Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में गहलोत सरकार ने स्कूलों में 9 से 12वीं तक की कक्षाओं, कोचिंग सेन्टर तथा सरकारी प्रशिक्षण संस्थानों को 18 जनवरी से खोले जाने के निर्देश दे दिए हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बेहतरीन प्रबंधन और प्रदेशवासियों के सहयोग से राजस्थान में कोरोना की स्थिति काफी नियंत्रण में है. रिकवरी रेट बढ़कर अब तक की सर्वाधिक 96.31 प्रतिशत हो गई है. कुछ जिलों में पॉजिटिव केस शून्य होने के साथ ही अन्य जिलों में भी स्थिति बेहतर है. इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने स्कूलों में 9 से 12वीं तक की कक्षाएं विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय की अन्तिम वर्ष की कक्षाओं, कोचिंग सेन्टर तथा सरकारी प्रशिक्षण संस्थानों को 18 जनवरी से खोले जाने के निर्देश दिए हैं.
इसके साथ ही वैक्सीनेशन की प्रक्रिया के कारण मेडिकल कॉलेज, डेन्टल कॉलेज, नर्सिग कॉलेज एवं पैरामेडिकल कॉलेज 11 जनवरी से खोलने के निर्देश भी सीएम गहलोत ने दे दिए हैं. इन सभी शिक्षण संस्थानों में प्रत्येक कक्षा में कुल क्षमता का 50 प्रतिशत उपस्थिति प्रथम दिन तथा शेष 50 प्रतिशत उपस्थिति दूसरे दिन रहेगी. शिक्षकों को संक्रमण की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग जरूरी प्रशिक्षण दिया जाएगा.
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मुख्यमंत्री गहलोत ने मंगलवार को सीएम आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि नये स्ट्रेन के कारण इंग्लैंड में जिस तरह की भयावह स्थिति पैदा हो गई है और वहां फिर लॉकडाउन लगाना पड़ा है. उससे सबक लेते हुए हमें विशेष एहतियात बरतने की आवश्यकता है. सीएम ने निर्देश दिए कि नये स्ट्रेन को लेकर राजस्थान की ओर से केंद्र सरकार को आवश्यक सुझाव जल्द भेजे जाएं. सीएम गहलोत ने कहा कि देश और प्रदेश में कोविड-19 के नए स्ट्रेन के मामले सामने आना चिंता का विषय है. इसके प्रति किसी भी तरह की लापरवाही बड़ा संकट खड़ा कर सकती है. इसे देखते हुए इस वायरस से अत्यधिक प्रभावित इंग्लैंड सहित अन्य देशों से प्रदेश में आए यात्रियों पर विशेष नजर रखी जाए.
वहीं शिक्षण संस्थाओं को खोले जाने को लेकर मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि सभी संस्थानों में सोशल डिस्टेंसिंग एवं मास्क सहित अन्य हैल्थ प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जाए तथा इनका संचालन केन्द्र के दिशा-निर्देशों एवं एसओपी के तहत किया जाना सुनिश्चित करें. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि प्रदेश में वैक्सीनेशन की तैयारियां मिशन मोड में पूरी की जाएं. वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्यकर्मियों का पूरा डाटाबेस जल्द से जल्द अपलोड किया जाए.
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि वैक्सीन को लेकर केवल प्रमाणिक एवं पुख्ता जानकारी ही मीडिया में प्रसारित होनी चाहिए. अप्रमाणित जानकारियों से लोगों के बीच अनावश्यक भ्रांतियां फैल सकती हैं. ओस दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि कोरोना के नये स्ट्रेन को लेकर प्रदेश में विशेष सर्तकता बरती जा रही है. चिकित्सा विभाग यूके से आए यात्रियों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं स्कीनिंग करवाने के साथ ही इनके सैंपल टेस्ट के लिए दिल्ली स्थित आईसीएमआर (ICMR) लैब में भेजा जा रहा है.