की स्थिति बनी हुई है. शनिवार को हो रही कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में यह असमंजस की स्थिति समाप्त होने के आसार हैं.

गौरतलब है कि 23 मई को लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद 25 मई को राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने उनसे अनुरोध किया था कि अध्यक्ष पद छोड़ने की जरूरत नहीं है. लेकिन राहुल गांधी ने जुलाई के पहले हफ्ते में फिर कहा कि अध्यक्ष पद से इस्तीफा वापस लेने का विचार नहीं कर रहे हैं. इसके बाद से नए कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर अटकलों का दौर चल रहा है.

इस दौरान अंतरिम अध्यक्ष के लिए कई नाम सामने आए, जिनमें अशोक गहलोत, कैप्टन अमरिंदर सिंह, कमलनाथ, सचिन पायलट, सुशील कुमार शिंदे सहित कई नेता शामिल हें, लेकिन इनमें से ज्यादातर पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने में रुचि नहीं रखते हैं. इन सब नेताओं के मैदान से हटने के बाद अब मुकुल वासनिक का नाम चल रहा है.

कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक से पहले शुक्रवार को सोनिया गांधी के निवास पर वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की बैठक हुई थी. इसमें अहमद पटेल, केसी वेणुगोपाल सहित कांग्रेस के केंद्रीय और राज्यों के पदाधिकारी शामिल थे. इसमें जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जे को समाप्त करने और राज्य के विभाजन के फैसले पर विचार किया गया. इस मुद्दे पर कांग्रेस नेताओं में एकराय नहीं है.

शनिवार को हो रही बैठक में राहुल गांधी के इस्तीफे पर विचार किया जाएगा. कांग्रेस कार्यसमिति उन्हें पार्टी अध्यक्ष के रूप में किए गए कार्यों के लिए धन्यवाद देगी और नए कांग्रेस अध्यक्ष के बारे में विचार किया जाएगा. राहुल गांधी इस्तीफा देने के बाद पार्टी के किसी नेता से मिलने से इनकार कर दिया है, इसलिए वरिष्ठ नेता सलाह लेने के लिए सोनिया गांधी से मिल रहे हैं.

समझा जाता है कि कांग्रेस कार्यसमिति राहुल गांधी का इस्तीफा मंजूर करने के साथ ही अंतरिम अध्यक्ष का चुनाव करेगी और दिसंबर तक पूर्णकालिक अध्यक्ष नियुक्त करने के लिए पार्टी के संगठन के चुनाव कार्यक्रम को अंतिम रूप दे सकती है. राहुल गांधी के हटने के बाद कांग्रेस का नेतृत्व कौन करेगा, इस पर अब तक सर्वसम्मति नहीं बन पाई है.

पार्टी सूत्रों ने बताया कि सोनिया गांधी के सामने कई पार्टी नेताओं ने अशोक गहलोत को या मल्लिकार्जुन खड़गे पार्टी अध्यक्ष बनाने की सलाह दी है. हालांकि सोनिया गांधी ने इस पर अपनी कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह किसी युवा नेता को अध्यक्ष अध्यक्ष बनाने की पैरवी कर रहे हैं. मुंबई प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा ने कहा है कि राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट या युवा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए.

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