दिल्ली से टिकट कटने से नाराज उदित राज ने बीजेपी से नाता तोड़ कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. उदित राज राजधानी की उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद हैं. बीजेपी ने उनका टिकट काट सिंगर हंसराज हंस को थमा दिया है. टिकट कटने के बाद से ही उदित राज ने बागी तेवर अपनाना शुरू कर दिया था लेकिन पार्टी ने उनकी एक न सुनी. हालांकि उदित राज को कांग्रेस की तरफ से दिल्ली की किसी सीट से टिकट मिलने की कोई उम्मीद नहीं है.
इसकी वजह है कि कांग्रेस ने दिल्ली के सभी टिकटों की घोषणा कर दी है. इससे पहले उदित राज ने दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में सोमवार कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की. पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें सदस्यता ग्रहण कराई.
बता दें, 2014 से पहले उदित राज की खुद की पार्टी थी जिसका नाम इंडियन जस्टिस पार्टी था. उदित राज ने फरवरी, 2014 में इस पार्टी का बीजेपी में विलय कर दिया. दलित बुद्धिजीवी वर्ग में उदित राज का काफी सम्मान है. ऐसे में बीजेपी ने अपना दलित चेहरा बनाकर उन्हें टिकट दिया था. यहां से उन्होंने जीत हासिल की थी लेकिन इस बार पार्टी ने उनका टिकट काट सूफी सिंगर हंसराज हंस को दिया तो उन्होंने कल दोपहर से ही बागी तेवर अपना लिए थे. सबसे पहले उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल से अपने नाम के आगे से ‘चौकीदार’ हटाया लेकिन शाम होते-होते फिर से चौकीदार बन गए. आज सुबह उन्होंने कांग्रेस में शामिल होते हुए ‘चौकीदार’ को अपने से अलग कर लिया.
इससे पहले बीजेपी ने कल दिल्ली के तीन उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की. सूची में पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर को पूर्वी दिल्ली, हंसराज हंस को उत्तर पश्चिम और मिनाक्षी लेखी को नई दिल्ली से मैदान में उतारा. अन्य चार सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा पहले ही कर दी गई थी.