पॉलिटॉक्स न्यूज़. कल आषाढ़ पूर्णिमा (गुरु पूर्णिमा) है. इस खास अवसर पर शनिवार को धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस मनाया गया. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए भगवान बुद्ध की शिक्षाओं और आदर्शों को अपनाने की सलाह देते हुए कहा कि इन्हीं शिक्षाओं से समस्याओं और चुनौतियों से निपटने का रास्ता मिल सकता है. गौरतलब है कि आज ही के दिन महात्मा बुद्ध ने अपने पहले पांच शिष्यों को प्रथम उपदेश दिया था. इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन से धम्म चक्र दिवस (Guru Purnima) कार्यक्रम का शुभारंभ किया.
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वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने सबसे पहले सभी को इस दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी. प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले इन दिवस का मतलब समझाते हुए कहा कि यह हमारे गुरुओं को याद करने का दिन है, जिन्होंने हमें ज्ञान दिया. उस भावना से, हम भगवान बुद्ध को श्रद्धांजलि देते हैं. भगवान बुद्ध का आठ गुना मार्ग दुनिया के कई समाज और देशों को कल्याण की दिशा में रास्ता दिखाता है. यह करुणा और दया के महत्व को समझाता है.
My address at the programme marking Dharma Chakra Parvattana. https://t.co/Nrf47tGhV5
— Narendra Modi (@narendramodi) July 4, 2020
पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया आज असाधारण चुनौतियों से जूझ रही है, बुद्ध की शिक्षाओं से इनसे निपटने का रास्ता मिल सकता है. भगवान बुद्ध की शिक्षाएं विचार और काम दोनों में काम आती हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि इन सभी समस्याओं और चुनौतियों के स्थायी समाधान भगवान बुद्ध के आदर्शों से आ सकते हैं. वे अतीत में प्रासंगिक थे. वे वर्तमान में प्रासंगिक हैं और वे भविष्य में प्रासंगिक बने रहेंगे.