कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक से सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने अपने आप को अलग करते हुए कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक छोड़ दी है. सोनिया गांधी ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष चुनने को लेकर मैं और राहुल परामर्श प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हैं इसलिए हम इससे बाहर हैं. बैठक में पांच समूह बनाए गए हैं, जो अलग अलग क्षेत्रों के नेताओं से उनकी राय जानेंगे. फिलहाल कांग्रेस कार्य समिति की बैठक खत्म हो गई है. रात 8 बजे एक बार फिर कांग्रेस कार्य समिति की बैठक होगी. जानकारी यह भी मिल रही है कि अगर आज बात नतीजे तक नहीं पहुंची तो कल फिर सीडब्ल्यूसी की बैठक हो सकती है.
कांग्रेस अध्यक्ष चुने जाने की प्रक्रिया को लेकर यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि मैं या राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया में नहीं हैं. ग्रुप में नाम होने पर उन्होंने कहा कि हमारा नाम गलती से शामिल किया गया. सीडब्ल्यूसी की बैठक से राहुल गांधी और सोनिया गांधी निकल चुके हैं. सीडब्ल्यूसी के अन्य सदस्य कांग्रेस मुख्यालय में मौजूद हैं. ये नेता कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर सभी वर्गों से बातचीत करेंगे. सभी की राय लेने के बाद आज रात 8 बजे फिर से सीडब्ल्यूसी की बैठक होगी. बैठक में कांग्रेस अपना नया अध्यक्ष चुन लेगी या राहुल गांधी के उत्तराधिकारी की तलाश अभी लंबी खिंचेगी इसकी तस्वीर जल्द साफ होती नजर नहीं आ रही है.
सूत्रों की मानें तो शुक्रवार को हुई पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और सांसदों की बैठक में तमाम नेताओं ने राहुल गांधी को साफ संकेत दे दिया कि उन्हें थोपा गया अध्यक्ष मंजूर नहीं होगा. इसलिए अब ऐसा माना जा रहा है कि सीडब्ल्यूसी की बैठक में नए अध्यक्ष के चयन के लिए किसी पैनल अथवा व्यवस्था के आधार पर निर्णय लिया जाएगा.
रणदीप सुरजेवाला के अनुसार आज शाम दुबारा होने वाली कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक से पहले बनाये गए पांचों पैनल के नेता हर राज्य के पार्टी प्रमुखों के साथ अगले कांग्रेस अध्यक्ष के नाम पर मंथन करेंगे. इस तरह से अगले कांग्रेस अध्यक्ष का नाम तय किया जाएगा. इसके बाद इन पांचों पैनल के नेताओं की रिपोर्ट के आधार पर तय हुए नाम को शाम को होने वाली बैठक में रखा जाएगा. गौरतलब है कि नए अध्यक्ष को चुनने के लिए इससे पहले भी कई दौर की बैठकें हुईं, लेकिन किसी नाम पर सहमति नहीं बन पाई.
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पार्टी सूत्रों का कहना है कि खड़गे समेत कई दलित समुदाय के नेता अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल हैं. नए अध्यक्ष को लेकर मुकुल वासनिक, मल्लिकार्जुन खड़गे, अशोक गहलोत, सुशील कुमार शिंदे समेत कई वरिष्ठ नेताओं के नामों की चर्चा है. सूत्र यह भी बताते हैं कि मुकुल वासनिक का नाम सबसे आगे है. देखा जाए तो कांग्रेस के सबसे संकटपूर्ण दौर में फिलहाल गांधी परिवार का नेतृत्व होते हुए भी जब पार्टी नेता खुलेआम पार्टी लाइन से असहमति जता रहे हैं. ऐसे में गांधी परिवार से बाहर के नए नेतृत्व के लिए भविष्य की चुनौती कितनी गंभीर होगी इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है.
बता दें, कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक से पहले शुक्रवार को हुई कांग्रेस नेताओं की बैठक अनुच्छेद 370 के मसले पर आमराय बनाने के लिए बुलाई गई थी लेकिन इसमें नए अध्यक्ष को लेकर तमाम प्रदेशों के नेताओं ने अपने इरादे साफ कर दिए. इन नेताओं का कहना था कि पार्टी का एक वर्ग नए अध्यक्ष के लिए कुछ ऐसे नामों को आगे बढ़ा रहा है जो पार्टी का नेतृत्व करने में उतने सक्षम नहीं हैं. पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने तो साफ कहा कि कुछ स्वार्थी लोग राहुल गांधी की कुर्बानी पर पानी फेरने की कोशिश में प्रायोजित नामों को उछाल रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद राहुल गांधी ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. उस समय उनके इस्तीफे को अस्वीकार करते हुए कांग्रेस कार्यकारिणी ने उन्हें पार्टी में आमूलचूल बदलाव के लिए अधिकृत किया था. हालांकि, राहुल गांधी अपने रुख पर अड़े रहे. उन्होंने साफ कर दिया था कि न तो वह और ना ही गांधी परिवार का कोई दूसरा सदस्य इस जिम्मेदारी को संभालेगा. अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए राहुल ने यह भी कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष नहीं रहते हुए भी वह पार्टी के लिए सक्रिय रूप से काम करते रहेंगे.